अधिसूचनाएं - आरबीआई - Reserve Bank of India
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भारतीय रिज़र्व बैंक की आधिकारिक वेबसाइट
अधिसूचनाएं
सितंबर 03, 2007
शाखा स्तरीय ग्राहक सेवा समितियां
आरबीआइ/2007-08/ 128 बैंपविवि. सं. एलईजी. बीसी. 30 /09.07.005/2007-08 सितंबर 03, 2007 भाद्र 12, 1929 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदयशाखा स्तरीय ग्राहक सेवा समितियां बैंकों में ग्राहक सेवा पर कार्यदल (तलवार समिति) की सिफारिश सं. 172 के अनुसार बैंकों को सूचित किया गया था कि वे शाखा स्तर पर ग्राहक सेवा समितियां स्थापित करें। इसके अतिरिक्त, बैंकों में ग्राहक सेवा पर समिति (गोइपोरिया समिति) की सिफारिश सं. 3.68 के अनुसार बैंकों को शाख
आरबीआइ/2007-08/ 128 बैंपविवि. सं. एलईजी. बीसी. 30 /09.07.005/2007-08 सितंबर 03, 2007 भाद्र 12, 1929 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदयशाखा स्तरीय ग्राहक सेवा समितियां बैंकों में ग्राहक सेवा पर कार्यदल (तलवार समिति) की सिफारिश सं. 172 के अनुसार बैंकों को सूचित किया गया था कि वे शाखा स्तर पर ग्राहक सेवा समितियां स्थापित करें। इसके अतिरिक्त, बैंकों में ग्राहक सेवा पर समिति (गोइपोरिया समिति) की सिफारिश सं. 3.68 के अनुसार बैंकों को शाख
अगस्त 31, 2007
चीनी उद्योग को अग्रिम - सुरक्षित भंडार रखना
आरबीआइ/2007-2008/127 बैंपविवि. बीपी. बीसी. सं. 29/08.07.06/2007-08 31 अगस्त 2007 9 भाद्र 1929 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंकमहोदयचीनी उद्योग को अग्रिम - सुरक्षित भंडार रखना कृपया उपर्युक्त विषय पर 11 जुलाई का हमारा परिपत्र आरबीआइ/2007-2008/91 बैंपविवि. बीपी. बीसी. सं. 20/08.07.06/2007-08 देखें। 2. भारत सरकार, उपभोक्ता मामले , खाद्य तथा सार्वजनिक वितरण मंत्रालय के खाद्य तथा सार्वजनिक वितरण विभाग ने 1 अगस्त 2007 के अपने आदेश (प्रतिलिपि संलग्न) द्वारा यह निर्णय लिया है कि
आरबीआइ/2007-2008/127 बैंपविवि. बीपी. बीसी. सं. 29/08.07.06/2007-08 31 अगस्त 2007 9 भाद्र 1929 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंकमहोदयचीनी उद्योग को अग्रिम - सुरक्षित भंडार रखना कृपया उपर्युक्त विषय पर 11 जुलाई का हमारा परिपत्र आरबीआइ/2007-2008/91 बैंपविवि. बीपी. बीसी. सं. 20/08.07.06/2007-08 देखें। 2. भारत सरकार, उपभोक्ता मामले , खाद्य तथा सार्वजनिक वितरण मंत्रालय के खाद्य तथा सार्वजनिक वितरण विभाग ने 1 अगस्त 2007 के अपने आदेश (प्रतिलिपि संलग्न) द्वारा यह निर्णय लिया है कि
अगस्त 22, 2007
उधारदाताओं के लिए उचित व्यवहार संहिता पर दिशानिर्देश - ऋण करार की प्रतिलिपि देना
आरबीआइ/2007-08/119 बैंपविवि. सं. एलईजी. बीसी.28 /09.07.005/2007-08 22 अगस्त 2007 31 श्रावण 1929 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक /अखिल भारतीय वित्तीय संस्था (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय उधारदाताओं के लिए उचित व्यवहार संहिता पर दिशानिर्देश - ऋण करार की प्रतिलिपि देना कृपया 5 मई 2003 का हमारा परिपत्र बैंपविवि. एलईजी सं. बीसी. 104/09.07.007/2002-03 देखें जिसमें उधारदाताओं के लिए उचित व्यवहार संहिता को निर्धारित करनेवाले दिशानिर्देश बैंकों /वित्तीय संस्थाओं को
आरबीआइ/2007-08/119 बैंपविवि. सं. एलईजी. बीसी.28 /09.07.005/2007-08 22 अगस्त 2007 31 श्रावण 1929 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक /अखिल भारतीय वित्तीय संस्था (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय उधारदाताओं के लिए उचित व्यवहार संहिता पर दिशानिर्देश - ऋण करार की प्रतिलिपि देना कृपया 5 मई 2003 का हमारा परिपत्र बैंपविवि. एलईजी सं. बीसी. 104/09.07.007/2002-03 देखें जिसमें उधारदाताओं के लिए उचित व्यवहार संहिता को निर्धारित करनेवाले दिशानिर्देश बैंकों /वित्तीय संस्थाओं को
अगस्त 22, 2007
Submission of Quarterly statement on Housing Finance disbursements - Discontinuance
RBI/2007-2008/120Ref.DBOD.Dir.(Hsg.)BC.No. 27/08.12.01/2007-08August 22, 2007Sravana 31, 1929(Saka)ToAll Scheduled Commercial BanksDear Sir,Submission of Quarterly statement on Housing Finance disbursements - DiscontinuancePlease refer to paragraph 7.2 of our Master Circular DBOD.No.DIR.(Hsg)BC.02/ 08.12.01/2007-08 dated 2nd July 2007 in terms of which banks are required to submit statement on housing finance disbursement on a quarterly basis indicating details of dis
RBI/2007-2008/120Ref.DBOD.Dir.(Hsg.)BC.No. 27/08.12.01/2007-08August 22, 2007Sravana 31, 1929(Saka)ToAll Scheduled Commercial BanksDear Sir,Submission of Quarterly statement on Housing Finance disbursements - DiscontinuancePlease refer to paragraph 7.2 of our Master Circular DBOD.No.DIR.(Hsg)BC.02/ 08.12.01/2007-08 dated 2nd July 2007 in terms of which banks are required to submit statement on housing finance disbursement on a quarterly basis indicating details of dis
अगस्त 03, 2007
बैंकों द्वारा बिलों की भुनाई /पुनर्भुनाई
आरबीआइ/2007-2008/111 बैंपविवि. बीपी. बीसी. सं. 26/21.02.070/2007-08 3 अगस्त 2007 12 श्रावण 1929 (शक) प्रति सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों /स्थानीय क्षेत्र बैंकों को छोड़कर)महोदयबैंकों द्वारा बिलों की भुनाई /पुनर्भुनाई कृपया ऋण तथा अग्रिम -सांविधिक तथा अन्य प्रतिबंध पर 2 जुलाई 2007 का हमारा मास्टर परिपत्र आरबीआइ/2006-2007/43. बैंपविवि. सं. डीआइआर. बीसी. 9/13.03.00/2007-08 देखें। 2.उक्त परिपत्र के पैरा 3.10 (iii) के अनुसार, बैंकों को केवल ऐसे अ
आरबीआइ/2007-2008/111 बैंपविवि. बीपी. बीसी. सं. 26/21.02.070/2007-08 3 अगस्त 2007 12 श्रावण 1929 (शक) प्रति सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों /स्थानीय क्षेत्र बैंकों को छोड़कर)महोदयबैंकों द्वारा बिलों की भुनाई /पुनर्भुनाई कृपया ऋण तथा अग्रिम -सांविधिक तथा अन्य प्रतिबंध पर 2 जुलाई 2007 का हमारा मास्टर परिपत्र आरबीआइ/2006-2007/43. बैंपविवि. सं. डीआइआर. बीसी. 9/13.03.00/2007-08 देखें। 2.उक्त परिपत्र के पैरा 3.10 (iii) के अनुसार, बैंकों को केवल ऐसे अ
जुलाई 31, 2007
कंपनी बांड लेनदेन के लिए फिम्डा का सूचना मंच
आरबीआइ/2007-2008/103 बैंपविवि. बीपी. बीसी. सं. 23/21.04.141/2007-08 31 जुलाई 2007 9 श्रावण 1929 (शक)सभी वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों और स्थानीय क्षेत्र बैकों को छोड़कर) और चुनिंदा अखिल भारतीय वित्तीय संस्था (राष्ट्रीय आवास बैंक, नाबार्ड, एक्जिम बैंक, भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक, भारतीय पर्यटन वित्त निगम लि., भारतीय औद्योगिक वित्त निगम लि., भारतीय औद्योगिक निवेश बैंक लि.)महोदयकंपनी बांड लेनदेन के लिए फिम्डा का सूचना मंच जैसा कि आप जानते हैं कि कंपनी बांडों त
आरबीआइ/2007-2008/103 बैंपविवि. बीपी. बीसी. सं. 23/21.04.141/2007-08 31 जुलाई 2007 9 श्रावण 1929 (शक)सभी वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों और स्थानीय क्षेत्र बैकों को छोड़कर) और चुनिंदा अखिल भारतीय वित्तीय संस्था (राष्ट्रीय आवास बैंक, नाबार्ड, एक्जिम बैंक, भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक, भारतीय पर्यटन वित्त निगम लि., भारतीय औद्योगिक वित्त निगम लि., भारतीय औद्योगिक निवेश बैंक लि.)महोदयकंपनी बांड लेनदेन के लिए फिम्डा का सूचना मंच जैसा कि आप जानते हैं कि कंपनी बांडों त
जुलाई 31, 2007
भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - सीआरआर बनाए रखना
