अधिसूचनाएं - आरबीआई - Reserve Bank of India
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भारतीय रिज़र्व बैंक की आधिकारिक वेबसाइट
अधिसूचनाएं
अगस्त 27, 2008
बैंकिंग सेवाओं के विस्तार के माध्यम से वित्तीय समावेशन - व्यवसाय प्रतिनिधियों (बीसी) का उपयोग
अ्ँध्अ्आरबीआइ /2008-2009/142 बैंपविवि. सं. बीएल. बीसी. 36 /22.01.009/2008-09 27 अगस्त 2008 5 भाद्र 1930 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों सहित) तथास्थानीय क्षेत्र बैंक महोदयबैंकिंग सेवाओं के विस्तार के माध्यम से वित्तीय समावेशन - व्यवसाय प्रतिनिधियों (बीसी) का उपयोग कृपया उपर्युक्त विषय पर 25 जनवरी 2006, 22 मार्च 2006 तथा 24 अप्रैल 2008 के हमारे परिपत्र क्रमश: बैंपविवि. सं. बीएल. बीसी. 58/ 22.01.001/2005-06, बैंपविवि. सं. बीएल. बीसी. 72/22.01.00
अ्ँध्अ्आरबीआइ /2008-2009/142 बैंपविवि. सं. बीएल. बीसी. 36 /22.01.009/2008-09 27 अगस्त 2008 5 भाद्र 1930 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों सहित) तथास्थानीय क्षेत्र बैंक महोदयबैंकिंग सेवाओं के विस्तार के माध्यम से वित्तीय समावेशन - व्यवसाय प्रतिनिधियों (बीसी) का उपयोग कृपया उपर्युक्त विषय पर 25 जनवरी 2006, 22 मार्च 2006 तथा 24 अप्रैल 2008 के हमारे परिपत्र क्रमश: बैंपविवि. सं. बीएल. बीसी. 58/ 22.01.001/2005-06, बैंपविवि. सं. बीएल. बीसी. 72/22.01.00
अगस्त 27, 2008
बैंकों द्वारा अग्रिमों की पुनर्रचना से संबंधित विवेकपूर्ण दिशानिर्देश
आरबीआइ सं. 2008-09/143 बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 37/21.04.132/2008-09 27 अगस्त 2008 5 भाद्र 1930 (शक) अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक /मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक और स्थानीय क्षेत्र बैंक को छोड़कर) महोदय बैंकों द्वारा अग्रिमों की पुनर्रचना से संबंधित विवेकपूर्ण दिशानिर्देश कृपया कंपनी ऋण पुनर्रचना (सीडीआर) तथा लघु और मझौले उद्यम ऋण पुनर्रचना प्रणालियों के अंतर्गत ऋण पुनर्रचना को छोड़कर बैंकों द्वारा की जानेवाली ऋण
आरबीआइ सं. 2008-09/143 बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 37/21.04.132/2008-09 27 अगस्त 2008 5 भाद्र 1930 (शक) अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक /मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक और स्थानीय क्षेत्र बैंक को छोड़कर) महोदय बैंकों द्वारा अग्रिमों की पुनर्रचना से संबंधित विवेकपूर्ण दिशानिर्देश कृपया कंपनी ऋण पुनर्रचना (सीडीआर) तथा लघु और मझौले उद्यम ऋण पुनर्रचना प्रणालियों के अंतर्गत ऋण पुनर्रचना को छोड़कर बैंकों द्वारा की जानेवाली ऋण
अगस्त 22, 2008
बैंकों में अदावी जमाराशियां /निक्रिय खाते
आरबीआइ/2008-09/138 बैंपविवि.सं.एलईजी.बीसी. 34 /09.07.005/2008-0922 अगस्त 2008 31 श्रावण 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदयबैंकों में अदावी जमाराशियां/निष्क्रिय खाते कृपया 1 अक्तूबर 1977 का हमारा परिपत्र बैंपविवि. सं. कॉम. बीसी. 109/ सी. 408/ए-77 देखें जिसमें बैंकों को सूचित किया गया था कि जिन जमा खातों में काफी समय से, उदाहरण के लिए दो वर्ष से परिचालन नहीं हुआ है उन्हें अलग किया जाए तथा अलग लेजर /लेजरों में रखा जाए। साथ ही, 15
