अधिसूचनाएं - आरबीआई - Reserve Bank of India
पृष्ठ
भारतीय रिज़र्व बैंक की आधिकारिक वेबसाइट
अधिसूचनाएं
अगस्त 27, 2008
बैंकिंग सेवाओं के विस्तार के माध्यम से वित्तीय समावेशन - व्यवसाय प्रतिनिधियों (बीसी) का उपयोग
अ्ँध्अ्आरबीआइ /2008-2009/142 बैंपविवि. सं. बीएल. बीसी. 36 /22.01.009/2008-09 27 अगस्त 2008 5 भाद्र 1930 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों सहित) तथास्थानीय क्षेत्र बैंक महोदयबैंकिंग सेवाओं के विस्तार के माध्यम से वित्तीय समावेशन - व्यवसाय प्रतिनिधियों (बीसी) का उपयोग कृपया उपर्युक्त विषय पर 25 जनवरी 2006, 22 मार्च 2006 तथा 24 अप्रैल 2008 के हमारे परिपत्र क्रमश: बैंपविवि. सं. बीएल. बीसी. 58/ 22.01.001/2005-06, बैंपविवि. सं. बीएल. बीसी. 72/22.01.00
अ्ँध्अ्आरबीआइ /2008-2009/142 बैंपविवि. सं. बीएल. बीसी. 36 /22.01.009/2008-09 27 अगस्त 2008 5 भाद्र 1930 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों सहित) तथास्थानीय क्षेत्र बैंक महोदयबैंकिंग सेवाओं के विस्तार के माध्यम से वित्तीय समावेशन - व्यवसाय प्रतिनिधियों (बीसी) का उपयोग कृपया उपर्युक्त विषय पर 25 जनवरी 2006, 22 मार्च 2006 तथा 24 अप्रैल 2008 के हमारे परिपत्र क्रमश: बैंपविवि. सं. बीएल. बीसी. 58/ 22.01.001/2005-06, बैंपविवि. सं. बीएल. बीसी. 72/22.01.00
अगस्त 27, 2008
बैंकों द्वारा अग्रिमों की पुनर्रचना से संबंधित विवेकपूर्ण दिशानिर्देश
आरबीआइ सं. 2008-09/143 बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 37/21.04.132/2008-09 27 अगस्त 2008 5 भाद्र 1930 (शक) अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक /मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक और स्थानीय क्षेत्र बैंक को छोड़कर) महोदय बैंकों द्वारा अग्रिमों की पुनर्रचना से संबंधित विवेकपूर्ण दिशानिर्देश कृपया कंपनी ऋण पुनर्रचना (सीडीआर) तथा लघु और मझौले उद्यम ऋण पुनर्रचना प्रणालियों के अंतर्गत ऋण पुनर्रचना को छोड़कर बैंकों द्वारा की जानेवाली ऋण
आरबीआइ सं. 2008-09/143 बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 37/21.04.132/2008-09 27 अगस्त 2008 5 भाद्र 1930 (शक) अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक /मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक और स्थानीय क्षेत्र बैंक को छोड़कर) महोदय बैंकों द्वारा अग्रिमों की पुनर्रचना से संबंधित विवेकपूर्ण दिशानिर्देश कृपया कंपनी ऋण पुनर्रचना (सीडीआर) तथा लघु और मझौले उद्यम ऋण पुनर्रचना प्रणालियों के अंतर्गत ऋण पुनर्रचना को छोड़कर बैंकों द्वारा की जानेवाली ऋण
अगस्त 22, 2008
बैंकों में अदावी जमाराशियां /निक्रिय खाते
आरबीआइ/2008-09/138 बैंपविवि.सं.एलईजी.बीसी. 34 /09.07.005/2008-0922 अगस्त 2008 31 श्रावण 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदयबैंकों में अदावी जमाराशियां/निष्क्रिय खाते कृपया 1 अक्तूबर 1977 का हमारा परिपत्र बैंपविवि. सं. कॉम. बीसी. 109/ सी. 408/ए-77 देखें जिसमें बैंकों को सूचित किया गया था कि जिन जमा खातों में काफी समय से, उदाहरण के लिए दो वर्ष से परिचालन नहीं हुआ है उन्हें अलग किया जाए तथा अलग लेजर /लेजरों में रखा जाए। साथ ही, 15