आरबीआइ / 2007-08/107 संदर्भ : बैंपविवि. सं. आरईटी बीसी.25/12.01.001/2007-08 31 जुलाई 2007 9 श्रावण 1929 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोडकर)महोदयभारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - सीआरआर बनाए रखना कृपया उपर्युक्त विषय पर 20 अप्रैल 2007 का हमारा परिपत्र आरबीआइ/2006-2007/331 बैंपविवि. सं. आरईटी. बीसी. 82/12.01.001/2006-2007 देखें । वर्तमान चलनिधि परिस्थितियों की समीक्षा करने पर, यह निर्णय लिया गया है कि 4 अगस्त 2007 से प्रारं
आरबीआइ / 2007-08/107 संदर्भ : बैंपविवि. सं. आरईटी बीसी.25/12.01.001/2007-08 31 जुलाई 2007 9 श्रावण 1929 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोडकर)महोदयभारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - सीआरआर बनाए रखना कृपया उपर्युक्त विषय पर 20 अप्रैल 2007 का हमारा परिपत्र आरबीआइ/2006-2007/331 बैंपविवि. सं. आरईटी. बीसी. 82/12.01.001/2006-2007 देखें । वर्तमान चलनिधि परिस्थितियों की समीक्षा करने पर, यह निर्णय लिया गया है कि 4 अगस्त 2007 से प्रारं
जुलाई 25, 2007
वर्ष 2006-07 से सरकारी क्षेत्र के बैंकों के सांविधिक केंद्रीय लेखा-परीक्षकों तथा शाखा लेखा-परीक्षकों को देय पारिश्रमिक
आरबीआई/2007-08/101 बैंपर्यवि.एआरएस. सं.बीसी. 3/08.92.001/2007-08 25 जुलाई 2007 अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, सरकारी क्षेत्र के सभी बैंक तथा प्रबंध निदेशक, भारतीय स्टेट बैंक के सहयोगी बैंकमहोदय/महोदया वर्ष 2006-07 से सरकारी क्षेत्र के बैंकों के सांविधिक केंद्रीय लेखा-परीक्षकों तथा शाखा लेखा-परीक्षकों को देय पारिश्रमिककृपया वर्ष 2006-07 के लिए सरकारी क्षेत्रों के बैंकों सांविधिक केंद्रीय लेखा-परीक्षकों तथा शाखा लेखा-परीक्षकों को देय पारिश्रमिक के संबंध मे 6 जून 2007 क
आरबीआई/2007-08/101 बैंपर्यवि.एआरएस. सं.बीसी. 3/08.92.001/2007-08 25 जुलाई 2007 अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, सरकारी क्षेत्र के सभी बैंक तथा प्रबंध निदेशक, भारतीय स्टेट बैंक के सहयोगी बैंकमहोदय/महोदया वर्ष 2006-07 से सरकारी क्षेत्र के बैंकों के सांविधिक केंद्रीय लेखा-परीक्षकों तथा शाखा लेखा-परीक्षकों को देय पारिश्रमिककृपया वर्ष 2006-07 के लिए सरकारी क्षेत्रों के बैंकों सांविधिक केंद्रीय लेखा-परीक्षकों तथा शाखा लेखा-परीक्षकों को देय पारिश्रमिक के संबंध मे 6 जून 2007 क
जुलाई 11, 2007
चीनी उद्योगों के लिए अग्रिम - सुरक्षित भंडार रखना
आरबीआइ/2007-2008/91 बैंपविवि. बीपी. बीसी. सं. 20/08.07.06/2007-08 11 जुलाई 2007 20 आषाढ़ 1929 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंकमहोदयचीनी उद्योगों के लिए अग्रिम - सुरक्षित भंडार रखनाकृपया उपर्युक्त विषय पर भारत सरकार, उपभोक्ता मामले, खाद्य तथा सार्वजनिक वितरण मंत्रालय, के खाद्य तथा सार्वजनिक वितरण विभाग द्वारा जारी 20 अप्रैल 2007 की अधिसूचना देखें। 2. अधिसूचना से स्पष्ट है कि 1 मई 2007 से एक वर्ष के लिए चीनी का 20 लाख टन का सुरक्षित भंडार निर्माण करने का भारत सरकार ने निर्
आरबीआइ/2007-2008/91 बैंपविवि. बीपी. बीसी. सं. 20/08.07.06/2007-08 11 जुलाई 2007 20 आषाढ़ 1929 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंकमहोदयचीनी उद्योगों के लिए अग्रिम - सुरक्षित भंडार रखनाकृपया उपर्युक्त विषय पर भारत सरकार, उपभोक्ता मामले, खाद्य तथा सार्वजनिक वितरण मंत्रालय, के खाद्य तथा सार्वजनिक वितरण विभाग द्वारा जारी 20 अप्रैल 2007 की अधिसूचना देखें। 2. अधिसूचना से स्पष्ट है कि 1 मई 2007 से एक वर्ष के लिए चीनी का 20 लाख टन का सुरक्षित भंडार निर्माण करने का भारत सरकार ने निर्
जुलाई 03, 2007
अनचाहे वाणिज्यिक संवाद - ‘कॉल न करें’ की राष्ट्रीय सूची (नेशनल डू नॉट कॉल रजिस्ट्री)
आरबीआइ/2007-08/78 बैंपविवि. सं. एफएसडी. बीसी. 19 /24.01.011/2007-08 3 जुलाई 2007 12 आषाढ़ 1929 (शक) सभी वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदयअनचाहे वाणिज्यिक संवाद - ‘कॉल न करें’ की राष्ट्रीय सूची (नेशनल डू नॉट कॉल रजिस्ट्री) बैंकों के क्रेडिट कार्ड परिचालनों से संबंधित सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंकों /गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों को संबोधित 1 जुलाई 2006 के हमारे परिपत्र सं. बैंपविवि. एफएसडी. बीसी. 10/ 24.01.011/2006-07 का पैरा 7(i) देखें जिसमें बैंकों द
आरबीआइ/2007-08/78 बैंपविवि. सं. एफएसडी. बीसी. 19 /24.01.011/2007-08 3 जुलाई 2007 12 आषाढ़ 1929 (शक) सभी वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदयअनचाहे वाणिज्यिक संवाद - ‘कॉल न करें’ की राष्ट्रीय सूची (नेशनल डू नॉट कॉल रजिस्ट्री) बैंकों के क्रेडिट कार्ड परिचालनों से संबंधित सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंकों /गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों को संबोधित 1 जुलाई 2006 के हमारे परिपत्र सं. बैंपविवि. एफएसडी. बीसी. 10/ 24.01.011/2006-07 का पैरा 7(i) देखें जिसमें बैंकों द
जून 28, 2007
बैंकों द्वारा पेंशन निधि प्रबंध (पीएफएम)
आरबीआइ/2006-07/446 बैंपविवि. सं. एफएसडी. बीसी. 102 /24.01.022/2006-07 28 जून 2007 7 आषाढ़ 1929 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदयबैंकों द्वारा पेंशन निधि प्रबंध (पीएफएम) बैंककारी विनियमन अधिनियम, 1949 की धारा 6 की उप-धारा (1) के खंड (ओ) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए भारत सरकार ने 24 मई 2007 को अधिसूचना एफ. सं. 13/6/2005 - बीओए जारी की है जिसमें "पेंशन निधि के प्रबंधक के रूप में कार्य करने" को एक कारोबार के तौर पर विन
आरबीआइ/2006-07/446 बैंपविवि. सं. एफएसडी. बीसी. 102 /24.01.022/2006-07 28 जून 2007 7 आषाढ़ 1929 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदयबैंकों द्वारा पेंशन निधि प्रबंध (पीएफएम) बैंककारी विनियमन अधिनियम, 1949 की धारा 6 की उप-धारा (1) के खंड (ओ) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए भारत सरकार ने 24 मई 2007 को अधिसूचना एफ. सं. 13/6/2005 - बीओए जारी की है जिसमें "पेंशन निधि के प्रबंधक के रूप में कार्य करने" को एक कारोबार के तौर पर विन
जून 26, 2007
Guidelines on Stress Testing
RBI / 2006-07/ 444DBOD. No. BP. BC.101 / 21.04.103/ 2006-07June 26, 2007The Chairman/ Chief Executive OfficerAll Commercial Banks(excluding RRBs & LABs)Dear Sir,Guidelines on Stress TestingImprovement in risk management practices has been in focus since the introduction of the financial sector liberalization process in the mid nineties. The process gained momentum with the issue of regulatory guidelines and guidance notes on asset liability management and manageme
RBI / 2006-07/ 444DBOD. No. BP. BC.101 / 21.04.103/ 2006-07June 26, 2007The Chairman/ Chief Executive OfficerAll Commercial Banks(excluding RRBs & LABs)Dear Sir,Guidelines on Stress TestingImprovement in risk management practices has been in focus since the introduction of the financial sector liberalization process in the mid nineties. The process gained momentum with the issue of regulatory guidelines and guidance notes on asset liability management and manageme
जून 06, 2007
सभी राष्ट्रीयकृत बैंकों के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक तथा भारतीय स्टेट बैंक के सहयोगी बैंकों के प्रबंध निदेशक