आरबीआइ/2008-09/138 बैंपविवि.सं.एलईजी.बीसी. 34 /09.07.005/2008-0922 अगस्त 2008 31 श्रावण 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदयबैंकों में अदावी जमाराशियां/निष्क्रिय खाते कृपया 1 अक्तूबर 1977 का हमारा परिपत्र बैंपविवि. सं. कॉम. बीसी. 109/ सी. 408/ए-77 देखें जिसमें बैंकों को सूचित किया गया था कि जिन जमा खातों में काफी समय से, उदाहरण के लिए दो वर्ष से परिचालन नहीं हुआ है उन्हें अलग किया जाए तथा अलग लेजर /लेजरों में रखा जाए। साथ ही, 15
अगस्त 22, 2008
बैंकों द्वारा सूचना /जानकारी प्रदर्शित करना -व्यापक सूचना पट्ट
आरबीआइ/2008-09/137 बैंपविवि. सं. एलईजी. बीसी. 33/09.07.005/2008-09 22 अगस्त 2008 31 श्रावण 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदयबैंकों द्वारा सूचना /जानकारी प्रदर्शित करना -व्यापक सूचना पट्टबैंकों की शाखाओं में सूचना /जानकारी प्रदर्शित करना वित्तीय शिक्षा प्रदान करने का एक माध्यम है। इस तरह का प्रदर्शन करने से ग्राहकों को बैंक के उत्पादों तथा सेवाओं के संबंध में समझबूझ कर निर्णय लेने में आसानी होती है तथा उनके अधिकारों तथा कुछ अन
आरबीआइ/2008-09/137 बैंपविवि. सं. एलईजी. बीसी. 33/09.07.005/2008-09 22 अगस्त 2008 31 श्रावण 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदयबैंकों द्वारा सूचना /जानकारी प्रदर्शित करना -व्यापक सूचना पट्टबैंकों की शाखाओं में सूचना /जानकारी प्रदर्शित करना वित्तीय शिक्षा प्रदान करने का एक माध्यम है। इस तरह का प्रदर्शन करने से ग्राहकों को बैंक के उत्पादों तथा सेवाओं के संबंध में समझबूझ कर निर्णय लेने में आसानी होती है तथा उनके अधिकारों तथा कुछ अन
अगस्त 21, 2008
वाणिज्य बैंकों द्वारा अपनी शाखाओं /कार्यालयों के लिए पट्टे/ किराए पर स्थान /जगह का अभिग्रहण - दिशानिर्देशों का उदारीकरण
अ्ँध्अ्भारिबैं/2008-09/132 बैंपविवि. सं. बीएल. बीसी. 32 /22.01.03/2008-0921 अगस्त 2008 30 श्रावण 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदयवाणिज्य बैंकों द्वारा अपनी शाखाओं /कार्यालयों के लिए पट्टे/ किराए पर स्थान /जगह का अभिग्रहण - दिशानिर्देशों का उदारीकरण कृपया उपर्युक्त विषय पर 11 नवंबर 1998 का हमारा परिपत्र बैंपविवि. सं. बीएल. बीसी. 105/ 22.01.03/98 देखें।2. उपर्युक्त परिपत्र सभी वाणिज्य बैंकों को जारी किया गया था। जहां तक निजी क
अ्ँध्अ्भारिबैं/2008-09/132 बैंपविवि. सं. बीएल. बीसी. 32 /22.01.03/2008-0921 अगस्त 2008 30 श्रावण 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदयवाणिज्य बैंकों द्वारा अपनी शाखाओं /कार्यालयों के लिए पट्टे/ किराए पर स्थान /जगह का अभिग्रहण - दिशानिर्देशों का उदारीकरण कृपया उपर्युक्त विषय पर 11 नवंबर 1998 का हमारा परिपत्र बैंपविवि. सं. बीएल. बीसी. 105/ 22.01.03/98 देखें।2. उपर्युक्त परिपत्र सभी वाणिज्य बैंकों को जारी किया गया था। जहां तक निजी क
अगस्त 08, 2008
बैंकों के तुलन पत्रेतर एक्सपोज़रों के लिए विवेकपूर्ण मानदंड