आरबीआइ/2008-09/138 बैंपविवि.सं.एलईजी.बीसी. 34 /09.07.005/2008-0922 अगस्त 2008 31 श्रावण 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदयबैंकों में अदावी जमाराशियां/निष्क्रिय खाते कृपया 1 अक्तूबर 1977 का हमारा परिपत्र बैंपविवि. सं. कॉम. बीसी. 109/ सी. 408/ए-77 देखें जिसमें बैंकों को सूचित किया गया था कि जिन जमा खातों में काफी समय से, उदाहरण के लिए दो वर्ष से परिचालन नहीं हुआ है उन्हें अलग किया जाए तथा अलग लेजर /लेजरों में रखा जाए। साथ ही, 15
अगस्त 22, 2008
बैंकों द्वारा सूचना /जानकारी प्रदर्शित करना -व्यापक सूचना पट्ट
आरबीआइ/2008-09/137 बैंपविवि. सं. एलईजी. बीसी. 33/09.07.005/2008-09 22 अगस्त 2008 31 श्रावण 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदयबैंकों द्वारा सूचना /जानकारी प्रदर्शित करना -व्यापक सूचना पट्टबैंकों की शाखाओं में सूचना /जानकारी प्रदर्शित करना वित्तीय शिक्षा प्रदान करने का एक माध्यम है। इस तरह का प्रदर्शन करने से ग्राहकों को बैंक के उत्पादों तथा सेवाओं के संबंध में समझबूझ कर निर्णय लेने में आसानी होती है तथा उनके अधिकारों तथा कुछ अन
आरबीआइ/2008-09/137 बैंपविवि. सं. एलईजी. बीसी. 33/09.07.005/2008-09 22 अगस्त 2008 31 श्रावण 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदयबैंकों द्वारा सूचना /जानकारी प्रदर्शित करना -व्यापक सूचना पट्टबैंकों की शाखाओं में सूचना /जानकारी प्रदर्शित करना वित्तीय शिक्षा प्रदान करने का एक माध्यम है। इस तरह का प्रदर्शन करने से ग्राहकों को बैंक के उत्पादों तथा सेवाओं के संबंध में समझबूझ कर निर्णय लेने में आसानी होती है तथा उनके अधिकारों तथा कुछ अन
अगस्त 21, 2008
वाणिज्य बैंकों द्वारा अपनी शाखाओं /कार्यालयों के लिए पट्टे/ किराए पर स्थान /जगह का अभिग्रहण - दिशानिर्देशों का उदारीकरण
अ्ँध्अ्भारिबैं/2008-09/132 बैंपविवि. सं. बीएल. बीसी. 32 /22.01.03/2008-0921 अगस्त 2008 30 श्रावण 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदयवाणिज्य बैंकों द्वारा अपनी शाखाओं /कार्यालयों के लिए पट्टे/ किराए पर स्थान /जगह का अभिग्रहण - दिशानिर्देशों का उदारीकरण कृपया उपर्युक्त विषय पर 11 नवंबर 1998 का हमारा परिपत्र बैंपविवि. सं. बीएल. बीसी. 105/ 22.01.03/98 देखें।2. उपर्युक्त परिपत्र सभी वाणिज्य बैंकों को जारी किया गया था। जहां तक निजी क
अ्ँध्अ्भारिबैं/2008-09/132 बैंपविवि. सं. बीएल. बीसी. 32 /22.01.03/2008-0921 अगस्त 2008 30 श्रावण 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदयवाणिज्य बैंकों द्वारा अपनी शाखाओं /कार्यालयों के लिए पट्टे/ किराए पर स्थान /जगह का अभिग्रहण - दिशानिर्देशों का उदारीकरण कृपया उपर्युक्त विषय पर 11 नवंबर 1998 का हमारा परिपत्र बैंपविवि. सं. बीएल. बीसी. 105/ 22.01.03/98 देखें।2. उपर्युक्त परिपत्र सभी वाणिज्य बैंकों को जारी किया गया था। जहां तक निजी क
अगस्त 08, 2008
बैंकों के तुलन पत्रेतर एक्सपोज़रों के लिए विवेकपूर्ण मानदंड