भारिबैं 2006-07/429 बैंपर्यवि.एआरएस.सं.बीसी . 08 /08.92.001/2006-07 6 जून 2007गोपनीय सभी राष्ट्रीयकृत बैंकों के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक तथा भारतीय स्टेट बैंक के सहयोगी बैंकों के प्रबंध निदेशक महोदय/ महोदया, सरकारी क्षेत्र के बैंकों के सांविधिक केद्रीय तथा शाखा लेखा परीक्षकों को वर्ष 2006-07 से देय पारिश्रमिककृपया उपर्युक्त विषय पर 17 मार्च 2004 के हमारे परिपत्र बैंपर्यवि.एआरएस.सं.बीसी.7/08.92. 001/2003-04 में निहित अनुदेश देखें। यह निर्णय किया गया है कि सरकारी क्षेत
भारिबैं 2006-07/429 बैंपर्यवि.एआरएस.सं.बीसी . 08 /08.92.001/2006-07 6 जून 2007गोपनीय सभी राष्ट्रीयकृत बैंकों के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक तथा भारतीय स्टेट बैंक के सहयोगी बैंकों के प्रबंध निदेशक महोदय/ महोदया, सरकारी क्षेत्र के बैंकों के सांविधिक केद्रीय तथा शाखा लेखा परीक्षकों को वर्ष 2006-07 से देय पारिश्रमिककृपया उपर्युक्त विषय पर 17 मार्च 2004 के हमारे परिपत्र बैंपर्यवि.एआरएस.सं.बीसी.7/08.92. 001/2003-04 में निहित अनुदेश देखें। यह निर्णय किया गया है कि सरकारी क्षेत
मई 25, 2007
जम्मू तथा कश्मीर राज्य में व्यापार तथा उद्योग को छूट
आरबीआई/2006-07/416 बैंपविवि. सं.बीपी. बीसी. 100 /21.04.012/2006-0725 मई 2007 4 ज्येष्ठ 1929 (शक)अध्यक्ष, सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदयजम्मू तथा कश्मीर राज्य में व्यापार तथा उद्योग को छूट कृपया 16 मार्च 2006 का हमारा परिपत्र बैंपविवि.सं. बीपी. बीसी. 69/21.04.012/2005-06 देखें जिसके अनुसार जम्मू तथा कश्मीर में उधारकर्ताओं /ग्राहकों को दी गयी रियायतों /ऋण संबंधी छूटों की अवधि को 31 मार्च 2007 तक बढ़ाया गया था। यह निर्णय लिया गया है क
आरबीआई/2006-07/416 बैंपविवि. सं.बीपी. बीसी. 100 /21.04.012/2006-0725 मई 2007 4 ज्येष्ठ 1929 (शक)अध्यक्ष, सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदयजम्मू तथा कश्मीर राज्य में व्यापार तथा उद्योग को छूट कृपया 16 मार्च 2006 का हमारा परिपत्र बैंपविवि.सं. बीपी. बीसी. 69/21.04.012/2005-06 देखें जिसके अनुसार जम्मू तथा कश्मीर में उधारकर्ताओं /ग्राहकों को दी गयी रियायतों /ऋण संबंधी छूटों की अवधि को 31 मार्च 2007 तक बढ़ाया गया था। यह निर्णय लिया गया है क
मई 24, 2007
Doorstep Banking
RBI/2006-2007/412DBOD.No.BL.BC. 99 /22.01.010/2006-2007May 24, 2007Jyeshtha 03, 1929 SakaAll Scheduled Commercial Banks(excluding RRBs)Dear Sir Section 23 of the Banking Regulation Act, 1949 – Doorstep BankingPlease refer to our circular No.DBOD.BL.BC.59/22.01.010/2006-2007 dated February 21, 2007 on the above subject.2. Taking into account the suggestions received from Indian Banks’ Association as also some of the banks, the matter was reviewed and it has been decide
RBI/2006-2007/412DBOD.No.BL.BC. 99 /22.01.010/2006-2007May 24, 2007Jyeshtha 03, 1929 SakaAll Scheduled Commercial Banks(excluding RRBs)Dear Sir Section 23 of the Banking Regulation Act, 1949 – Doorstep BankingPlease refer to our circular No.DBOD.BL.BC.59/22.01.010/2006-2007 dated February 21, 2007 on the above subject.2. Taking into account the suggestions received from Indian Banks’ Association as also some of the banks, the matter was reviewed and it has been decide
मई 17, 2007
Exclusion Of Bharat Overseas Bank Ltd
RBI/2006-2007/397DBOD.BP.BC.No. 98 /21.01.002/2006-07May 17, 2007Exclusion Of Bharat Overseas Bank Ltd In pursuance of clause (b) of sub section (6) of Section 42 of Reserve Bank of India Act 1934 (2 of 1934), the Reserve Bank of India hereby directs exclusion with effect from April 1, 2007 from the Second Schedule to the said Act of the following bank, namely:'The Bharat Overseas Bank Ltd'Anand SinhaExecutive Director
RBI/2006-2007/397DBOD.BP.BC.No. 98 /21.01.002/2006-07May 17, 2007Exclusion Of Bharat Overseas Bank Ltd In pursuance of clause (b) of sub section (6) of Section 42 of Reserve Bank of India Act 1934 (2 of 1934), the Reserve Bank of India hereby directs exclusion with effect from April 1, 2007 from the Second Schedule to the said Act of the following bank, namely:'The Bharat Overseas Bank Ltd'Anand SinhaExecutive Director
मई 16, 2007
Guidelines on purchase / sale of Non Performing Assets
RBI/2006-2007/396 DBOD. No. BP. BC.97/21.04.048/2006-07May16, 2007All Commercial Banks (excluding RRBs) All India Term Lending and Refinancing Institutions All Non Banking Financial Companies (including RNBCs)Dear Sir,Guidelines on purchase / sale of Non Performing AssetsPlease refer to our Circular No. DBOD.BP.BC.16/21.04.048/2005-06 dated 13 July 2005 on the captioned subject. In terms of Para 5(iii) of the circular, the banks were advised that the estimated cash fl
RBI/2006-2007/396 DBOD. No. BP. BC.97/21.04.048/2006-07May16, 2007All Commercial Banks (excluding RRBs) All India Term Lending and Refinancing Institutions All Non Banking Financial Companies (including RNBCs)Dear Sir,Guidelines on purchase / sale of Non Performing AssetsPlease refer to our Circular No. DBOD.BP.BC.16/21.04.048/2005-06 dated 13 July 2005 on the captioned subject. In terms of Para 5(iii) of the circular, the banks were advised that the estimated cash fl
मई 10, 2007
Extension of Credit Facilities to Overseas Step-down Subsidiaries of Indian Companies
RBI/2006-2007/389 DBOD.IBD.BC.No 96/23.37.001/2006-07 May 10,@@NBSP@@2007 All Scheduled Commercial Banks (Excluding RRBs and LABs) Dear Sir, Annual Policy Statement for the year 2007-08 - Extension of Credit Facilities to Overseas Step-down Subsidiaries of Indian Corporates Please@@NBSP@@ refer@@NBSP@@ to@@NBSP@@ our@@NBSP@@ circular DBOD. IBD. BC. No.41/ 23.37.001/ 2006-07@@NBSP@@dated November 6, 2006 in terms of which the prudential limit on funded / non-funded cre
RBI/2006-2007/389 DBOD.IBD.BC.No 96/23.37.001/2006-07 May 10,@@NBSP@@2007 All Scheduled Commercial Banks (Excluding RRBs and LABs) Dear Sir, Annual Policy Statement for the year 2007-08 - Extension of Credit Facilities to Overseas Step-down Subsidiaries of Indian Corporates Please@@NBSP@@ refer@@NBSP@@ to@@NBSP@@ our@@NBSP@@ circular DBOD. IBD. BC. No.41/ 23.37.001/ 2006-07@@NBSP@@dated November 6, 2006 in terms of which the prudential limit on funded / non-funded cre
मई 08, 2007
स्वर्ण के आयात के लिए प्राधिकार - गठ-जोड़ (टाइ-अप) व्यवस्थाएं
आरबीआइ 2006-07/388 बैंपविवि. सं. आइबीडी. बीसी.95 /23.67.002/2006-07 8 मई 2007 18 वैशाख 1929(शक)स्वर्ण /चांदी आयात करने के लिए प्राधिकृत सभी बैंकमहोदय स्वर्ण के आयात के लिए प्राधिकार - गठ-जोड़ (टाइ-अप) व्यवस्थाएंहमारे विदेशी मुद्रा विभाग द्वारा जारी 6 मार्च 1998 के एडी (जीपी सिरीज) परिपत्र सं. 7 में वर्णित स्वर्ण आयात प्राधिकार योजना के अंतर्गत हम आभूषण निर्माताओं, निर्यातकों तथा घरेलू उपयोगकर्ताओं को बेचने के लिए स्वर्ण का आयात करने के लिए नामित बैंकों के रूप में बैंक