आरबीआइ / 125/ 2008-09 बैंपविवि.सं.बीपी.बीसी. 31 /21.04.157/2008-09 8 अगस्त 2008 17 श्रावण 1930 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (स्थानीय क्षेत्र बैंक तथा क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय बैंकों के तुलन पत्रेतर एक्सपोज़रों के लिए विवेकपूर्ण मानदंड कृपया 30 मई 2008 की भारिबैं प्रेस प्रकाशनी सं. 2007-2008/1528 देखें जिसके अनुसार उपर्युक्त विषय पर प्रारूप दिशानिर्देश टिप्पणियों/प्रतिसूचना के लिए जारी किए गए थे । प्राप्त प्र
आरबीआइ / 125/ 2008-09 बैंपविवि.सं.बीपी.बीसी. 31 /21.04.157/2008-09 8 अगस्त 2008 17 श्रावण 1930 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (स्थानीय क्षेत्र बैंक तथा क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय बैंकों के तुलन पत्रेतर एक्सपोज़रों के लिए विवेकपूर्ण मानदंड कृपया 30 मई 2008 की भारिबैं प्रेस प्रकाशनी सं. 2007-2008/1528 देखें जिसके अनुसार उपर्युक्त विषय पर प्रारूप दिशानिर्देश टिप्पणियों/प्रतिसूचना के लिए जारी किए गए थे । प्राप्त प्र
अगस्त 06, 2008
Infrastructure - Criteria for financing
RBI/2008- 2009/124 DBOD No.BP. BC. 30/ 08.12.14/2008-09 August 6, 2008 All Commercial Banks (excluding RRBs and LABs) and Select All India Financial Institutions (AIFIs) (NHB, NABARD, EXIM Bank, SIDBI,) Dear Sir,Infrastructure – Criteria for financing Please refer to paragraph 2.3.8.4 of our Master Circular – Loan and Advances – Statutory and other Restrictions - DBOD.NO.Dir.BC.17/13.03.00/2008-09 dated July 1, 2008 wherein, inter alia, the banks have been advised tha
RBI/2008- 2009/124 DBOD No.BP. BC. 30/ 08.12.14/2008-09 August 6, 2008 All Commercial Banks (excluding RRBs and LABs) and Select All India Financial Institutions (AIFIs) (NHB, NABARD, EXIM Bank, SIDBI,) Dear Sir,Infrastructure – Criteria for financing Please refer to paragraph 2.3.8.4 of our Master Circular – Loan and Advances – Statutory and other Restrictions - DBOD.NO.Dir.BC.17/13.03.00/2008-09 dated July 1, 2008 wherein, inter alia, the banks have been advised tha
अगस्त 06, 2008
मुद्रा वायदे (फ्यूचर्स)की शुरूआत - बैंकों को सेबी-अनुमोदित शेयर बाजारों के व्यापारिक/निकासी (क्लियरिंग)सदस्य बनने की अनुमति देना
आरबीआइ /2008-2009/123 बैंपविवि. सं. एफएसडी. बीसी. 29 /24.01.001/2008-09 6 अगस्त 2008 15 श्रावण 1930 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदयमुद्रा वायदे (फ्यूचर्स)की शुरूआत - बैंकों को सेबी-अनुमोदित शेयर बाजारों के व्यापारिक/निकासी (क्लियरिंग)सदस्य बनने की अनुमति देनावर्ष 2007-08 के वार्षिक नीति वक्तव्य में की गई घोषणा के अनुसार अंतर्राष्ट्रीय अनुभव का अध्ययन करने तथा भारत में शेयर बाजार में मुद्रा वायदे शुरू करने के प्रस्ताव को क