आरबीआइ / 125/ 2008-09 बैंपविवि.सं.बीपी.बीसी. 31 /21.04.157/2008-09 8 अगस्त 2008 17 श्रावण 1930 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (स्थानीय क्षेत्र बैंक तथा क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय बैंकों के तुलन पत्रेतर एक्सपोज़रों के लिए विवेकपूर्ण मानदंड कृपया 30 मई 2008 की भारिबैं प्रेस प्रकाशनी सं. 2007-2008/1528 देखें जिसके अनुसार उपर्युक्त विषय पर प्रारूप दिशानिर्देश टिप्पणियों/प्रतिसूचना के लिए जारी किए गए थे । प्राप्त प्र
आरबीआइ / 125/ 2008-09 बैंपविवि.सं.बीपी.बीसी. 31 /21.04.157/2008-09 8 अगस्त 2008 17 श्रावण 1930 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (स्थानीय क्षेत्र बैंक तथा क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय बैंकों के तुलन पत्रेतर एक्सपोज़रों के लिए विवेकपूर्ण मानदंड कृपया 30 मई 2008 की भारिबैं प्रेस प्रकाशनी सं. 2007-2008/1528 देखें जिसके अनुसार उपर्युक्त विषय पर प्रारूप दिशानिर्देश टिप्पणियों/प्रतिसूचना के लिए जारी किए गए थे । प्राप्त प्र
अगस्त 06, 2008
Infrastructure - Criteria for financing
RBI/2008- 2009/124 DBOD No.BP. BC. 30/ 08.12.14/2008-09 August 6, 2008 All Commercial Banks (excluding RRBs and LABs) and Select All India Financial Institutions (AIFIs) (NHB, NABARD, EXIM Bank, SIDBI,) Dear Sir,Infrastructure – Criteria for financing Please refer to paragraph 2.3.8.4 of our Master Circular – Loan and Advances – Statutory and other Restrictions - DBOD.NO.Dir.BC.17/13.03.00/2008-09 dated July 1, 2008 wherein, inter alia, the banks have been advised tha
RBI/2008- 2009/124 DBOD No.BP. BC. 30/ 08.12.14/2008-09 August 6, 2008 All Commercial Banks (excluding RRBs and LABs) and Select All India Financial Institutions (AIFIs) (NHB, NABARD, EXIM Bank, SIDBI,) Dear Sir,Infrastructure – Criteria for financing Please refer to paragraph 2.3.8.4 of our Master Circular – Loan and Advances – Statutory and other Restrictions - DBOD.NO.Dir.BC.17/13.03.00/2008-09 dated July 1, 2008 wherein, inter alia, the banks have been advised tha
अगस्त 06, 2008
मुद्रा वायदे (फ्यूचर्स)की शुरूआत - बैंकों को सेबी-अनुमोदित शेयर बाजारों के व्यापारिक/निकासी (क्लियरिंग)सदस्य बनने की अनुमति देना
आरबीआइ /2008-2009/123 बैंपविवि. सं. एफएसडी. बीसी. 29 /24.01.001/2008-09 6 अगस्त 2008 15 श्रावण 1930 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदयमुद्रा वायदे (फ्यूचर्स)की शुरूआत - बैंकों को सेबी-अनुमोदित शेयर बाजारों के व्यापारिक/निकासी (क्लियरिंग)सदस्य बनने की अनुमति देनावर्ष 2007-08 के वार्षिक नीति वक्तव्य में की गई घोषणा के अनुसार अंतर्राष्ट्रीय अनुभव का अध्ययन करने तथा भारत में शेयर बाजार में मुद्रा वायदे शुरू करने के प्रस्ताव को क
आरबीआइ /2008-2009/123 बैंपविवि. सं. एफएसडी. बीसी. 29 /24.01.001/2008-09 6 अगस्त 2008 15 श्रावण 1930 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदयमुद्रा वायदे (फ्यूचर्स)की शुरूआत - बैंकों को सेबी-अनुमोदित शेयर बाजारों के व्यापारिक/निकासी (क्लियरिंग)सदस्य बनने की अनुमति देनावर्ष 2007-08 के वार्षिक नीति वक्तव्य में की गई घोषणा के अनुसार अंतर्राष्ट्रीय अनुभव का अध्ययन करने तथा भारत में शेयर बाजार में मुद्रा वायदे शुरू करने के प्रस्ताव को क