आरबीआइ 2006-07/388 बैंपविवि. सं. आइबीडी. बीसी.95 /23.67.002/2006-07 8 मई 2007 18 वैशाख 1929(शक)स्वर्ण /चांदी आयात करने के लिए प्राधिकृत सभी बैंकमहोदय स्वर्ण के आयात के लिए प्राधिकार - गठ-जोड़ (टाइ-अप) व्यवस्थाएंहमारे विदेशी मुद्रा विभाग द्वारा जारी 6 मार्च 1998 के एडी (जीपी सिरीज) परिपत्र सं. 7 में वर्णित स्वर्ण आयात प्राधिकार योजना के अंतर्गत हम आभूषण निर्माताओं, निर्यातकों तथा घरेलू उपयोगकर्ताओं को बेचने के लिए स्वर्ण का आयात करने के लिए नामित बैंकों के रूप में बैंक
मई 07, 2007
बैंकों द्वारा अत्यधिक ब्याज लगाये जाने के संबंध में शिकायतें
आरबीआइ/2006-07/377 बैंपविवि. सं. डीआइआर. बीसी. 93/13.03.00/2006-07 7 मई 2007 17 वैशाख 1929 (शक) सभी वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदयबैंकों द्वारा अत्यधिक ब्याज लगाये जाने के संबंध में शिकायतें कृपया वर्ष 2007-08 के वार्षिक नीति वक्तव्य के पैराग्राफ 168 (प्रतिलिपि संलग्न) का अवलोकन करें ।2. रिज़र्व बैंक और बैंकिंग लोकपालों के कार्यालयों में अनेक शिकायतें प्राप्त हो रही हैं जो कुछ ऋणों और अग्रिमों पर अत्यधिक ब्याज और प्रभार लगाने से संबंधित हैं ।
आरबीआइ/2006-07/377 बैंपविवि. सं. डीआइआर. बीसी. 93/13.03.00/2006-07 7 मई 2007 17 वैशाख 1929 (शक) सभी वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदयबैंकों द्वारा अत्यधिक ब्याज लगाये जाने के संबंध में शिकायतें कृपया वर्ष 2007-08 के वार्षिक नीति वक्तव्य के पैराग्राफ 168 (प्रतिलिपि संलग्न) का अवलोकन करें ।2. रिज़र्व बैंक और बैंकिंग लोकपालों के कार्यालयों में अनेक शिकायतें प्राप्त हो रही हैं जो कुछ ऋणों और अग्रिमों पर अत्यधिक ब्याज और प्रभार लगाने से संबंधित हैं ।
मई 07, 2007
वर्ष 2007-08 के लिए वार्षिक नीति वक्तव्य -सूचना प्रौद्योगिकी की सहायता से वित्तीय समावेशन
आरबीआइ/2006-07/378 बैंपविवि. सं. एलईजी. बीसी. 94 /09.07.005/2006-07 7 मई 2007 17 वैशाख 1929 (शक) अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालक अधिकारी/प्रबंध निदेशक सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदय/महोदया वर्ष 2007-08 के लिए वार्षिक नीति वक्तव्य - सूचना प्रौद्योगिकी की सहायता से वित्तीय समावेशन कृपया वर्ष 2007-08 के लिए वार्षिक नीति वक्तव्य के पैराग्राफ 163 का अवलोकन करें, जिसकी प्रतिलिपि संलग्न है।2. हमारे 11 नवंबर 2005 के परिपत्र बैंपविवि. सं. एलईजी. बी
आरबीआइ/2006-07/378 बैंपविवि. सं. एलईजी. बीसी. 94 /09.07.005/2006-07 7 मई 2007 17 वैशाख 1929 (शक) अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालक अधिकारी/प्रबंध निदेशक सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदय/महोदया वर्ष 2007-08 के लिए वार्षिक नीति वक्तव्य - सूचना प्रौद्योगिकी की सहायता से वित्तीय समावेशन कृपया वर्ष 2007-08 के लिए वार्षिक नीति वक्तव्य के पैराग्राफ 163 का अवलोकन करें, जिसकी प्रतिलिपि संलग्न है।2. हमारे 11 नवंबर 2005 के परिपत्र बैंपविवि. सं. एलईजी. बी
मई 03, 2007
वर्ष 2007-08 के लिए वार्षिक नीति वक्तव्य : आवासीय गृहनिर्माण ऋण पर जोखिम भार
आरबीआइ 2006-07/372 बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 92 /21.01.002/2006-073 मई 2007 13 वैशाख 1929 (शक) सभी वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदयवर्ष 2007-08 के लिए वार्षिक नीति वक्तव्य : आवासीय गृहनिर्माण ऋण पर जोखिम भार कृपया 23 दिसंबर 2004 के हमारे परिपत्र सं. बैंपविवि. बीपी. बीसी. 61/21.01.002/2004-05 का अवलोकन करें, जिसमें बैंकों द्वारा आवासीय संपत्ति के बंधक पर व्यक्तियों को दिए गए गृहनिर्माण ऋण पर तथा राष्ट्रीय आवास बैंक द्वारा मान्यता प्रदत्त तथा उनके
आरबीआइ 2006-07/372 बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 92 /21.01.002/2006-073 मई 2007 13 वैशाख 1929 (शक) सभी वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदयवर्ष 2007-08 के लिए वार्षिक नीति वक्तव्य : आवासीय गृहनिर्माण ऋण पर जोखिम भार कृपया 23 दिसंबर 2004 के हमारे परिपत्र सं. बैंपविवि. बीपी. बीसी. 61/21.01.002/2004-05 का अवलोकन करें, जिसमें बैंकों द्वारा आवासीय संपत्ति के बंधक पर व्यक्तियों को दिए गए गृहनिर्माण ऋण पर तथा राष्ट्रीय आवास बैंक द्वारा मान्यता प्रदत्त तथा उनके
अप्रैल 30, 2007
पटना उच्च न्यायालय - सीडब्ल्यूजेसी सं. 2006 का 13422 - काउंसिल फॉर द्र प्रोटेक्शन ऑफ पब्लिक राइट्स एंड वेलफेयर बनाम यूनियन ऑफ इंडिया और अन्य - के संबंध में
भारिबैं/2006-2007/364 बैंपविवि. सं. डीआइआर. बीसी. 91/13.26.00/2006-07 30 अप्रैल 2007 10 वैशाख 1929 (शक) अध्यक्ष /प्रबंध निदेशक/मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय पटना उच्च न्यायालय - सीडब्ल्यूजेसी सं. 2006 का 13422 - काउंसिल फॉर द्र प्रोटेक्शन ऑफ पब्लिक राइट्स एंड वेलफेयर बनाम यूनियन ऑफ इंडिया और अन्य - के संबंध में हम आपको सूचित करते हैं कि उपर्युक्त मामले में माननीय पटना उच्च न्यायालय ने 10 अप्रैल 2007 के अपने आदेश मे
भारिबैं/2006-2007/364 बैंपविवि. सं. डीआइआर. बीसी. 91/13.26.00/2006-07 30 अप्रैल 2007 10 वैशाख 1929 (शक) अध्यक्ष /प्रबंध निदेशक/मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय पटना उच्च न्यायालय - सीडब्ल्यूजेसी सं. 2006 का 13422 - काउंसिल फॉर द्र प्रोटेक्शन ऑफ पब्लिक राइट्स एंड वेलफेयर बनाम यूनियन ऑफ इंडिया और अन्य - के संबंध में हम आपको सूचित करते हैं कि उपर्युक्त मामले में माननीय पटना उच्च न्यायालय ने 10 अप्रैल 2007 के अपने आदेश मे
अप्रैल 27, 2007
Implementation of the New Capital Adequacy Framework
RBI/2006-2007/357DBOD. No. BP. BC. 90 / 20.06.001/ 2006-07April 27, 2007 The Chairman/Chief Executive OfficerAll Commercial Banks(excluding LABs & RRBs)Dear Sir,Prudential Guidelines on Capital Adequacy and Market Discipline – Implementation of the New Capital Adequacy FrameworkPlease refer to our letter DBOD.No.BP.1151/21.06.001/2006-07 dated March 20, 2007 forwarding the revised draft guidelines for implementation of the New Capital Adequacy Framework (Revised F
RBI/2006-2007/357DBOD. No. BP. BC. 90 / 20.06.001/ 2006-07April 27, 2007 The Chairman/Chief Executive OfficerAll Commercial Banks(excluding LABs & RRBs)Dear Sir,Prudential Guidelines on Capital Adequacy and Market Discipline – Implementation of the New Capital Adequacy FrameworkPlease refer to our letter DBOD.No.BP.1151/21.06.001/2006-07 dated March 20, 2007 forwarding the revised draft guidelines for implementation of the New Capital Adequacy Framework (Revised F
अप्रैल 24, 2007
Interest Rates on Non-Resident (External) Rupee (NRE) Deposits and FCNR(B) deposits
RBI/2006-2007/344 DBOD. No. Dir. BC. 89 /13.03.00/2006-07April 24, 2007All Scheduled Commercial Banks (Excluding RRBs)Dear Sir,Interest Rates on Non-Resident (External) Rupee (NRE) Deposits and FCNR(B) depositsPlease refer to paragraphs 114, 115 and 116 of the Annual Policy Statement for the year 2007-08 announced by Governor on April 24, 2007 (copy of the paragraphs enclosed).2.@@NBSP@@ Interest Rates on Non-Resident (External) Rupee (NRE) Deposits Please refer to pa
RBI/2006-2007/344 DBOD. No. Dir. BC. 89 /13.03.00/2006-07April 24, 2007All Scheduled Commercial Banks (Excluding RRBs)Dear Sir,Interest Rates on Non-Resident (External) Rupee (NRE) Deposits and FCNR(B) depositsPlease refer to paragraphs 114, 115 and 116 of the Annual Policy Statement for the year 2007-08 announced by Governor on April 24, 2007 (copy of the paragraphs enclosed).2.@@NBSP@@ Interest Rates on Non-Resident (External) Rupee (NRE) Deposits Please refer to pa