आरबीआइ /2008-2009/123 बैंपविवि. सं. एफएसडी. बीसी. 29 /24.01.001/2008-09 6 अगस्त 2008 15 श्रावण 1930 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदयमुद्रा वायदे (फ्यूचर्स)की शुरूआत - बैंकों को सेबी-अनुमोदित शेयर बाजारों के व्यापारिक/निकासी (क्लियरिंग)सदस्य बनने की अनुमति देनावर्ष 2007-08 के वार्षिक नीति वक्तव्य में की गई घोषणा के अनुसार अंतर्राष्ट्रीय अनुभव का अध्ययन करने तथा भारत में शेयर बाजार में मुद्रा वायदे शुरू करने के प्रस्ताव को क
जुलाई 30, 2008
भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - सीआरआर बनाए रखना
आर_ााआइ / 2008-09/104आरबीआइ/2008-09/104 संदर्भ : बैंपविवि. सं. आरईटी बीसी. 25 /12.01.001/2008-09 30 ज़ुलाई 2008 8 श्रावण 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य़ बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदयभारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - सीआरआर बनाए रखना कृपया उपर्युक्त विषय पर 26 ज़ून 2008 का हमारा परिपत्र बैंपविवि. सं. आरईटी. बीसी. 96 / 12.01.001/2007-2008 देखें। ज़ैसा कि वर्ष 2008-09 के लिए वार्षिक मौद्रिक नीति की पहली तिमाही समीक्षा पर 29 ज़ुलाई 2008 को
आर_ााआइ / 2008-09/104आरबीआइ/2008-09/104 संदर्भ : बैंपविवि. सं. आरईटी बीसी. 25 /12.01.001/2008-09 30 ज़ुलाई 2008 8 श्रावण 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य़ बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदयभारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - सीआरआर बनाए रखना कृपया उपर्युक्त विषय पर 26 ज़ून 2008 का हमारा परिपत्र बैंपविवि. सं. आरईटी. बीसी. 96 / 12.01.001/2007-2008 देखें। ज़ैसा कि वर्ष 2008-09 के लिए वार्षिक मौद्रिक नीति की पहली तिमाही समीक्षा पर 29 ज़ुलाई 2008 को
जुलाई 30, 2008
कृषि ऋण माफी और ऋण राहत योजना 2008 - आय निर्धारण, आस्ति वर्गीकरण और प्रावधानीकरण तथा पूंजी पर्याप्तता के लिए विवेकपूर्ण मानदंड
आरबीआइ सं. 2008-09/106 बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 26 /21.04.048/2008-09 30 जुलाई 2008 8 श्रावण 1930 (शक)अध्यक्ष /अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक /प्रबंध निदेशक /मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (स्थानीय क्षेत्र बैंक सहित) (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदयकृषि ऋण माफी और ऋण राहत योजना 2008 - आय निर्धारण, आस्ति वर्गीकरण और प्रावधानीकरण तथा पूंजी पर्याप्तता के लिए विवेकपूर्ण मानदंडजैसा कि आपको ज्ञात है, माननीय वित्त मंत्री ने अपने 2008-09 के बजट भाषण (प
आरबीआइ सं. 2008-09/106 बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 26 /21.04.048/2008-09 30 जुलाई 2008 8 श्रावण 1930 (शक)अध्यक्ष /अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक /प्रबंध निदेशक /मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (स्थानीय क्षेत्र बैंक सहित) (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदयकृषि ऋण माफी और ऋण राहत योजना 2008 - आय निर्धारण, आस्ति वर्गीकरण और प्रावधानीकरण तथा पूंजी पर्याप्तता के लिए विवेकपूर्ण मानदंडजैसा कि आपको ज्ञात है, माननीय वित्त मंत्री ने अपने 2008-09 के बजट भाषण (प
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