जुलाई 30, 2008
भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - सीआरआर बनाए रखना
आर_ााआइ / 2008-09/104आरबीआइ/2008-09/104 संदर्भ : बैंपविवि. सं. आरईटी बीसी. 25 /12.01.001/2008-09 30 ज़ुलाई 2008 8 श्रावण 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य़ बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदयभारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - सीआरआर बनाए रखना कृपया उपर्युक्त विषय पर 26 ज़ून 2008 का हमारा परिपत्र बैंपविवि. सं. आरईटी. बीसी. 96 / 12.01.001/2007-2008 देखें। ज़ैसा कि वर्ष 2008-09 के लिए वार्षिक मौद्रिक नीति की पहली तिमाही समीक्षा पर 29 ज़ुलाई 2008 को
आर_ााआइ / 2008-09/104आरबीआइ/2008-09/104 संदर्भ : बैंपविवि. सं. आरईटी बीसी. 25 /12.01.001/2008-09 30 ज़ुलाई 2008 8 श्रावण 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य़ बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदयभारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - सीआरआर बनाए रखना कृपया उपर्युक्त विषय पर 26 ज़ून 2008 का हमारा परिपत्र बैंपविवि. सं. आरईटी. बीसी. 96 / 12.01.001/2007-2008 देखें। ज़ैसा कि वर्ष 2008-09 के लिए वार्षिक मौद्रिक नीति की पहली तिमाही समीक्षा पर 29 ज़ुलाई 2008 को
जुलाई 30, 2008
कृषि ऋण माफी और ऋण राहत योजना 2008 - आय निर्धारण, आस्ति वर्गीकरण और प्रावधानीकरण तथा पूंजी पर्याप्तता के लिए विवेकपूर्ण मानदंड
आरबीआइ सं. 2008-09/106 बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 26 /21.04.048/2008-09 30 जुलाई 2008 8 श्रावण 1930 (शक)अध्यक्ष /अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक /प्रबंध निदेशक /मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (स्थानीय क्षेत्र बैंक सहित) (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदयकृषि ऋण माफी और ऋण राहत योजना 2008 - आय निर्धारण, आस्ति वर्गीकरण और प्रावधानीकरण तथा पूंजी पर्याप्तता के लिए विवेकपूर्ण मानदंडजैसा कि आपको ज्ञात है, माननीय वित्त मंत्री ने अपने 2008-09 के बजट भाषण (प
आरबीआइ सं. 2008-09/106 बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 26 /21.04.048/2008-09 30 जुलाई 2008 8 श्रावण 1930 (शक)अध्यक्ष /अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक /प्रबंध निदेशक /मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (स्थानीय क्षेत्र बैंक सहित) (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदयकृषि ऋण माफी और ऋण राहत योजना 2008 - आय निर्धारण, आस्ति वर्गीकरण और प्रावधानीकरण तथा पूंजी पर्याप्तता के लिए विवेकपूर्ण मानदंडजैसा कि आपको ज्ञात है, माननीय वित्त मंत्री ने अपने 2008-09 के बजट भाषण (प
जुलाई 23, 2008
बैंकों के क्रेडिट कार्ड परिचालन