अप्रैल 23, 2007
Working Group to review the existing guidelines on restructuring of advances and align them with the guidelines on CDR Mechanism
DBOD.No.BP. 1316 /21.04.132/2006-07April 23, 2007All Commercial Banks (excluding RRBs & LABs)Dear Sir,Working Group to review the existing guidelines on restructuring of advances and align them with the guidelines on CDR Mechanism Please refer to para 174 of Annual Policy Statement for the Year 2006-07, wherein it was proposed that a working group will be constituted to review and align the existing guidelines on restructuring of advances (other than under CDR mec
DBOD.No.BP. 1316 /21.04.132/2006-07April 23, 2007All Commercial Banks (excluding RRBs & LABs)Dear Sir,Working Group to review the existing guidelines on restructuring of advances and align them with the guidelines on CDR Mechanism Please refer to para 174 of Annual Policy Statement for the Year 2006-07, wherein it was proposed that a working group will be constituted to review and align the existing guidelines on restructuring of advances (other than under CDR mec
अप्रैल 20, 2007
भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42(1) - आरक्षित नकदी निधि अनुपात बनाए रखना
आरबीआइ/2006-07/331 संदर्भ:बैंपविवि. सं. आरईटी बीसी.82/12.01.001/2006-07 20 अप्रैल 2007 30 चैत्र 1929 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदयभारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42(1) - आरक्षित नकदी निधि अनुपात बनाए रखना कृपया उपर्युक्त विषय पर 1 मार्च 2007 का हमारा परिपत्र आरबीआइ/2005-2006/269 बैंपविवि. सं. आरईटी. बीसी. 62/12.01.001/2006-2007 तथा 4 अप्रैल 2007 का हमारा परिपत्र आरबीआइ/2006-07/305 बैंपविवि. सं. आरईटी. बीसी. 74/12.0
आरबीआइ/2006-07/331 संदर्भ:बैंपविवि. सं. आरईटी बीसी.82/12.01.001/2006-07 20 अप्रैल 2007 30 चैत्र 1929 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदयभारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42(1) - आरक्षित नकदी निधि अनुपात बनाए रखना कृपया उपर्युक्त विषय पर 1 मार्च 2007 का हमारा परिपत्र आरबीआइ/2005-2006/269 बैंपविवि. सं. आरईटी. बीसी. 62/12.01.001/2006-2007 तथा 4 अप्रैल 2007 का हमारा परिपत्र आरबीआइ/2006-07/305 बैंपविवि. सं. आरईटी. बीसी. 74/12.0
अप्रैल 20, 2007
छूट प्राप्त श्रेणियों के संबंध में आरक्षित नकदी निधि अनुपात (सीआरआर) बनाए रखना
आरबीआइ / 2006-07/332 संदर्भ : बैंपविवि. सं. आरईटी बीसी. 84/12.01.001/2006-07 20 अप्रैल 2007 30 चैत्र 1929 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदयछूट प्राप्त श्रेणियों के संबंध में आरक्षित नकदी निधि अनुपात (सीआरआर) बनाए रखना कृपया उपर्युक्त विषय पर 1 मार्च 2007 का हमारा परिपत्र आरबीआइ/2006-2007/270 बैंपविवि. सं. आरईटी. बीसी. 64/12.01.001/2006-2007 देखें । भारतीय रिज़र्व बैंक (संशोधन) अधिनियम की धारा 3 के 1 अप्रैल 2007 से लागू होने से स
आरबीआइ / 2006-07/332 संदर्भ : बैंपविवि. सं. आरईटी बीसी. 84/12.01.001/2006-07 20 अप्रैल 2007 30 चैत्र 1929 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदयछूट प्राप्त श्रेणियों के संबंध में आरक्षित नकदी निधि अनुपात (सीआरआर) बनाए रखना कृपया उपर्युक्त विषय पर 1 मार्च 2007 का हमारा परिपत्र आरबीआइ/2006-2007/270 बैंपविवि. सं. आरईटी. बीसी. 64/12.01.001/2006-2007 देखें । भारतीय रिज़र्व बैंक (संशोधन) अधिनियम की धारा 3 के 1 अप्रैल 2007 से लागू होने से स
अप्रैल 20, 2007
डेरेवेटिव के संबंध में व्यापक दिशा-निर्देश
भारिबैं/2006-07/333 बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 86/21.04.157/2006-07 20 अप्रैल 2007 30 चैत्र 1929 (शक) अध्यक्ष /मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) अखिल भारतीय मीयादी ऋण देनेवाली एवं पुनर्वित्त प्रदान करनेवाली संस्थाएं एवं प्राथमिक व्यापारी महोदय डेरेवेटिव के संबंध में व्यापक दिशा-निर्देश जैसा कि वर्ष 2006-07 की वार्षिक नीति की मध्यावधि समीक्षा के पैरा 137 में उल्लेख किया गया था, व्युत्पन्न (डेरिवेटिव) के संबंध में वर्तमान दिशा-
भारिबैं/2006-07/333 बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 86/21.04.157/2006-07 20 अप्रैल 2007 30 चैत्र 1929 (शक) अध्यक्ष /मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) अखिल भारतीय मीयादी ऋण देनेवाली एवं पुनर्वित्त प्रदान करनेवाली संस्थाएं एवं प्राथमिक व्यापारी महोदय डेरेवेटिव के संबंध में व्यापक दिशा-निर्देश जैसा कि वर्ष 2006-07 की वार्षिक नीति की मध्यावधि समीक्षा के पैरा 137 में उल्लेख किया गया था, व्युत्पन्न (डेरिवेटिव) के संबंध में वर्तमान दिशा-
अप्रैल 20, 2007
Compliance function in banks
RBI/2006-2007/335 Ref. DBS. CO.PP.BC 6/11.01.005/2006-07 April 20, 2007 The Chairman / CEO All Scheduled Commercial Banks (excluding RRBs) Madam / Dear Sir, Compliance function in banks As you are aware, draft guidelines on compliance function in banks were placed on the website vide Ref No. DBS.CO.PP.BC 1/11.01.005/2006-07 dated November 16, 2006. Based on the responses / comments on the draft guidelines received from banks, Self Regulatory Organizations and others,
RBI/2006-2007/335 Ref. DBS. CO.PP.BC 6/11.01.005/2006-07 April 20, 2007 The Chairman / CEO All Scheduled Commercial Banks (excluding RRBs) Madam / Dear Sir, Compliance function in banks As you are aware, draft guidelines on compliance function in banks were placed on the website vide Ref No. DBS.CO.PP.BC 1/11.01.005/2006-07 dated November 16, 2006. Based on the responses / comments on the draft guidelines received from banks, Self Regulatory Organizations and others,
अप्रैल 20, 2007
Prudential Norms for Classification, Valuation and Operation of Investment Portfolio by Banks
RBI/2006-2007/334DBOD.BP.BC. 87 /21.04.141/ 2006-07April 20, 2007All Scheduled Commercial Banks(excluding Regional Rural Banks)Dear Sir,Prudential Norms for Classification, Valuationand Operation of Investment Portfolio by BanksPlease refer to our Master Circular on the above subject DBOD. No. BP.BC. 14/ 21.04.141/ 2006-07, dated July 1, 2006. In terms of these guidelines a bank may classify a security in the Held to Maturity (HTM) category either at the time of acqui
RBI/2006-2007/334DBOD.BP.BC. 87 /21.04.141/ 2006-07April 20, 2007All Scheduled Commercial Banks(excluding Regional Rural Banks)Dear Sir,Prudential Norms for Classification, Valuationand Operation of Investment Portfolio by BanksPlease refer to our Master Circular on the above subject DBOD. No. BP.BC. 14/ 21.04.141/ 2006-07, dated July 1, 2006. In terms of these guidelines a bank may classify a security in the Held to Maturity (HTM) category either at the time of acqui
अप्रैल 18, 2007
Guidelines - Accounting Standard 17( Segment Reporting) - Enhancement of disclosures
RBI/2006-2007/327 DBOD.No. BP.BC. 81 / 21.04.018/ 2006-07 April 18, 2007 All Scheduled Commercial Banks (excluding RRBs) Dear Sir, Guidelines - Accounting Standard 17( Segment Reporting) – Enhancement of disclosures Please refer to our circular DBOD.No.BP. BC. 89 /21.04.018/2002-03 dated March29, 2003 in terms of which banks are required to adopt the three business segments viz. ‘Treasury’, ‘Other Banking Business’ and ‘Residual’ as the uniform business segments and ‘
RBI/2006-2007/327 DBOD.No. BP.BC. 81 / 21.04.018/ 2006-07 April 18, 2007 All Scheduled Commercial Banks (excluding RRBs) Dear Sir, Guidelines - Accounting Standard 17( Segment Reporting) – Enhancement of disclosures Please refer to our circular DBOD.No.BP. BC. 89 /21.04.018/2002-03 dated March29, 2003 in terms of which banks are required to adopt the three business segments viz. ‘Treasury’, ‘Other Banking Business’ and ‘Residual’ as the uniform business segments and ‘
अप्रैल 18, 2007
‘निजी क्षेत्र के बैंकों और विदेशी बैंकों के लिए संरक्षित प्रकटन योजना’ की शुरुआत
आरबीआई/2006-2007/328 डीओ डीबीएस.एमआरएमसी सं.बीसी 5/23.02.011/2006-07 18 अप्रैल 2007 भारत में कार्यरत सभी निजी क्षेत्र के बैंक और विदेशी बैंक ‘निजी क्षेत्र के बैंकों और विदेशी बैंकों के लिए संरक्षित प्रकटन योजना’ की शुरुआत भारत सरकार ने अपने दिनांक 21 अप्रैल 2004 के संकल्प के तहत केंद्रीय सतर्कता आयोग (सीवीसी) को केंद्रीय सरकार या किसी केंद्रीय अधिनियम, सरकारी कंपनियों, सोसाइटीज़ या केंद्र सरकार के स्वामित्व वाली या उसके द्वारा नियंत्रित स्थानीय प्राधिकरणों के द्वारा य
आरबीआई/2006-2007/328 डीओ डीबीएस.एमआरएमसी सं.बीसी 5/23.02.011/2006-07 18 अप्रैल 2007 भारत में कार्यरत सभी निजी क्षेत्र के बैंक और विदेशी बैंक ‘निजी क्षेत्र के बैंकों और विदेशी बैंकों के लिए संरक्षित प्रकटन योजना’ की शुरुआत भारत सरकार ने अपने दिनांक 21 अप्रैल 2004 के संकल्प के तहत केंद्रीय सतर्कता आयोग (सीवीसी) को केंद्रीय सरकार या किसी केंद्रीय अधिनियम, सरकारी कंपनियों, सोसाइटीज़ या केंद्र सरकार के स्वामित्व वाली या उसके द्वारा नियंत्रित स्थानीय प्राधिकरणों के द्वारा य
अप्रैल 17, 2007
बैंकों द्वारा सुरक्षा जमा लॉकर/वस्तुओं के लिए सुरक्षित अभिरक्षा सुविधा प्रदान करना तथा सुरक्षा जमा लॉकरों तक पहुंच/ सुरक्षित अभिरक्षा से वस्तुं लौटाना
आरबीआइ/2006-2007/325बैंपविवि. सं. एलईजी. बीसी. 78 /09.07.005/2006-07 17 अप्रैल 2007 27 चैत्र 1929 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय बैंकों द्वारा सुरक्षा जमा लॉकर/वस्तुओं के लिए सुरक्षित अभिरक्षा सुविधा प्रदान करना तथा सुरक्षा जमा लॉकरों तक पहुंच/ सुरक्षित अभिरक्षा से वस्तुं लौटाना सार्वजनिक सेवाओं से संबंधित क्रियाविधि और कार्यनिष्पादन मूल्यांकन संबंधी समिति (सीपीपीएपीएस) ने लॉकरों के आसान परिचालन के लिए कुछ सिफारिशें की हैं । ह
आरबीआइ/2006-2007/325बैंपविवि. सं. एलईजी. बीसी. 78 /09.07.005/2006-07 17 अप्रैल 2007 27 चैत्र 1929 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय बैंकों द्वारा सुरक्षा जमा लॉकर/वस्तुओं के लिए सुरक्षित अभिरक्षा सुविधा प्रदान करना तथा सुरक्षा जमा लॉकरों तक पहुंच/ सुरक्षित अभिरक्षा से वस्तुं लौटाना सार्वजनिक सेवाओं से संबंधित क्रियाविधि और कार्यनिष्पादन मूल्यांकन संबंधी समिति (सीपीपीएपीएस) ने लॉकरों के आसान परिचालन के लिए कुछ सिफारिशें की हैं । ह
अप्रैल 17, 2007
रुपया निर्यात ऋण ब्याज दरें
आरबीआई/2006-07/326 बैंपविवि. डीआईआर (ईएक्सपी)बीसी.सं.80/04.02.01/2006-07 17 अप्रैल 2007 27 चैत्र 1929 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय,रुपया निर्यात ऋण ब्याज दरें कृपया उपर्युक्त विषय पर 20 अक्तूबर 2006 का हमारा परिपत्र बैंपविवि.डीआईआर. (ईएक्सपी) सं. 37/ 04.02.01/2006-07 देखें । उपर्युक्त परिपत्र में दर्शायी गयी रुपया निर्यात ऋण पर ब्याज दरों की वैधता अब 31 अक्तूबर 2007 तक प्रचलित रहेगी । इस संबंध में बैंक का 12 अप्रैल 2007 का
आरबीआई/2006-07/326 बैंपविवि. डीआईआर (ईएक्सपी)बीसी.सं.80/04.02.01/2006-07 17 अप्रैल 2007 27 चैत्र 1929 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय,रुपया निर्यात ऋण ब्याज दरें कृपया उपर्युक्त विषय पर 20 अक्तूबर 2006 का हमारा परिपत्र बैंपविवि.डीआईआर. (ईएक्सपी) सं. 37/ 04.02.01/2006-07 देखें । उपर्युक्त परिपत्र में दर्शायी गयी रुपया निर्यात ऋण पर ब्याज दरों की वैधता अब 31 अक्तूबर 2007 तक प्रचलित रहेगी । इस संबंध में बैंक का 12 अप्रैल 2007 का
अप्रैल 13, 2007
अपने ग्राहक को जानिए (केवाइसी) मानदंड/धन शोधन निवारण (एएमएल) मानक/आतंकवाद के वित्तपोषण का सामना करना (सीएफटी) - वायर अंतरण
आरबीआइ/2006-07/321 बैंपविवि. एएमएल. बीसी सं. 77 /14.01.001/2006-07 13 अप्रैल 2007 23 चैत्र 1929 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय अपने ग्राहक को जानिए (केवाइसी) मानदंड/धन शोधन निवारण (एएमएल) मानक/आतंकवाद के वित्तपोषण का सामना करना (सीएफटी) - वायर अंतरण बैंक खातों के बीच निधियों के शीघ्र अंतरण की प्रणाली के रूप में बैंक वायर अंतरणों (वायर ट्रंस्फर) का उपयोग करते हैं । वायर अंतरण में एक देश की राष्ट्रीय सीमाओं के भीतर होनेवाले अथव
आरबीआइ/2006-07/321 बैंपविवि. एएमएल. बीसी सं. 77 /14.01.001/2006-07 13 अप्रैल 2007 23 चैत्र 1929 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय अपने ग्राहक को जानिए (केवाइसी) मानदंड/धन शोधन निवारण (एएमएल) मानक/आतंकवाद के वित्तपोषण का सामना करना (सीएफटी) - वायर अंतरण बैंक खातों के बीच निधियों के शीघ्र अंतरण की प्रणाली के रूप में बैंक वायर अंतरणों (वायर ट्रंस्फर) का उपयोग करते हैं । वायर अंतरण में एक देश की राष्ट्रीय सीमाओं के भीतर होनेवाले अथव
अप्रैल 12, 2007
Asset Classification Norms for Infrastructure Projects Modified
RBI/2006-2007/320DBOD No. BP.BC. 76 /21.04.048/2006-07April 12, 2007All Scheduled Commercial Banks(Excluding RRBs)Dear Sir,Prudential norms on Income recognition, Asset Classification andProvisioning pertaining to Advances – Projects involving time overrunIn terms of Sub-para (iv) of Para 4.2.17 of Master Circular DBOD No. BP.BC. 15/ 21.04.048/2006-07 dated 1 July 2006 on ‘Prudential norms on Income Recognition, Asset Classification and Provisioning pertaining to Adva
RBI/2006-2007/320DBOD No. BP.BC. 76 /21.04.048/2006-07April 12, 2007All Scheduled Commercial Banks(Excluding RRBs)Dear Sir,Prudential norms on Income recognition, Asset Classification andProvisioning pertaining to Advances – Projects involving time overrunIn terms of Sub-para (iv) of Para 4.2.17 of Master Circular DBOD No. BP.BC. 15/ 21.04.048/2006-07 dated 1 July 2006 on ‘Prudential norms on Income Recognition, Asset Classification and Provisioning pertaining to Adva
अप्रैल 05, 2007
एकल जमा खातों में नामांकन सुविधा
आरबीआइ/2006-07/310 बैंपविवि. सं. एलईजी. बीसी. 75 /09.07.005/2006-075 अप्रैल 2007 15 चैत्र 1929 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदयएकल जमा खातों में नामांकन सुविधा कृपया उपर्युक्त विषय पर 9 जून 2005 के हमारे परिपत्र बैंपविवि. सं. बीसी. 95/09.07.005/ 2004-05 का पैरा 9 देखें जिसमें बैंकों को सूचित किया गया था कि वे नामांकन सुविधा तथा उत्तरजीविता खंड के लाभ का व्यापक प्रचार करें तथा जमा खाता धारकों का इस संबंध में मार्गदर्शन करें। हमे