आरबीआई/2008-2009/100 बैंपविवि.एफएसडी.बीसी.23/24.01.011/2008-09 23 जुलाई 2008 समस्त अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय, बैंकों के क्रेडिट कार्ड परिचालन कृपया बैंकों के क्रेडिट कार्ड परिचालन पर जारी दिनांक 1 जुलाई 2008 का मास्टर परिपत्र (परिपत्र सं. बैंपविवि.एफएसडी.बीसी.6/24.01.011/2008-2009) देखें। 2. इस संबंध में, हम सूचित करते हैं कि भारतीय रिजर्व बैंक ने बैंकों एवं बैंकिंग लोकपाल कार्यालयों को मिली शिकायतों के आधार पर बैंकों के क्रेडिट
आरबीआई/2008-2009/100 बैंपविवि.एफएसडी.बीसी.23/24.01.011/2008-09 23 जुलाई 2008 समस्त अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय, बैंकों के क्रेडिट कार्ड परिचालन कृपया बैंकों के क्रेडिट कार्ड परिचालन पर जारी दिनांक 1 जुलाई 2008 का मास्टर परिपत्र (परिपत्र सं. बैंपविवि.एफएसडी.बीसी.6/24.01.011/2008-2009) देखें। 2. इस संबंध में, हम सूचित करते हैं कि भारतीय रिजर्व बैंक ने बैंकों एवं बैंकिंग लोकपाल कार्यालयों को मिली शिकायतों के आधार पर बैंकों के क्रेडिट
जुलाई 01, 2008
Master Circular - Know Your Customer (KYC) norms /Anti-Money Laundering (AML) standards/Combating of Financing of Terrorism (CFT)/Obligation of banks under PMLA, 2002
RBI/ 2008-2009/72DBOD. AML. BC. No. 12 /14 .01.001/2008-09July 1, 2008 The Chairman/CEOs of all Scheduled Commercial Banks ( Excluding RRBs) / all Financial Institutions Dear Sir,Master Circular – Know Your Customer (KYC) norms /Anti-Money Laundering (AML) standards/Combating of Financing of Terrorism (CFT)/Obligation of banks under PMLA, 2002Reserve Bank of India has issued regulatory guidelines on Know Your Customer (KYC) norms / Anti Money Laundering (AML) Standard
RBI/ 2008-2009/72DBOD. AML. BC. No. 12 /14 .01.001/2008-09July 1, 2008 The Chairman/CEOs of all Scheduled Commercial Banks ( Excluding RRBs) / all Financial Institutions Dear Sir,Master Circular – Know Your Customer (KYC) norms /Anti-Money Laundering (AML) standards/Combating of Financing of Terrorism (CFT)/Obligation of banks under PMLA, 2002Reserve Bank of India has issued regulatory guidelines on Know Your Customer (KYC) norms / Anti Money Laundering (AML) Standard
जून 26, 2008
भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - सीआरआर बनाए रखना
आरबीआइ/2007-08/383 संदर्भ : बैंपविवि. सं. आरईटीबीसी. 96 /12.01.001/2007-08 26 ज़ून 2008 5 आषाड 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज़्य बैंक महोदय भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - सीआरआर बनाए रखना कृपया उपर्युक्त विषय पर 29 अप्रैल 2008 का हमारा परिपत्र बैंपविवि. सं. आरईटी. बीसी. 79/12.01.001/2007-2008 देखें। वर्तमान वैश्विक तथा देशी समष्टि आर्थिक तथा वित्तीय घटनाओं की समीक्षा करने पर यह निर्णय लिया गया है कि अनुसचित वाणिज्य़ बैंकों के आरक्षित नकदी निधि अनुपात
आरबीआइ/2007-08/383 संदर्भ : बैंपविवि. सं. आरईटीबीसी. 96 /12.01.001/2007-08 26 ज़ून 2008 5 आषाड 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज़्य बैंक महोदय भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - सीआरआर बनाए रखना कृपया उपर्युक्त विषय पर 29 अप्रैल 2008 का हमारा परिपत्र बैंपविवि. सं. आरईटी. बीसी. 79/12.01.001/2007-2008 देखें। वर्तमान वैश्विक तथा देशी समष्टि आर्थिक तथा वित्तीय घटनाओं की समीक्षा करने पर यह निर्णय लिया गया है कि अनुसचित वाणिज्य़ बैंकों के आरक्षित नकदी निधि अनुपात
जून 13, 2008
सरकारी क्षेत्र के बैंकों को जारी परिपत्रों की समीक्षा
आरबीआइ/2007-08/365 बैंपविवि. सं. आइएनएफ. बीसी. 94 /11.01.009/2007-0813 जून 2008 23 ज्येष्ठ 1930 (शक)सरकारी क्षेत्र के सभी बैंकों के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशकमहोदयसरकारी क्षेत्र के बैंकों को जारी परिपत्रों की समीक्षाउपर्युक्त विषय पर 10 सितंबर 2007 के हमारे परिपत्र बैंपविवि. सं. आइएनएफ. बीसी. 32/11.01.009/ 2007-08 के अनुक्रम में भारत सरकार के परामर्श से यह निर्णय लिया गया है कि अनुबंध में दिये गये ब्यौरे के अनुसार 8 और परिपत्रों को वापस लिया जाए।कृपया संलग्न विवरण में उ
आरबीआइ/2007-08/365 बैंपविवि. सं. आइएनएफ. बीसी. 94 /11.01.009/2007-0813 जून 2008 23 ज्येष्ठ 1930 (शक)सरकारी क्षेत्र के सभी बैंकों के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशकमहोदयसरकारी क्षेत्र के बैंकों को जारी परिपत्रों की समीक्षाउपर्युक्त विषय पर 10 सितंबर 2007 के हमारे परिपत्र बैंपविवि. सं. आइएनएफ. बीसी. 32/11.01.009/ 2007-08 के अनुक्रम में भारत सरकार के परामर्श से यह निर्णय लिया गया है कि अनुबंध में दिये गये ब्यौरे के अनुसार 8 और परिपत्रों को वापस लिया जाए।कृपया संलग्न विवरण में उ
जून 09, 2008
पूंजी बाजार में बैंकों का एक्सपोज़र -म्यूचुअल फंडों को बैंकों द्वारा
दिये गए ऋण तथा अपरिवर्तनीय भुगतान प्रतिबद्धताएँ (आइपीसी) जारी करना
दिये गए ऋण तथा अपरिवर्तनीय भुगतान प्रतिबद्धताएँ (आइपीसी) जारी करना
आरबीआइ/2007-08/359 बैंपविवि. सं. डीआइआर. बीसी. 92 /13.03.00/2007-089 जून 2008 19 ज्येष्ठ 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक(क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदय पूंजी बाजार में बैंकों का एक्सपोज़र -म्यूचुअल फंडों को बैंकों द्वारा दिये गए ऋण तथा अपरिवर्तनीय भुगतान प्रतिबद्धताएँ (आइपीसी) जारी करना कृपया 14 दिसंबर 2007 के हमारे परिपत्र सं. बैंपविवि. डीआइआर. बीसी. 57/13.03.00/ 2007-08 का पैरा 4 देखें, जिसके अनुसार परिपत्र की तारीख से छह महीने तक की संक्रमण अवधि दी गयी
आरबीआइ/2007-08/359 बैंपविवि. सं. डीआइआर. बीसी. 92 /13.03.00/2007-089 जून 2008 19 ज्येष्ठ 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक(क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदय पूंजी बाजार में बैंकों का एक्सपोज़र -म्यूचुअल फंडों को बैंकों द्वारा दिये गए ऋण तथा अपरिवर्तनीय भुगतान प्रतिबद्धताएँ (आइपीसी) जारी करना कृपया 14 दिसंबर 2007 के हमारे परिपत्र सं. बैंपविवि. डीआइआर. बीसी. 57/13.03.00/ 2007-08 का पैरा 4 देखें, जिसके अनुसार परिपत्र की तारीख से छह महीने तक की संक्रमण अवधि दी गयी
जून 09, 2008