आरबीआइ/2006-07/310 बैंपविवि. सं. एलईजी. बीसी. 75 /09.07.005/2006-075 अप्रैल 2007 15 चैत्र 1929 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदयएकल जमा खातों में नामांकन सुविधा कृपया उपर्युक्त विषय पर 9 जून 2005 के हमारे परिपत्र बैंपविवि. सं. बीसी. 95/09.07.005/ 2004-05 का पैरा 9 देखें जिसमें बैंकों को सूचित किया गया था कि वे नामांकन सुविधा तथा उत्तरजीविता खंड के लाभ का व्यापक प्रचार करें तथा जमा खाता धारकों का इस संबंध में मार्गदर्शन करें। हमे
अप्रैल 04, 2007
भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - सीआरआर बनाए रखना
आरबीआइ / 2006-07/305संदर्भ : बैंपविवि. सं. आरईटी बीसी. 74/12.01.001/2006-07 4 अप्रैल 2007 14 चैत्र 1929 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदयभारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - सीआरआर बनाए रखना कृपया उपर्युक्त विषय पर 1 मार्च 2007 का हमारा परिपत्र आरबीआइ/2006-2007/269 / बैंपविवि. सं. आरईटी. बीसी. 62/12.01.001/2006-2007 देखें । जैसा कि 30 मार्च 2007 की प्रेस प्रकाशनी 2006-07/1336 में उल्लेख किया गया है, यह निर्णय लिया
आरबीआइ / 2006-07/305संदर्भ : बैंपविवि. सं. आरईटी बीसी. 74/12.01.001/2006-07 4 अप्रैल 2007 14 चैत्र 1929 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदयभारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - सीआरआर बनाए रखना कृपया उपर्युक्त विषय पर 1 मार्च 2007 का हमारा परिपत्र आरबीआइ/2006-2007/269 / बैंपविवि. सं. आरईटी. बीसी. 62/12.01.001/2006-2007 देखें । जैसा कि 30 मार्च 2007 की प्रेस प्रकाशनी 2006-07/1336 में उल्लेख किया गया है, यह निर्णय लिया
अप्रैल 03, 2007
स्वर्ण (धातु) ऋण की अवधि
आरबीआइ/2006-07/302 बैंपविवि.आइबीडी. बीसी.71 /23.67.001/2006-07 अप्रैल 3, 2007 चैत्र 13, 1929 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय स्वर्ण (धातु) ऋण की अवधि 5 सितंबर 2005 के हमारे परिपत्र बैंपविवि. सं. आइबीडी. बीसी. 33/23.67.001/2005-06 द्वारा यह सूचित किया गया था कि विद्यमान अनुदेशों के अनुसार स्वर्ण आयात के लिए नामित बैंक* देशी आभूषण निर्माताओं को, जो आभूषण के निर्यातक नहीं हैं, उक्त परिपत्र में निर्दिष्ट शर्तों के अधीन स्वर्ण (धात
आरबीआइ/2006-07/302 बैंपविवि.आइबीडी. बीसी.71 /23.67.001/2006-07 अप्रैल 3, 2007 चैत्र 13, 1929 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय स्वर्ण (धातु) ऋण की अवधि 5 सितंबर 2005 के हमारे परिपत्र बैंपविवि. सं. आइबीडी. बीसी. 33/23.67.001/2005-06 द्वारा यह सूचित किया गया था कि विद्यमान अनुदेशों के अनुसार स्वर्ण आयात के लिए नामित बैंक* देशी आभूषण निर्माताओं को, जो आभूषण के निर्यातक नहीं हैं, उक्त परिपत्र में निर्दिष्ट शर्तों के अधीन स्वर्ण (धात
अप्रैल 03, 2007
निर्यात अग्रिम के लिए गारंटियां
आरबीआइ/2006-07/303 बैंपविवि. सं. डीआइआर. बीसी. 72/13.03.00/2006-07 3 अप्रैल 2007 13 चैत्र 1929 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंकों के मुख्य कार्यपालक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदयनिर्यात अग्रिम के लिए गारंटियां हमारे ध्यान में आया है कि न्यून निर्यात आवर्त (टर्नओवर) वाले निर्यातक देशी बैंक गारंटियों के बदले, न्यून ब्याज दर वाली मुद्राओं में बड़ी राशि के निर्यात अग्रिम प्राप्त कर रहे हैं तथा ब्याज दर अंतर का लाभ उठाने के लिए वे ऐसे अग्रिमों को भारतीय रुपयों मे
आरबीआइ/2006-07/303 बैंपविवि. सं. डीआइआर. बीसी. 72/13.03.00/2006-07 3 अप्रैल 2007 13 चैत्र 1929 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंकों के मुख्य कार्यपालक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदयनिर्यात अग्रिम के लिए गारंटियां हमारे ध्यान में आया है कि न्यून निर्यात आवर्त (टर्नओवर) वाले निर्यातक देशी बैंक गारंटियों के बदले, न्यून ब्याज दर वाली मुद्राओं में बड़ी राशि के निर्यात अग्रिम प्राप्त कर रहे हैं तथा ब्याज दर अंतर का लाभ उठाने के लिए वे ऐसे अग्रिमों को भारतीय रुपयों मे
मार्च 30, 2007
चेकों का निकटतम रुपये तक पूर्णांकन
आरबीआइ/2006-07/299 बैंपविवि. डीआइआर. बीसी. 70/13.01.01/2006-07 30 मार्च 2007 9 चैत्र 1929 (शक) सभी वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय चेकों का निकटतम रुपये तक पूर्णांकन कृपया ‘जमाराशियों पर ब्याज दरें’ विषय पर 1 जुलाई 2006 के हमारे मास्टर परिरपत्र बैंपविवि. डीआइआर. बीसी. 6/13.03.00/2006-07 के पैराग्राफ 19 का अवलोकन करें, जिसके द्वारा बैंकों को सूचित किया गया था कि जमाराशियों पर ब्याज भुगतान/अग्रिमों पर ब्याज प्रभार सहित सभी लेनदेन निकटतम रुपये तक
आरबीआइ/2006-07/299 बैंपविवि. डीआइआर. बीसी. 70/13.01.01/2006-07 30 मार्च 2007 9 चैत्र 1929 (शक) सभी वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय चेकों का निकटतम रुपये तक पूर्णांकन कृपया ‘जमाराशियों पर ब्याज दरें’ विषय पर 1 जुलाई 2006 के हमारे मास्टर परिरपत्र बैंपविवि. डीआइआर. बीसी. 6/13.03.00/2006-07 के पैराग्राफ 19 का अवलोकन करें, जिसके द्वारा बैंकों को सूचित किया गया था कि जमाराशियों पर ब्याज भुगतान/अग्रिमों पर ब्याज प्रभार सहित सभी लेनदेन निकटतम रुपये तक
मार्च 14, 2007
Grant of Loans for acquisition of Kisan Vikas Patras (KVPs)
RBI/2006-2007/288 DBOD.No.Dir.BC.69/13.03.00/2006-2007 March 14, 2007 All Scheduled Commercial Banks (excluding RRBs) Dear Sir Grant of Loans for acquisition of Kisan Vikas Patras (KVPs) We have recently come across certain instances where banks had sanctioned loans to individuals (mostly High Networth Individuals-HNIs) for acquisition of Kisan Vikas Patras (KVPs). The HNIs were first required to bring in 10% of the total face value of the proposed investment in
RBI/2006-2007/288 DBOD.No.Dir.BC.69/13.03.00/2006-2007 March 14, 2007 All Scheduled Commercial Banks (excluding RRBs) Dear Sir Grant of Loans for acquisition of Kisan Vikas Patras (KVPs) We have recently come across certain instances where banks had sanctioned loans to individuals (mostly High Networth Individuals-HNIs) for acquisition of Kisan Vikas Patras (KVPs). The HNIs were first required to bring in 10% of the total face value of the proposed investment in
मार्च 13, 2007
Prudential norms on creation and utilisation of floating provisions
RBI/2006-07/287 DBOD.NO.BP.BC.68/21.04.048/2006-07 March 13, 2007All Scheduled Commercial Banks (Excluding RRBs)Dear Sir, Prudential norms on creation and utilisation of floating provisions Please refer to Para 2(i) of Circular DBOD.No.BP.BC.89/21.04.048/2005-06 dated June 22, 2006 on the captioned subject in terms of which banks can use the floating provisions only for contingencies under extra-ordinary circumstances for making specific provisions in impaired account
RBI/2006-07/287 DBOD.NO.BP.BC.68/21.04.048/2006-07 March 13, 2007All Scheduled Commercial Banks (Excluding RRBs)Dear Sir, Prudential norms on creation and utilisation of floating provisions Please refer to Para 2(i) of Circular DBOD.No.BP.BC.89/21.04.048/2005-06 dated June 22, 2006 on the captioned subject in terms of which banks can use the floating provisions only for contingencies under extra-ordinary circumstances for making specific provisions in impaired account
मार्च 07, 2007
भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की दूसरी अनुसूची से ‘दी युनाइटेड वेस्टर्न बैंक लिमिटेड’ का नाम हटाना
आरबीआइ/2006-2007 /282 बैंपविवि. आरईटी. बीसी. सं. 67 /12.06.051/2006-07 7 मार्च 2007 16 फाल्गुन 1928 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक महोदय भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की दूसरी अनुसूची से ‘दी युनाइटेड वेस्टर्न बैंक लिमिटेड’ का नाम हटाना हम सूचित करते हैं कि 25 नवंबर 2006 से, अर्थात् जिस तारीख को 3 नवंबर 2006 की संबंधित अधिसूचना बैंपविवि. सं. पीएसबीडी.4146/16.01.076/2006-07 भारत के राजपत्र (भाग III - खंड 4) में प्रकाशित हुई थी उस तारीख से, ‘दी युनाइटेड वेस्टर्न बैंक
आरबीआइ/2006-2007 /282 बैंपविवि. आरईटी. बीसी. सं. 67 /12.06.051/2006-07 7 मार्च 2007 16 फाल्गुन 1928 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक महोदय भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की दूसरी अनुसूची से ‘दी युनाइटेड वेस्टर्न बैंक लिमिटेड’ का नाम हटाना हम सूचित करते हैं कि 25 नवंबर 2006 से, अर्थात् जिस तारीख को 3 नवंबर 2006 की संबंधित अधिसूचना बैंपविवि. सं. पीएसबीडी.4146/16.01.076/2006-07 भारत के राजपत्र (भाग III - खंड 4) में प्रकाशित हुई थी उस तारीख से, ‘दी युनाइटेड वेस्टर्न बैंक
मार्च 06, 2007
ऋणदाताओं के लिए उचित व्यवहार संहिता संबंधी दिशा-निर्देश
आरबीआइ/2006-2007/280 बैंपविवि. सं. एलईजी. बीसी. 65 /09.07.005/2006-07 6 मार्च 2007 15 फाल्गुन 1928 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक / अखिल भारतीय वित्तीय संस्थाएं(क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदयऋणदाताओं के लिए उचित व्यवहार संहिता संबंधी दिशा-निर्देश कृपया 5 मई 2003 का हमारा परिपत्र बैंपविवि.एलईजी सं. बीसी. 104/09.07.007/2002-03 देखें जिसमें ऋणदाताओं के लिए उचित व्यवहार संहिता (Fair Practices Code) तैयार करने के लिए बैंकों /वित्तीय संस्थाओं को दिशा-निर्देश जारी क
आरबीआइ/2006-2007/280 बैंपविवि. सं. एलईजी. बीसी. 65 /09.07.005/2006-07 6 मार्च 2007 15 फाल्गुन 1928 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक / अखिल भारतीय वित्तीय संस्थाएं(क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदयऋणदाताओं के लिए उचित व्यवहार संहिता संबंधी दिशा-निर्देश कृपया 5 मई 2003 का हमारा परिपत्र बैंपविवि.एलईजी सं. बीसी. 104/09.07.007/2002-03 देखें जिसमें ऋणदाताओं के लिए उचित व्यवहार संहिता (Fair Practices Code) तैयार करने के लिए बैंकों /वित्तीय संस्थाओं को दिशा-निर्देश जारी क
मार्च 06, 2007
अंतर-बैंक देयताओं की विवेकपूर्ण सीमा
आरबीआइ/2006-2007/281 बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 66 /21.01.002/ 2006-07 6 मार्च 2007 15 फाल्गुन 1928 (शक) सभी वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदयअंतर-बैंक देयताओं की विवेकपूर्ण सीमाजैसा कि आपको ज्ञात है, भारत में आस्ति पक्ष के प्रतिपक्षी जोखिम संकेद्रण ने पर्याप्त ध्यान आकृष्ट किया है और इस संबंध में विनियामक नीतिगत कदम भी उठाए गए हैं, परंतु बैंकों के देयता पक्ष में जोखिम संकेद्रण की ओर समान रूप से ध्यान नहीं दिया गया है । वित्तीय स्थिरता के दृष्टिको
आरबीआइ/2006-2007/281 बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 66 /21.01.002/ 2006-07 6 मार्च 2007 15 फाल्गुन 1928 (शक) सभी वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदयअंतर-बैंक देयताओं की विवेकपूर्ण सीमाजैसा कि आपको ज्ञात है, भारत में आस्ति पक्ष के प्रतिपक्षी जोखिम संकेद्रण ने पर्याप्त ध्यान आकृष्ट किया है और इस संबंध में विनियामक नीतिगत कदम भी उठाए गए हैं, परंतु बैंकों के देयता पक्ष में जोखिम संकेद्रण की ओर समान रूप से ध्यान नहीं दिया गया है । वित्तीय स्थिरता के दृष्टिको
मार्च 01, 2007
छूट प्राप्त श्रेणियों के संबंध में आरक्षित नकदी निधि अनुपात बनाए रखना
आरबीआइ / 2006-07/270 संदर्भ : बैंपविवि. सं. आरईटी बीसी. 64/12.01.001/2006-07 1 मार्च 2007 10 फाल्गुन 1928 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदयछूट प्राप्त श्रेणियों के संबंध में आरक्षित नकदी निधि अनुपात बनाए रखना कृपया उपर्युक्त विषय पर 22 जून 2006 का हमारा परिपत्र आरबीआइ/2005-2006/423 बैंपविवि. सं. आरईटी. बीसी. 93/12.01.001/2005-2006 देखें। यह निर्णय लिया गया है कि तत्काल प्रभाव से उक्त परिपत्र को वापस ले लिया जाए। तथापि, यह निर्णय
आरबीआइ / 2006-07/270 संदर्भ : बैंपविवि. सं. आरईटी बीसी. 64/12.01.001/2006-07 1 मार्च 2007 10 फाल्गुन 1928 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदयछूट प्राप्त श्रेणियों के संबंध में आरक्षित नकदी निधि अनुपात बनाए रखना कृपया उपर्युक्त विषय पर 22 जून 2006 का हमारा परिपत्र आरबीआइ/2005-2006/423 बैंपविवि. सं. आरईटी. बीसी. 93/12.01.001/2005-2006 देखें। यह निर्णय लिया गया है कि तत्काल प्रभाव से उक्त परिपत्र को वापस ले लिया जाए। तथापि, यह निर्णय
मार्च 01, 2007
भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - आरक्षित नकदी निधि अनुपात बनाये रखना
आरबीआइ/2006-07/269 संदर्भ : बैंपविवि. सं.आरईटी. बीसी. 62/12.01.001/2006-07 1 मार्च 2007 10 फाल्गुन 1928(शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - आरक्षित नकदी निधि अनुपात बनाये रखना कृपया उपर्युक्त विषय पर 22 जून 2006 का हमारा परिपत्र आरबीआइ/2005-2006/422 बैंपविवि. सं.आरईटी. बीसी. 91/12.01.001/2005-06 देखें। भारत सरकार ने दिनांक 9 जनवरी 2007 की अपने असाधारण राजपत्र की अधिसूचना सं. एस. ओ.
आरबीआइ/2006-07/269 संदर्भ : बैंपविवि. सं.आरईटी. बीसी. 62/12.01.001/2006-07 1 मार्च 2007 10 फाल्गुन 1928(शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - आरक्षित नकदी निधि अनुपात बनाये रखना कृपया उपर्युक्त विषय पर 22 जून 2006 का हमारा परिपत्र आरबीआइ/2005-2006/422 बैंपविवि. सं.आरईटी. बीसी. 91/12.01.001/2005-06 देखें। भारत सरकार ने दिनांक 9 जनवरी 2007 की अपने असाधारण राजपत्र की अधिसूचना सं. एस. ओ.
फ़रवरी 22, 2007
शिकायतों का विश्लेषण और प्रकटन - वित्तीय परिणामों के साथ शिकायतों/ कार्यान्वयन न किये गये बैंकिंग लोकपाल के अधिनिर्णयों का प्रकटन
आरबीआइ/2006-07/266 बैंपविवि. सं. एलईजी. बीसी. 60 /09.07.005/2006-07 22 फरवरी 2007 3 फाल्गुन 1928 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदय शिकायतों का विश्लेषण और प्रकटन - वित्तीय परिणामों के साथ शिकायतों/ कार्यान्वयन न किये गये बैंकिंग लोकपाल के अधिनिर्णयों का प्रकटन सार्वजनिक सेवाओं संबंधी प्रक्रिया और कार्य-निष्पादन लेखा परीक्षा पर समिति (सीपीपीएपीएस) ने सिफारिश की थी कि बैंकों को प्राप्त शिकायतों का विश्लेषण करनेवाला विवरण अपने बोर्ड
आरबीआइ/2006-07/266 बैंपविवि. सं. एलईजी. बीसी. 60 /09.07.005/2006-07 22 फरवरी 2007 3 फाल्गुन 1928 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदय शिकायतों का विश्लेषण और प्रकटन - वित्तीय परिणामों के साथ शिकायतों/ कार्यान्वयन न किये गये बैंकिंग लोकपाल के अधिनिर्णयों का प्रकटन सार्वजनिक सेवाओं संबंधी प्रक्रिया और कार्य-निष्पादन लेखा परीक्षा पर समिति (सीपीपीएपीएस) ने सिफारिश की थी कि बैंकों को प्राप्त शिकायतों का विश्लेषण करनेवाला विवरण अपने बोर्ड
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