समीक्षाओं का कैलेंडर - निदेशक बोर्ड, प्रबंधन समिति और लेखा परीक्षा समिति के समक्ष रखे जाने वाले मामले
आरबीआइ/2007-08/360 बैंपविवि. सं. पीएसबीडी.बीसी. 93 /16.13.100/2007-08 9 जून 2008 19 ज्येष्ठ 1930 (शक)निजी क्षेत्र के सभी बैंकों के मुख्य कार्यपालकमहोदयसमीक्षाओं का कैलेंडर - निदेशक बोर्ड, प्रबंधन समिति और लेखा परीक्षा समिति के समक्ष रखे जाने वाले मामलेकृपया 22 अप्रैल 2008 का हमारा परिपत्र बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 71/21.03.038/2007-08 देखें (प्रतिलिपि संलग्न), जिसे हमने सरकारी क्षेत्र के बैंकों के मुख्य कार्यपालकों को संबोधित किया है तथा जिसमें बैंकों के निदेशक बोर्ड,
आरबीआइ/2007-08/360 बैंपविवि. सं. पीएसबीडी.बीसी. 93 /16.13.100/2007-08 9 जून 2008 19 ज्येष्ठ 1930 (शक)निजी क्षेत्र के सभी बैंकों के मुख्य कार्यपालकमहोदयसमीक्षाओं का कैलेंडर - निदेशक बोर्ड, प्रबंधन समिति और लेखा परीक्षा समिति के समक्ष रखे जाने वाले मामलेकृपया 22 अप्रैल 2008 का हमारा परिपत्र बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 71/21.03.038/2007-08 देखें (प्रतिलिपि संलग्न), जिसे हमने सरकारी क्षेत्र के बैंकों के मुख्य कार्यपालकों को संबोधित किया है तथा जिसमें बैंकों के निदेशक बोर्ड,
जून 04, 2008
दृष्टिहीन व्यक्तियों को बैंकिंग सुविधाएँ
आरबीआइ/2007-08/358 बैंपविवि. सं. एलईजी. बीसी. 91 /09.07.005/2007-08 4 जून 2008 14 ज्येष्ठ, 1930 (शक)प्रति सभी वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदयदृष्टिहीन व्यक्तियों को बैंकिंग सुविधाएँ हमारे ध्यान में यह बात लायी गयी है कि दृष्टिहीन व्यक्तियों को बैंकिंग सुविधाएँ प्राप्त करने में समस्याएं आ रही हैं। यह नोट किया जाए कि दृष्टिहीन व्यक्तियों को चेक बुक सुविधा /एटीएम का परिचालन /लॉकर आदि सहित कोई भी बैंकिंग सुविधा देने से मना नहीं किया जा सकता क्योंकि
आरबीआइ/2007-08/358 बैंपविवि. सं. एलईजी. बीसी. 91 /09.07.005/2007-08 4 जून 2008 14 ज्येष्ठ, 1930 (शक)प्रति सभी वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदयदृष्टिहीन व्यक्तियों को बैंकिंग सुविधाएँ हमारे ध्यान में यह बात लायी गयी है कि दृष्टिहीन व्यक्तियों को बैंकिंग सुविधाएँ प्राप्त करने में समस्याएं आ रही हैं। यह नोट किया जाए कि दृष्टिहीन व्यक्तियों को चेक बुक सुविधा /एटीएम का परिचालन /लॉकर आदि सहित कोई भी बैंकिंग सुविधा देने से मना नहीं किया जा सकता क्योंकि
जून 04, 2008
भारत सरकार द्वारा जारी गैर-एसएलआर प्रतिभूतियों का मूल्यांकन
आरबीआइ/2007-08/356 बैंपविवि. सं. एफआइडी. एफआइसी. 5/01.02.00/2007-08 4 जून 2008 14 ज्येष्ठ 1930 (शक)अखिल भारतीय मीयादी ऋणदात्री और पुनर्वित्त प्रदान करनेवाली संस्थाओं के मुख्य कार्यपालक अधिकारी(एक्जिम बैंक, नाबार्ड, एनएचबी, सिडबी)महोदयभारत सरकार द्वारा जारी गैर-एसएलआर प्रतिभूतियों का मूल्यांकनकृपया ‘वित्तीय संस्थाओं द्वारा निवेश संविभाग के वर्गीकरण, मूल्यांकन और परिचालन के लिए विवेकपूर्ण मानदंड’ पर 2 जुलाई 2007 का हमारा मास्टर परिपत्र बैंपविवि. सं. एफआइडी. एफआइसी. 3/01
आरबीआइ/2007-08/356 बैंपविवि. सं. एफआइडी. एफआइसी. 5/01.02.00/2007-08 4 जून 2008 14 ज्येष्ठ 1930 (शक)अखिल भारतीय मीयादी ऋणदात्री और पुनर्वित्त प्रदान करनेवाली संस्थाओं के मुख्य कार्यपालक अधिकारी(एक्जिम बैंक, नाबार्ड, एनएचबी, सिडबी)महोदयभारत सरकार द्वारा जारी गैर-एसएलआर प्रतिभूतियों का मूल्यांकनकृपया ‘वित्तीय संस्थाओं द्वारा निवेश संविभाग के वर्गीकरण, मूल्यांकन और परिचालन के लिए विवेकपूर्ण मानदंड’ पर 2 जुलाई 2007 का हमारा मास्टर परिपत्र बैंपविवि. सं. एफआइडी. एफआइसी. 3/01
जून 03, 2008
जम्मू और कश्मीर राज्य में व्यापार और उद्योग को छूट
आरबीआइ/2007-08/349 बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 89/21.04.012/2007-08 3 जून 2008 13 ज्येष्ठ 1930 (शक) अध्यक्ष/अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक/प्रबंध निदेशक/मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदयजम्मू और कश्मीर राज्य में व्यापार और उद्योग को छूट कृपया 25 मई 2007 का हमारा परिपत्र बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 100/21.04.012/2006-2007 देखें, जिसके द्वारा जम्मू और कश्मीर के उधारकर्ताओं/ग्राहकों को दी गयी रियायत/ऋण संबंधी छूट की अवधि 3
आरबीआइ/2007-08/349 बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 89/21.04.012/2007-08 3 जून 2008 13 ज्येष्ठ 1930 (शक) अध्यक्ष/अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक/प्रबंध निदेशक/मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदयजम्मू और कश्मीर राज्य में व्यापार और उद्योग को छूट कृपया 25 मई 2007 का हमारा परिपत्र बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 100/21.04.012/2006-2007 देखें, जिसके द्वारा जम्मू और कश्मीर के उधारकर्ताओं/ग्राहकों को दी गयी रियायत/ऋण संबंधी छूट की अवधि 3
मई 30, 2008
पूंजी पर्याप्तता मानंदड - सहायक कंपनियों/सहयोगी कंपनियों में बैंकों के निवेश तथा सहायक कंपनियों /सहयोगी कंपनियों द्वारा अपने मूल बैंकों में किये गये निवेशों के संबंध में कार्रवाई (ट्री
आरबीआइ सं. 2007-08/341 बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 88 /21.06.001/2007-08 30 मई 2008 9 ज्येष्ठ 1930 (शक) अध्यक्ष /अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक /प्रबंध निदेशक /मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय पूंजी पर्याप्तता मानंदड - सहायक कंपनियों/सहयोगी कंपनियों में बैंकों के निवेश तथा सहायक कंपनियों /सहयोगी कंपनियों द्वारा अपने मूल बैंकों में किये गये निवेशों के संबंध में कार्रवाई (ट्रीटमेंट) कृपया ‘पू
आरबीआइ सं. 2007-08/341 बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 88 /21.06.001/2007-08 30 मई 2008 9 ज्येष्ठ 1930 (शक) अध्यक्ष /अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक /प्रबंध निदेशक /मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय पूंजी पर्याप्तता मानंदड - सहायक कंपनियों/सहयोगी कंपनियों में बैंकों के निवेश तथा सहायक कंपनियों /सहयोगी कंपनियों द्वारा अपने मूल बैंकों में किये गये निवेशों के संबंध में कार्रवाई (ट्रीटमेंट) कृपया ‘पू
पृष्ठ अंतिम बार अपडेट किया गया: