अधिसूचनाएं - आरबीआई - Reserve Bank of India
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भारतीय रिज़र्व बैंक की आधिकारिक वेबसाइट
अधिसूचनाएं
अप्रैल 01, 2015
Provisioning pertaining to Fraud Accounts
RBI/2014-15/535 DBR.No.BP.BC.83/21.04.048/2014-15 April 1, 2015 All Scheduled Commercial Banks (Excluding Regional Rural Banks) Dear Sir, Provisioning pertaining to Fraud Accounts Please refer to the guidelines compiled in paragraph 4.2.9 of Master Circular on Prudential Norms on Income Recognition, Asset Classification and Provisioning pertaining to Advances dated July 1, 2014, in terms of which, in accounts where there are potential threats for recovery on account o
RBI/2014-15/535 DBR.No.BP.BC.83/21.04.048/2014-15 April 1, 2015 All Scheduled Commercial Banks (Excluding Regional Rural Banks) Dear Sir, Provisioning pertaining to Fraud Accounts Please refer to the guidelines compiled in paragraph 4.2.9 of Master Circular on Prudential Norms on Income Recognition, Asset Classification and Provisioning pertaining to Advances dated July 1, 2014, in terms of which, in accounts where there are potential threats for recovery on account o
अप्रैल 01, 2015
आईएफएससी बैंकिंग इकाइयों की स्थापना (आईबीयू) (21 जनवरी 2020 को यथा संशोधित)
आरबीआई/2014-15/533 बैविवि.आईबीडी.बीसी.14570/23.13.004/2014-15 1 अप्रैल 2015 (21 जनवरी 2020 को यथा संशोधित) (23 दिसंबर 2019 को यथासंशोधित) सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय/महोदया, आईएफएससी बैंकिंग इकाइयों की स्थापना (आईबीयू) कृपया फेमा, 1999 के तहत विदेशी मुद्रा प्रबंधन (अंतरराष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र) विनियमन, 2015 पर भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा जारी 2 मार्च 2015 की अधिसूचना सं. फेमा 339/2015- आरबी (प्रति संलग्न) देखें, जिसमें अ
आरबीआई/2014-15/533 बैविवि.आईबीडी.बीसी.14570/23.13.004/2014-15 1 अप्रैल 2015 (21 जनवरी 2020 को यथा संशोधित) (23 दिसंबर 2019 को यथासंशोधित) सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय/महोदया, आईएफएससी बैंकिंग इकाइयों की स्थापना (आईबीयू) कृपया फेमा, 1999 के तहत विदेशी मुद्रा प्रबंधन (अंतरराष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र) विनियमन, 2015 पर भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा जारी 2 मार्च 2015 की अधिसूचना सं. फेमा 339/2015- आरबी (प्रति संलग्न) देखें, जिसमें अ
अप्रैल 01, 2015
भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की दूसरी अनुसूची में शामिल करना/ से निकाल देना – क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक
आरबीआई/2014-15/531 बैंविवि.आरआरबी.सं.82/31.04.002/2014-15 1 अप्रैल 2015 सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय/महोदया, भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की दूसरी अनुसूची में शामिल करना/ से निकाल देना – क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक हम सूचित करते हैं कि दिनांक 28 जुलाई 2014 की अधिसूचना ग्राआऋवि.केका.आरआरबी.बीसी.सं.18/03.05.100/2014-15 तथा 06 फरवरी 2015 की अधिसूचना बैंविवि.केका.आरआरबी.बीसी.सं.7946/03.05.100/2014-15, जो दिनांक 20 मार्च 2015 को भारत के साप्ताहिक राजपत्र (भाग III – अन
आरबीआई/2014-15/531 बैंविवि.आरआरबी.सं.82/31.04.002/2014-15 1 अप्रैल 2015 सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय/महोदया, भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की दूसरी अनुसूची में शामिल करना/ से निकाल देना – क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक हम सूचित करते हैं कि दिनांक 28 जुलाई 2014 की अधिसूचना ग्राआऋवि.केका.आरआरबी.बीसी.सं.18/03.05.100/2014-15 तथा 06 फरवरी 2015 की अधिसूचना बैंविवि.केका.आरआरबी.बीसी.सं.7946/03.05.100/2014-15, जो दिनांक 20 मार्च 2015 को भारत के साप्ताहिक राजपत्र (भाग III – अन
मार्च 31, 2015
Prudential Guidelines on Capital Adequacy and Liquidity Standards - Amendments
RBI/2014-15/529 DBR.No.BP.BC.80/21.06.201/2014-15 March 31, 2015 All Scheduled Commercial Banks (Excluding Regional Rural Banks) Dear Sir, Prudential Guidelines on Capital Adequacy and Liquidity Standards - Amendments As you are aware, the Reserve Bank has issued and implemented prudential guidelines on capital adequacy framework and liquidity standards for banks operating in India. These guidelines have been framed based on the internationally accepted reform package
RBI/2014-15/529 DBR.No.BP.BC.80/21.06.201/2014-15 March 31, 2015 All Scheduled Commercial Banks (Excluding Regional Rural Banks) Dear Sir, Prudential Guidelines on Capital Adequacy and Liquidity Standards - Amendments As you are aware, the Reserve Bank has issued and implemented prudential guidelines on capital adequacy framework and liquidity standards for banks operating in India. These guidelines have been framed based on the internationally accepted reform package
मार्च 31, 2015
यूएपीए, 1967 की धारा 51-ए का कार्यान्वयन-संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का संकल्प (यूएनएससीआर) 1267(1999)/1989(2011) समिति की ‘अल-कायदा प्रतिबंध सूची’ को अद्यतन करना
आरबीआई/2014-15/528 बैंविवि.एएमएल सं.14529/14.06.001/2014-15 31 मार्च, 2015 अध्यक्ष/मुख्य कार्यकारी अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक/ क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक/ स्थानीय क्षेत्र बैंक / अखिल भारतीय वित्तीय संस्थाएं महोदय / महोदया यूएपीए, 1967 की धारा 51-ए का कार्यान्वयन-संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का संकल्प (यूएनएससीआर) 1267(1999)/1989(2011) समिति की ‘अल-कायदा प्रतिबंध सूची’ को अद्यतन करना कृपया उपर्युक्त विषय पर दिनांक 19 मार्च 2015 का हमारा परिपत्र बैंविवि.एएमएल सं.
आरबीआई/2014-15/528 बैंविवि.एएमएल सं.14529/14.06.001/2014-15 31 मार्च, 2015 अध्यक्ष/मुख्य कार्यकारी अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक/ क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक/ स्थानीय क्षेत्र बैंक / अखिल भारतीय वित्तीय संस्थाएं महोदय / महोदया यूएपीए, 1967 की धारा 51-ए का कार्यान्वयन-संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का संकल्प (यूएनएससीआर) 1267(1999)/1989(2011) समिति की ‘अल-कायदा प्रतिबंध सूची’ को अद्यतन करना कृपया उपर्युक्त विषय पर दिनांक 19 मार्च 2015 का हमारा परिपत्र बैंविवि.एएमएल सं.
मार्च 30, 2015
Utilisation of Floating Provisions/Counter Cyclical Provisioning Buffer
RBI/2014-15/522 DBR.No.BP.BC.79/21.04.048/2014-15 March 30, 2015 The Chairman and Managing Director/Chief Executive Officer All Scheduled Commercial Banks (Excluding and Regional Rural Banks) Madam/Dear Sir, Utilisation of Floating Provisions/Counter Cyclical Provisioning Buffer Please refer to our circular DBOD.No.BP.BC.89/21.04.048/2005-06 dated June 22, 2006 and DBOD.No.BP.BC.68/21.04.048/2006-07 dated March 13, 2007 on creation, accounting, disclosures and utilisa
RBI/2014-15/522 DBR.No.BP.BC.79/21.04.048/2014-15 March 30, 2015 The Chairman and Managing Director/Chief Executive Officer All Scheduled Commercial Banks (Excluding and Regional Rural Banks) Madam/Dear Sir, Utilisation of Floating Provisions/Counter Cyclical Provisioning Buffer Please refer to our circular DBOD.No.BP.BC.89/21.04.048/2005-06 dated June 22, 2006 and DBOD.No.BP.BC.68/21.04.048/2006-07 dated March 13, 2007 on creation, accounting, disclosures and utilisa
मार्च 20, 2015
Guidelines on Sale of Financial Assets to Securitisation Company / Reconstruction Company and Related Issues
RBI/2014-15/508 DBR.No.BP.BC.78/21.04.048/2014-15 March 20, 2015 All Scheduled Commercial Banks (Excluding Regional Rural Banks) Dear Sir, Guidelines on Sale of Financial Assets to Securitisation Company / Reconstruction Company and Related Issues Please refer to paragraph 6 of the circular DBOD.BP.BC.No.96/21.04.048/2002-03 dated April 23, 2003, wherein disclosure requirements relating to sale of non-performing assets (NPAs) to Securitisation Companies(SCs)/Reconstru
RBI/2014-15/508 DBR.No.BP.BC.78/21.04.048/2014-15 March 20, 2015 All Scheduled Commercial Banks (Excluding Regional Rural Banks) Dear Sir, Guidelines on Sale of Financial Assets to Securitisation Company / Reconstruction Company and Related Issues Please refer to paragraph 6 of the circular DBOD.BP.BC.No.96/21.04.048/2002-03 dated April 23, 2003, wherein disclosure requirements relating to sale of non-performing assets (NPAs) to Securitisation Companies(SCs)/Reconstru
मार्च 19, 2015
यूएपीए, 1967 की धारा 51-ए का कार्यान्वयन-संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का संकल्प (यूएनएससीआर) 1267(1999)/1989(2011) समिति की ‘अल-कायदा प्रतिबंध सूची’ को अद्यतन करना
आरबीआई/2014-15/505 बैंविवि.एएमएल सं. 13793/14.06.001/2014-15 19 मार्च, 2015 अध्यक्ष/मुख्य कार्यकारी अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक/ क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक/ स्थानीय क्षेत्र बैंक / अखिल भारतीय वित्तीय संस्थाएं महोदय/महोदया यूएपीए, 1967 की धारा 51-ए का कार्यान्वयन-संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का संकल्प (यूएनएससीआर) 1267(1999)/1989(2011) समिति की ‘अल-कायदा प्रतिबंध सूची’ को अद्यतन करना कृपया उपर्युक्त विषय पर दिनांक 25 फरवरी 2015 का हमारा परिपत्र बैंविवि.एएमएल सं. 1
आरबीआई/2014-15/505 बैंविवि.एएमएल सं. 13793/14.06.001/2014-15 19 मार्च, 2015 अध्यक्ष/मुख्य कार्यकारी अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक/ क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक/ स्थानीय क्षेत्र बैंक / अखिल भारतीय वित्तीय संस्थाएं महोदय/महोदया यूएपीए, 1967 की धारा 51-ए का कार्यान्वयन-संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का संकल्प (यूएनएससीआर) 1267(1999)/1989(2011) समिति की ‘अल-कायदा प्रतिबंध सूची’ को अद्यतन करना कृपया उपर्युक्त विषय पर दिनांक 25 फरवरी 2015 का हमारा परिपत्र बैंविवि.एएमएल सं. 1
मार्च 13, 2015
अपने ग्राहक को जानिए (केवायसी) दिशानिर्देश – मालिकाना फर्मों के खाते
आरबीआई/2014-15/498 बैंविवि.एएमएल.बीसी.सं.77/14.01.001/2014-15 13 मार्च 2015 सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक/ क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक/ स्थानीय क्षेत्र बैंक/अखिल भारतीय वित्तीय संस्थाओं के अध्यक्ष/ मुख्य कार्यकारी अधिकारी महोदया/महोदय, अपने ग्राहक को जानिए (केवायसी) दिशानिर्देश – मालिकाना फर्मों के खाते कृपया केवायसी मानदंडों पर दिनांक 01 जुलाई 2014 के हमारे मास्टर परिपत्र बैंपविवि.एएमएल.बीसी.सं. 22/14.01.001/2014-15 का पैरा 2.5 (ज) तथा 26 मार्च 2010 का परिपत्र बैंपविवि.एएमए
आरबीआई/2014-15/498 बैंविवि.एएमएल.बीसी.सं.77/14.01.001/2014-15 13 मार्च 2015 सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक/ क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक/ स्थानीय क्षेत्र बैंक/अखिल भारतीय वित्तीय संस्थाओं के अध्यक्ष/ मुख्य कार्यकारी अधिकारी महोदया/महोदय, अपने ग्राहक को जानिए (केवायसी) दिशानिर्देश – मालिकाना फर्मों के खाते कृपया केवायसी मानदंडों पर दिनांक 01 जुलाई 2014 के हमारे मास्टर परिपत्र बैंपविवि.एएमएल.बीसी.सं. 22/14.01.001/2014-15 का पैरा 2.5 (ज) तथा 26 मार्च 2010 का परिपत्र बैंपविवि.एएमए
मार्च 11, 2015
बैंकों द्वारा वित्तीय सेवाएं आउटसोर्स करने के संबंध में जोखिम प्रबंधन और आचार संहिता पर दिशानिर्देश
भारिबैं/2014-15/497 बैंविवि.सं.बीपी.बीसी.76/21.04.158/2014-15 11 मार्च 2015 सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़ कर) महोदय, बैंकों द्वारा वित्तीय सेवाएं आउटसोर्स करने के संबंध में जोखिम प्रबंधन और आचार संहिता पर दिशानिर्देश कृपया 03 नवंबर 2006 का हमारा परिपत्र बैंपविवि.सं.बीपी.40/21.04.158/2006-07 देखें, जिसके साथ वित्तीय सेवाओं की आउटसोर्सिंग करने पर यथालागू जोखिम प्रबंधन पर अंतिम दिशानिर्देश प्रेषित किए गए थे।2. इन अनुदेशों का पालन न किए जाने
भारिबैं/2014-15/497 बैंविवि.सं.बीपी.बीसी.76/21.04.158/2014-15 11 मार्च 2015 सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़ कर) महोदय, बैंकों द्वारा वित्तीय सेवाएं आउटसोर्स करने के संबंध में जोखिम प्रबंधन और आचार संहिता पर दिशानिर्देश कृपया 03 नवंबर 2006 का हमारा परिपत्र बैंपविवि.सं.बीपी.40/21.04.158/2006-07 देखें, जिसके साथ वित्तीय सेवाओं की आउटसोर्सिंग करने पर यथालागू जोखिम प्रबंधन पर अंतिम दिशानिर्देश प्रेषित किए गए थे।2. इन अनुदेशों का पालन न किए जाने
मार्च 11, 2015
Guidelines on Sale of Financial Assets to Securitisation Company(SC)/Reconstruction Company (RC) and Related Issues
RBI/2014-15/496 DBR.No.BP.BC.75/21.04.048/2014-15 March 11, 2015 All Scheduled Commercial Banks (Excluding Local Area Banks and Regional Rural Banks) Dear Sir, Guidelines on Sale of Financial Assets to Securitisation Company(SC)/Reconstruction Company (RC) and Related Issues Please refer to paragraph 3.4 of circular DBOD.BP.BC.No.98/21.04.132/2013-14 dated February 26, 2014 and our subsequent mailbox clarification dated April 9, 2014 on the captioned subject, wherein
RBI/2014-15/496 DBR.No.BP.BC.75/21.04.048/2014-15 March 11, 2015 All Scheduled Commercial Banks (Excluding Local Area Banks and Regional Rural Banks) Dear Sir, Guidelines on Sale of Financial Assets to Securitisation Company(SC)/Reconstruction Company (RC) and Related Issues Please refer to paragraph 3.4 of circular DBOD.BP.BC.No.98/21.04.132/2013-14 dated February 26, 2014 and our subsequent mailbox clarification dated April 9, 2014 on the captioned subject, wherein
मार्च 05, 2015
आवास ऋण: निर्देशों की समीक्षा
आरबीआई/2014-15/491बैविवि.बीपी.बीसी.सं. 74/08.12.015/2014-15 5 मार्च 2015 सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैँकों को छोडकर) महोदय आवास ऋण: निर्देशों की समीक्षा क. एलटीवी अनुपात में स्टैम्प ड्यूटी और अन्य प्रभारों को शामिल किया जाना कृपया "वाणिज्यिक बैंकों द्वारा दिये गये आवास ऋण – कीमत की तुलना में ऋण(एलटीवी) अनुपात" पर 3 फरवरी 2012 का हमारा परिपत्र बैंपविवि.सं.बीपी. बीसी. 78 /08.12.001/2011-12 देखें, जिसमें बैंकों को सूचित किया गया था कि वे आवासीय संप
आरबीआई/2014-15/491बैविवि.बीपी.बीसी.सं. 74/08.12.015/2014-15 5 मार्च 2015 सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैँकों को छोडकर) महोदय आवास ऋण: निर्देशों की समीक्षा क. एलटीवी अनुपात में स्टैम्प ड्यूटी और अन्य प्रभारों को शामिल किया जाना कृपया "वाणिज्यिक बैंकों द्वारा दिये गये आवास ऋण – कीमत की तुलना में ऋण(एलटीवी) अनुपात" पर 3 फरवरी 2012 का हमारा परिपत्र बैंपविवि.सं.बीपी. बीसी. 78 /08.12.001/2011-12 देखें, जिसमें बैंकों को सूचित किया गया था कि वे आवासीय संप
मार्च 05, 2015
यूएपीए, 1967 की धारा 51-ए का कार्यान्वयन-संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का संकल्प (यूएनएससीआर) 1267(1999)/1989(2011) समिति की ‘अल-कायदा प्रतिबंध सूची’ तथा संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का संकल्प (यूएनएससीआर) 1988(2011) समिति की ‘तालीबान प्रतिबंध सूची – सूचीकरण के फॉर्मेट में संशोधन
आरबीआई/2014-15/490 बैंविवि.एएमएल सं. 13157/14.06.001/2014-15 05 मार्च 2015 अध्यक्ष/मुख्य कार्यकारी अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक/ क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक/ स्थानीय क्षेत्र बैंक / अखिल भारतीय वित्तीय संस्थाएं महोदया महोदय यूएपीए, 1967 की धारा 51-ए का कार्यान्वयन-संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का संकल्प (यूएनएससीआर) 1267(1999)/1989(2011) समिति की ‘अल-कायदा प्रतिबंध सूची’ तथा संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का संकल्प (यूएनएससीआर) 1988(2011) समिति की ‘तालीबान प्रतिबंध सू
आरबीआई/2014-15/490 बैंविवि.एएमएल सं. 13157/14.06.001/2014-15 05 मार्च 2015 अध्यक्ष/मुख्य कार्यकारी अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक/ क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक/ स्थानीय क्षेत्र बैंक / अखिल भारतीय वित्तीय संस्थाएं महोदया महोदय यूएपीए, 1967 की धारा 51-ए का कार्यान्वयन-संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का संकल्प (यूएनएससीआर) 1267(1999)/1989(2011) समिति की ‘अल-कायदा प्रतिबंध सूची’ तथा संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का संकल्प (यूएनएससीआर) 1988(2011) समिति की ‘तालीबान प्रतिबंध सू
मार्च 04, 2015
Compliance function in banks
RBI/2014-15/489A DBS.CO.PPD.10946/11.01.005/2014-15 March 04, 2015 To, The Chairman / CEO All Scheduled Commercial Banks (excluding RRBs) Dear Sir / Madam, Compliance function in banks Please refer to our circular DBS.CO.PP.BC.6/11.01.005/2006-07 dated April 20, 2007 on compliance function in banks. It has been observed that certain supervisory concerns continue to recur, necessitating the need for tighter compliance regimes in banks in accordance with the above circu
RBI/2014-15/489A DBS.CO.PPD.10946/11.01.005/2014-15 March 04, 2015 To, The Chairman / CEO All Scheduled Commercial Banks (excluding RRBs) Dear Sir / Madam, Compliance function in banks Please refer to our circular DBS.CO.PP.BC.6/11.01.005/2006-07 dated April 20, 2007 on compliance function in banks. It has been observed that certain supervisory concerns continue to recur, necessitating the need for tighter compliance regimes in banks in accordance with the above circu
मार्च 04, 2015
बैंक दर में परिवर्तन
आरबीआई/2014-2015/486 संदर्भ.बैंविवि.सं.आरईटी.बीसी.73/12.01.001/2014-15 4 मार्च 2015 सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक, स्थानीय क्षेत्र और क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय बैंक दर में परिवर्तन कृपया उपर्युक्त विषय पर 15 जनवरी 2015 का परिपत्र बैंविवि.सं.आरईटी.बीसी.61/12.01.001/2014-15 देखें । 2. दिनांक 4 मार्च 2015 की प्रेस विज्ञप्ति 2014-15/1847 में की गयी घोषणा के अनुसार 4 मार्च 2015 से बैंक दर 8.75 प्रतिशत से 25 आधार अंक घटकर 8.50 प्रतिशत हो गयी है । 3. रिज़र्व अपेक्षा की पूर्त
आरबीआई/2014-2015/486 संदर्भ.बैंविवि.सं.आरईटी.बीसी.73/12.01.001/2014-15 4 मार्च 2015 सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक, स्थानीय क्षेत्र और क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक महोदय बैंक दर में परिवर्तन कृपया उपर्युक्त विषय पर 15 जनवरी 2015 का परिपत्र बैंविवि.सं.आरईटी.बीसी.61/12.01.001/2014-15 देखें । 2. दिनांक 4 मार्च 2015 की प्रेस विज्ञप्ति 2014-15/1847 में की गयी घोषणा के अनुसार 4 मार्च 2015 से बैंक दर 8.75 प्रतिशत से 25 आधार अंक घटकर 8.50 प्रतिशत हो गयी है । 3. रिज़र्व अपेक्षा की पूर्त
फ़रवरी 25, 2015
यूएपीए, 1967 की धारा 51-ए का कार्यान्वयन-संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का संकल्प (यूएनएससीआर) 1267(1999)/1989(2011) समिति की ‘अल-कायदा प्रतिबंध सूची’ को अद्यतन करना
आरबीआई/2014-2015/478 बैंविवि.एएमएल सं.12661/14.06.001/2014-15 25 फरवरी 2015 अध्यक्ष/मुख्य कार्यकारी अधिकारीसभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक/ क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक/स्थानीय क्षेत्र बैंक / अखिल भारतीय वित्तीय संस्थाएं महोदया / महोदय यूएपीए, 1967 की धारा 51-ए का कार्यान्वयन-संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का संकल्प (यूएनएससीआर) 1267(1999)/1989(2011) समिति की ‘अल-कायदा प्रतिबंध सूची’ को अद्यतन करना कृपया उपर्युक्त विषय पर दिनांक 13 फरवरी 2015 का हमारा परिपत्र बैंविवि.एएमएल सं.
आरबीआई/2014-2015/478 बैंविवि.एएमएल सं.12661/14.06.001/2014-15 25 फरवरी 2015 अध्यक्ष/मुख्य कार्यकारी अधिकारीसभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक/ क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक/स्थानीय क्षेत्र बैंक / अखिल भारतीय वित्तीय संस्थाएं महोदया / महोदय यूएपीए, 1967 की धारा 51-ए का कार्यान्वयन-संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का संकल्प (यूएनएससीआर) 1267(1999)/1989(2011) समिति की ‘अल-कायदा प्रतिबंध सूची’ को अद्यतन करना कृपया उपर्युक्त विषय पर दिनांक 13 फरवरी 2015 का हमारा परिपत्र बैंविवि.एएमएल सं.
अगस्त 20, 2014
यूएपीए, 1967 की धारा 51-ए का कार्यान्वयन- संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की 1267(1999)/1989(2011) समिति की ‘अल-कायदा प्रतिबंध सूची’ को अद्यतन करना
आरबीआई/2014-15/183 बैंपविवि. एएमएल सं. 2741/14.06.001/2014-15 20 अगस्त 2014 अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)/ स्थानीय क्षेत्र बैंक/अखिल भारतीय वित्तीय संस्थाएं महोदय यूएपीए, 1967 की धारा 51-ए का कार्यान्वयन- संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की 1267(1999)/1989(2011) समिति की ‘अल-कायदा प्रतिबंध सूची’ को अद्यतन करना कृपया उपर्युक्त विषय पर दिनांक 14 अगस्त 2014 का हमारा परिपत्र बैंपविवि.एएमएल.सं. 2476/14.06
आरबीआई/2014-15/183 बैंपविवि. एएमएल सं. 2741/14.06.001/2014-15 20 अगस्त 2014 अध्यक्ष/मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)/ स्थानीय क्षेत्र बैंक/अखिल भारतीय वित्तीय संस्थाएं महोदय यूएपीए, 1967 की धारा 51-ए का कार्यान्वयन- संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की 1267(1999)/1989(2011) समिति की ‘अल-कायदा प्रतिबंध सूची’ को अद्यतन करना कृपया उपर्युक्त विषय पर दिनांक 14 अगस्त 2014 का हमारा परिपत्र बैंपविवि.एएमएल.सं. 2476/14.06
सितंबर 19, 2011
तालिबान/अल-कायदा संगठन से संबंधित यूएनएससीआर 1267(1999) तथा 1822 (2008) के अंतर्गत आतंकवादी व्यक्तियों /संस्थाओं की सूची
भारिबैं/2011-12/190 बैंपविवि. एएमएल सं.4329/14.06.001/2011-12 19 सितंबर 2011 अध्यक्ष /मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)/ स्थानीय क्षेत्र बैंक/अखिल भारतीय वित्तीय संस्थाएं महोदय, तालिबान/अल-कायदा संगठन से संबंधित यूएनएससीआर 1267(1999) तथा 1822 (2008) के अंतर्गत आतंकवादी व्यक्तियों /संस्थाओं की सूची कृपया दिनांक 24 अगस्त 2011 का हमारा परिपत्र पत्र बैंपविवि.एएमएल. सं.3130/14.06.001/2011-12 देखें । हमें उसके बाद भारत सर
भारिबैं/2011-12/190 बैंपविवि. एएमएल सं.4329/14.06.001/2011-12 19 सितंबर 2011 अध्यक्ष /मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)/ स्थानीय क्षेत्र बैंक/अखिल भारतीय वित्तीय संस्थाएं महोदय, तालिबान/अल-कायदा संगठन से संबंधित यूएनएससीआर 1267(1999) तथा 1822 (2008) के अंतर्गत आतंकवादी व्यक्तियों /संस्थाओं की सूची कृपया दिनांक 24 अगस्त 2011 का हमारा परिपत्र पत्र बैंपविवि.एएमएल. सं.3130/14.06.001/2011-12 देखें । हमें उसके बाद भारत सर
जुलाई 28, 2011
Relaxation to Trade and Industry in the State of Jammu & Kashmir
RBI/2011-12/132 DBOD.No.BP.BC. 25 /21.04.012/2011-12 July 28, 2011 The Chairmen & Managing Directors/ Chief Executive Officers of All Scheduled Commercial Banks (excluding Regional Rural Banks) Dear Sir, Relaxation to Trade and Industry in the State of Jammu & Kashmir Please refer to our circular DBOD.No.BP.BC.100/21.04.012/2009-10 dated April 29, 2010 extending the period of concessions/credit relaxations to borrowers / customers in Jammu & Kashmir up to
RBI/2011-12/132 DBOD.No.BP.BC. 25 /21.04.012/2011-12 July 28, 2011 The Chairmen & Managing Directors/ Chief Executive Officers of All Scheduled Commercial Banks (excluding Regional Rural Banks) Dear Sir, Relaxation to Trade and Industry in the State of Jammu & Kashmir Please refer to our circular DBOD.No.BP.BC.100/21.04.012/2009-10 dated April 29, 2010 extending the period of concessions/credit relaxations to borrowers / customers in Jammu & Kashmir up to
मई 11, 2011
विनियामक एवं लेखापरीक्षा अनुपालन
आरबीआई/2010 -11/520 संदर्भ. बैंपर्यवि.एआरएस. बीसी. सं. 07/08.91.020/2010-11 11 मई 2011 मुख्य कार्यपालक अधिकारी भारत में कार्यरत सभी विदेशी बैंक प्रिय महोदय/महोदया, विनियामक एवं लेखापरीक्षा अनुपालन यह पाया गया है कि भारत में मूल (पैरेंट) बैंकों की शाखाओं के रूप में कार्यरत विदेशी बैंकों के भारतीय परिचालनों के लिए आमतौर पर अनुपालन हेतु निरीक्षण/लेखापरीक्षा रिपोर्टों की जांच एवं समीक्षा के लिए उत्तदायी एक अलग से लेखापरीक्षा समिति नहीं होती है। हाल ही में, भारत में
आरबीआई/2010 -11/520 संदर्भ. बैंपर्यवि.एआरएस. बीसी. सं. 07/08.91.020/2010-11 11 मई 2011 मुख्य कार्यपालक अधिकारी भारत में कार्यरत सभी विदेशी बैंक प्रिय महोदय/महोदया, विनियामक एवं लेखापरीक्षा अनुपालन यह पाया गया है कि भारत में मूल (पैरेंट) बैंकों की शाखाओं के रूप में कार्यरत विदेशी बैंकों के भारतीय परिचालनों के लिए आमतौर पर अनुपालन हेतु निरीक्षण/लेखापरीक्षा रिपोर्टों की जांच एवं समीक्षा के लिए उत्तदायी एक अलग से लेखापरीक्षा समिति नहीं होती है। हाल ही में, भारत में
अप्रैल 17, 2009
गैर - जमानती अग्रिमों के लिए विवेकपूर्ण मानदंड
आरबीआइ 2008-09/434 बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 125 /21.04.048/2008-09 17 अप्रैल 2009 27 चैत्र 1931 (शक) अध्यक्ष /अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक /प्रबंध निदेशक /मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (स्थानीय क्षेत्र बैंकों सहित) (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय गैर - जमानती अग्रिमों के लिए विवेकपूर्ण मानदंड कृपया अग्रिमों से संबंधित आय-निर्धारण, आस्ति-वर्गीकरण और प्रावधानीकरण पर विवेकपूर्ण मानदंड पर 1 जुलाई 2008 के मास्टर परिपत्र बैं
आरबीआइ 2008-09/434 बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 125 /21.04.048/2008-09 17 अप्रैल 2009 27 चैत्र 1931 (शक) अध्यक्ष /अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक /प्रबंध निदेशक /मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (स्थानीय क्षेत्र बैंकों सहित) (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय गैर - जमानती अग्रिमों के लिए विवेकपूर्ण मानदंड कृपया अग्रिमों से संबंधित आय-निर्धारण, आस्ति-वर्गीकरण और प्रावधानीकरण पर विवेकपूर्ण मानदंड पर 1 जुलाई 2008 के मास्टर परिपत्र बैं
मार्च 25, 2009
ऋण संविभाग के संबंध में विभिन्न प्रकार के प्रावधानों का विवेकपूर्ण प्रयोग
आरबीआइ / 2008-09/418 बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 118 /21.04.048/2008-09 25 मार्च 2009 4 चैत्र 1931 (शक) अध्यक्ष/अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक /प्रबंध निदेशक/मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (स्थानीय क्षेत्र बैंकों सहित) (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय ऋण संविभाग के संबंध में विभिन्न प्रकार के प्रावधानों का विवेकपूर्ण प्रयोग यह निर्णय लिया गया है कि ऋण संविभाग के संबंध में विभिन्न प्रकार के प्रावधानों के विवेकपूर
आरबीआइ / 2008-09/418 बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 118 /21.04.048/2008-09 25 मार्च 2009 4 चैत्र 1931 (शक) अध्यक्ष/अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक /प्रबंध निदेशक/मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (स्थानीय क्षेत्र बैंकों सहित) (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय ऋण संविभाग के संबंध में विभिन्न प्रकार के प्रावधानों का विवेकपूर्ण प्रयोग यह निर्णय लिया गया है कि ऋण संविभाग के संबंध में विभिन्न प्रकार के प्रावधानों के विवेकपूर
मार्च 13, 2009
भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की दूसरी अनुसूची में ‘यूबीएस एजी’ को शामिल करना
आरबीआइ/2008-2009/410 बैंपविवि. आरईटी. बीसी. सं. 115/12.01.001/2008-09 13 मार्च 2009 22 फाल्गुन 1930 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक महोदय भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की दूसरी अनुसूची में ‘यूबीएस एजी’ को शामिल करना हम सूचित करते हैं कि भारत के राजपत्र (भाग III - खंड 4) में 21 फरवरी 2009 को प्रकाशित 6 फरवरी 2009 की अधिसूचना बैंपविवि. आइबीडी. सं. 13064/ 23.13.062/ 2008-09 द्वारा ‘यूबीएस एजी’ का नाम भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की दूसरी अनुस
आरबीआइ/2008-2009/410 बैंपविवि. आरईटी. बीसी. सं. 115/12.01.001/2008-09 13 मार्च 2009 22 फाल्गुन 1930 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक महोदय भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की दूसरी अनुसूची में ‘यूबीएस एजी’ को शामिल करना हम सूचित करते हैं कि भारत के राजपत्र (भाग III - खंड 4) में 21 फरवरी 2009 को प्रकाशित 6 फरवरी 2009 की अधिसूचना बैंपविवि. आइबीडी. सं. 13064/ 23.13.062/ 2008-09 द्वारा ‘यूबीएस एजी’ का नाम भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की दूसरी अनुस
मार्च 09, 2009
बैंककारी कंपनी (नामांकन) नियमावली, 1985 - नामांकन की प्राप्ति-सूचना तथा पास बुक/मीयादी जमा रसीदों में नामिती का नाम दर्शाना
आरबीआइ /2008-09/406 बैंपविवि. एलईजी. बीसी . सं. 114 /09.07.005/2008-09 मार्च 9, 2009 फाल्गुन 18, 1930 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय बैंककारी कंपनी (नामांकन) नियमावली, 1985 - नामांकन की प्राप्ति-सूचना तथा पास बुक/मीयादी जमा रसीदों में नामिती का नाम दर्शाना हमारे ध्यान में यह बात लायी गई है कि कुछ बैंकों में नामांकन करने, नामांकन को रद्द करने तथा/अथवा उसमें परिवर्तन करने के लिए विधिवत् भरे गए फॉर्म प्राप्त हो जान
आरबीआइ /2008-09/406 बैंपविवि. एलईजी. बीसी . सं. 114 /09.07.005/2008-09 मार्च 9, 2009 फाल्गुन 18, 1930 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय बैंककारी कंपनी (नामांकन) नियमावली, 1985 - नामांकन की प्राप्ति-सूचना तथा पास बुक/मीयादी जमा रसीदों में नामिती का नाम दर्शाना हमारे ध्यान में यह बात लायी गई है कि कुछ बैंकों में नामांकन करने, नामांकन को रद्द करने तथा/अथवा उसमें परिवर्तन करने के लिए विधिवत् भरे गए फॉर्म प्राप्त हो जान
मार्च 03, 2009
भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की दूसरी अनुसूची से ‘स्टेट बैंक ऑफ सौराष्ट्र’ का नाम हटाना
आरबीआइ/2008-09/398 बैंपविवि. सं. आरईटी. बीसी. 111/12.06.007/2008-09 3 मार्च 2009 12 फाल्गुन 1930 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक महोदय भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की दूसरी अनुसूची से ‘स्टेट बैंक ऑफ सौराष्ट्र’ का नाम हटाना हम सूचित करते हैं कि 22 नवंबर 2008 को भारत के राजपत्र (भाग III - खंड 4) में प्रकाशित 16 अक्तूबर 2008 की अधिसूचना बैंपविवि. सं. आरईटी. बीसी. 49/ 12.06.007/2008-09 के अनुसार "स्टेट बैंक ऑफ सौराष्ट्र" का नाम भारतीय रिज़र
आरबीआइ/2008-09/398 बैंपविवि. सं. आरईटी. बीसी. 111/12.06.007/2008-09 3 मार्च 2009 12 फाल्गुन 1930 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक महोदय भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की दूसरी अनुसूची से ‘स्टेट बैंक ऑफ सौराष्ट्र’ का नाम हटाना हम सूचित करते हैं कि 22 नवंबर 2008 को भारत के राजपत्र (भाग III - खंड 4) में प्रकाशित 16 अक्तूबर 2008 की अधिसूचना बैंपविवि. सं. आरईटी. बीसी. 49/ 12.06.007/2008-09 के अनुसार "स्टेट बैंक ऑफ सौराष्ट्र" का नाम भारतीय रिज़र
फ़रवरी 26, 2009
चयनित अखिल भारतीय वित्तीय संस्थाओं द्वारा अग्रिमों की पुनर्रचना से संबंधित विवेकपूर्ण दिशानिर्देश
आरबीआइ/2008-09/392 बैंपविवि. सं. एफआइडी. एफआइसी. 5/01.02.00/2008-09 26 फरवरी 2009 7 फाल्गुन 1930 (शक) चयनित अखिल भारतीय मीयादी ऋणदात्री और पुनर्वित्त प्रदान करनेवाली संस्थाओं के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (एक्जिम बैंक, नाबार्ड, एनएचबी, सिडबी) महोदय चयनित अखिल भारतीय वित्तीय संस्थाओं द्वारा अग्रिमों की पुनर्रचना से संबंधित विवेकपूर्ण दिशानिर्देश उपर्युक्त विषय पर 27 अगस्त 2008 का परिपत्र बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 37/21.04.132/2008-09 तथा उसके ब
आरबीआइ/2008-09/392 बैंपविवि. सं. एफआइडी. एफआइसी. 5/01.02.00/2008-09 26 फरवरी 2009 7 फाल्गुन 1930 (शक) चयनित अखिल भारतीय मीयादी ऋणदात्री और पुनर्वित्त प्रदान करनेवाली संस्थाओं के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (एक्जिम बैंक, नाबार्ड, एनएचबी, सिडबी) महोदय चयनित अखिल भारतीय वित्तीय संस्थाओं द्वारा अग्रिमों की पुनर्रचना से संबंधित विवेकपूर्ण दिशानिर्देश उपर्युक्त विषय पर 27 अगस्त 2008 का परिपत्र बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 37/21.04.132/2008-09 तथा उसके ब
फ़रवरी 26, 2009
Prudential Guidelines on Restructuring of Advances by Select all-India Financial Institutions
RBI/2008-09/392 DBOD.No.FID.FIC@@NBSP@@ 5@@NBSP@@ /01.02.00/2008-09 February 26, 2009 @@NBSP@@ The CEOs of select all-India Terms Lending and Refinancing Institutions (Exim Bank, NABARD, NHB & SIDBI) @@NBSP@@ Dear Sir, @@NBSP@@ Prudential Guidelines on Restructuring of Advances by Select all-India Financial Institutions @@NBSP@@ Please find enclosed Circular DBOD.No.BP.BC.37/21.04.132/2008-09 dated August 27, 2008 on the above subject alongwith subsequent circular
RBI/2008-09/392 DBOD.No.FID.FIC@@NBSP@@ 5@@NBSP@@ /01.02.00/2008-09 February 26, 2009 @@NBSP@@ The CEOs of select all-India Terms Lending and Refinancing Institutions (Exim Bank, NABARD, NHB & SIDBI) @@NBSP@@ Dear Sir, @@NBSP@@ Prudential Guidelines on Restructuring of Advances by Select all-India Financial Institutions @@NBSP@@ Please find enclosed Circular DBOD.No.BP.BC.37/21.04.132/2008-09 dated August 27, 2008 on the above subject alongwith subsequent circular
फ़रवरी 06, 2009
अधिसूचना
संदर्भ : बैंपविवि.सं.आइबीडी.13064/23.13.062/2008-09 फरवरी 6, 2009 अधिसूचना भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 (1934 का 2) की धारा 42 की उप-धारा (6) के खण्ड (क) के अनुसरण में भारतीय रिज़र्व बैंक इसके एतद्वारा उक्त अधिनियम की दूसरी अनुसूची से निम्नलिखित बैंक को सम्मिलित किये जाने का निदेश देता है: "यूबीएस एजी" (आनंद सिन्हा) कार्यपालक निदेशक
संदर्भ : बैंपविवि.सं.आइबीडी.13064/23.13.062/2008-09 फरवरी 6, 2009 अधिसूचना भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 (1934 का 2) की धारा 42 की उप-धारा (6) के खण्ड (क) के अनुसरण में भारतीय रिज़र्व बैंक इसके एतद्वारा उक्त अधिनियम की दूसरी अनुसूची से निम्नलिखित बैंक को सम्मिलित किये जाने का निदेश देता है: "यूबीएस एजी" (आनंद सिन्हा) कार्यपालक निदेशक
फ़रवरी 04, 2009
बैंकों द्वारा अंग्रिमों की पुनर्रचना के संबंध में विवेकपूर्ण दिशानिर्देश
आरबीआइ/2008-09/370 बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 105 /21.04.132/2008-09 4 फरवरी 2009 15 माघ 1930 (शक) अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक /मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों और स्थानीय क्षेत्र बैंकों को छोड़कर) महोदय बैंकों द्वारा अंग्रिमों की पुनर्रचना के संबंध में विवेकपूर्ण दिशानिर्देश कृपया उपर्युक्त विषय पर 2 जनवरी 2009 का हमारा परिपत्र आरबीआइ/2008-09/340 बैंपविवि. बीपी. सं. 104/21.04.132/2008-09 देखें
आरबीआइ/2008-09/370 बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 105 /21.04.132/2008-09 4 फरवरी 2009 15 माघ 1930 (शक) अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक /मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों और स्थानीय क्षेत्र बैंकों को छोड़कर) महोदय बैंकों द्वारा अंग्रिमों की पुनर्रचना के संबंध में विवेकपूर्ण दिशानिर्देश कृपया उपर्युक्त विषय पर 2 जनवरी 2009 का हमारा परिपत्र आरबीआइ/2008-09/340 बैंपविवि. बीपी. सं. 104/21.04.132/2008-09 देखें
जनवरी 02, 2009
भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - सीआरआर बनाए रखना
आरबीआइ /2008-09/339 संदर्भ : बैंपविवि. सं. आरईटी बीसी.103/12.01.001/2008-0902 जनवरी 2009 12 पौष 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक(क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदयभारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - सीआरआर बनाए रखना कृपया उपर्युक्त विषय पर 03 नवंबर 2008 का हमारा परिपत्र बैंपविवि. सं. आरईटी. बीसी. 71/12.01.001/2008-2009 देखें। 2. मौजूदा वैश्विक और देशी समष्टि आर्थिक स्थिति की समीक्षा करने पर, तथा 2 जनवरी 2009 को जारी रिज़र्व बैंक प्रेस प्रकाशनी 2
आरबीआइ /2008-09/339 संदर्भ : बैंपविवि. सं. आरईटी बीसी.103/12.01.001/2008-0902 जनवरी 2009 12 पौष 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक(क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदयभारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - सीआरआर बनाए रखना कृपया उपर्युक्त विषय पर 03 नवंबर 2008 का हमारा परिपत्र बैंपविवि. सं. आरईटी. बीसी. 71/12.01.001/2008-2009 देखें। 2. मौजूदा वैश्विक और देशी समष्टि आर्थिक स्थिति की समीक्षा करने पर, तथा 2 जनवरी 2009 को जारी रिज़र्व बैंक प्रेस प्रकाशनी 2
जनवरी 02, 2009
बैंकों द्वारा अग्रिमों की पुनर्रचना से संबंधित दिशानिर्देश
आरबीआइ सं. 2008-09/340 बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी.104 /21.04.132/2008-09 2 जनवरी 2009 12 पौष 1930 (शक) समस्त वाणिज्य बैंकों के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक /मुख्य कार्यपालक महोदय बैंकों द्वारा अग्रिमों की पुनर्रचना से संबंधित दिशानिर्देश कृपया उपर्युक्त विषय पर 27 अगस्त 2008 का हमारा परिपत्र आरबीआइ/2008-09/143/बैंपविवि. बीपी. बीसी. 37/21.04.132/2008-09 देखें । इस परिपत्र में परिपूर्ण दिशानिर्देश दिए गए हैं, जिनमें विद्यमान दिशानिर्
आरबीआइ सं. 2008-09/340 बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी.104 /21.04.132/2008-09 2 जनवरी 2009 12 पौष 1930 (शक) समस्त वाणिज्य बैंकों के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक /मुख्य कार्यपालक महोदय बैंकों द्वारा अग्रिमों की पुनर्रचना से संबंधित दिशानिर्देश कृपया उपर्युक्त विषय पर 27 अगस्त 2008 का हमारा परिपत्र आरबीआइ/2008-09/143/बैंपविवि. बीपी. बीसी. 37/21.04.132/2008-09 देखें । इस परिपत्र में परिपूर्ण दिशानिर्देश दिए गए हैं, जिनमें विद्यमान दिशानिर्
दिसंबर 31, 2008
सांविधिक लेखा-परीक्षकों द्वारा बैंकों में आंतरिक कार्य करना
सन्दआरबीआई/2008-09/335 सन्दर्भ पर्य सं.02/ 08.91.001/ 2008-0931 दिसंबर 2008सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंकमहोदय/महोदया,सांविधिक लेखा-परीक्षकों द्वारा बैंकों में आंतरिक कार्य करनाहम आपका ध्यान 22 अप्रैल 1989 के रिज़र्व बैंक परिपत्र डीबीओडी. सं. एपीपी. बीसी.118/ सी. 452(के)-89 की ओर आकर्षित करते हैं जिसमें बैंकों को यह स्पष्ट किया गया था कि ऐसे किसी भी लेखा-परीक्षा फर्म, जिसे वित्तीय वर्ष के दौरान आंतरिक लेखा-परीक्षा कार्य सौंपा गया हो, के संबंध में उस वर्ष के दौरान और उसके ब
सन्दआरबीआई/2008-09/335 सन्दर्भ पर्य सं.02/ 08.91.001/ 2008-0931 दिसंबर 2008सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंकमहोदय/महोदया,सांविधिक लेखा-परीक्षकों द्वारा बैंकों में आंतरिक कार्य करनाहम आपका ध्यान 22 अप्रैल 1989 के रिज़र्व बैंक परिपत्र डीबीओडी. सं. एपीपी. बीसी.118/ सी. 452(के)-89 की ओर आकर्षित करते हैं जिसमें बैंकों को यह स्पष्ट किया गया था कि ऐसे किसी भी लेखा-परीक्षा फर्म, जिसे वित्तीय वर्ष के दौरान आंतरिक लेखा-परीक्षा कार्य सौंपा गया हो, के संबंध में उस वर्ष के दौरान और उसके ब
दिसंबर 16, 2008
भारतीय रिजर्व बैंक अधिनियम, 1934 की दूसरी अनुसूची में शामिल करना - जेएससी वीटीबी बैंक
RBI / 2004 /भारिबैं /2008 - 09/325 संदर्भ : बैंपविवि सं. आरईटी. बीसी 99 /12.06.122 / 2008 - 09 16 दिसंबर 2008सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक प्रिय महोदय,भारतीय रिजर्व बैंक अधिनियम, 1934 की दूसरी अनुसूची में शामिल करना - जेएससी वीटीबी बैंकहम सूचित करते हैं कि भारतीय रिजर्व बैंक अधिनियम 1934 की दूसरी अनुसूची में " जेएससी वीटीबी बैंक " का नाम दिनांक 19 सितंबर 2008 के भारत के राजपत्र ( भाग III खंड 4 ) में प्रकाशित 30 जुलाई 2008 की अधिसूचना बैंपविवि, आईबीडी सं 2091/23.13.126/200
RBI / 2004 /भारिबैं /2008 - 09/325 संदर्भ : बैंपविवि सं. आरईटी. बीसी 99 /12.06.122 / 2008 - 09 16 दिसंबर 2008सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक प्रिय महोदय,भारतीय रिजर्व बैंक अधिनियम, 1934 की दूसरी अनुसूची में शामिल करना - जेएससी वीटीबी बैंकहम सूचित करते हैं कि भारतीय रिजर्व बैंक अधिनियम 1934 की दूसरी अनुसूची में " जेएससी वीटीबी बैंक " का नाम दिनांक 19 सितंबर 2008 के भारत के राजपत्र ( भाग III खंड 4 ) में प्रकाशित 30 जुलाई 2008 की अधिसूचना बैंपविवि, आईबीडी सं 2091/23.13.126/200
दिसंबर 12, 2008
पूंजी बाज़ारों में बैंकों का एक्सपोज़र - बैंकों द्वारा म्युच्युल फंडों को प्रदानकिये गये ऋण और अविकल्पी भुगतान प्रतिबद्धताएं (आईपीसी) जारी करना
आरबीआइ/2008-09/323 आरबीआइ/2008-09/323 बैंपविवि. डीआइआर. बीसी. 98/13.03.00/2008-09 12 दिसंबर 2008 21 अग्रहायण 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदयपूंजी बाज़ारों में बैंकों का एक्सपोज़र - बैंकों द्वारा म्युच्युल फंडों को प्रदानकिये गये ऋण और अविकल्पी भुगतान प्रतिबद्धताएं (आईपीसी) जारी करनाकृपया 10 सितंबर 2008 का हमारा परिपत्र सं. बैंपविवि. डीआइआर. बीसी. 41/13.03.00/2008-09 देखें जिसके अनुसार 14 दिसंबर 2007 के हमारे परिपत्र सं. बै
आरबीआइ/2008-09/323 आरबीआइ/2008-09/323 बैंपविवि. डीआइआर. बीसी. 98/13.03.00/2008-09 12 दिसंबर 2008 21 अग्रहायण 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदयपूंजी बाज़ारों में बैंकों का एक्सपोज़र - बैंकों द्वारा म्युच्युल फंडों को प्रदानकिये गये ऋण और अविकल्पी भुगतान प्रतिबद्धताएं (आईपीसी) जारी करनाकृपया 10 सितंबर 2008 का हमारा परिपत्र सं. बैंपविवि. डीआइआर. बीसी. 41/13.03.00/2008-09 देखें जिसके अनुसार 14 दिसंबर 2007 के हमारे परिपत्र सं. बै
दिसंबर 11, 2008
बैंकों द्वारा वित्तीय सेवाओं की आउटसोर्सिंग के संबंध में जोखिम प्रबंधन और आचार संहिता संबंधी दिशानिर्देश
आरबीआइ 2008-09/322आरबीआइ 2008-09/322 बैंपविवि. सं. बीपी. 97 /21.04.158/2008-0911 दिसंबर 2008 20 अग्रहायण 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदयबैंकों द्वारा वित्तीय सेवाओं की आउटसोर्सिंग के संबंध में जोखिम प्रबंधन और आचार संहिता संबंधी दिशानिर्देशकृपया उपर्युक्त विषय पर 3 नवंबर 2006 के हमारे परिपत्र बैंपविवि. सं. बीपी. 40/21.04.158/2006-07 का पैरा 7 देखें।2. यह निर्णय लिया गया है कि एक नया उप पैरा 7.4 निम्नानुसार जोड़ा जाए : "भारत
आरबीआइ 2008-09/322आरबीआइ 2008-09/322 बैंपविवि. सं. बीपी. 97 /21.04.158/2008-0911 दिसंबर 2008 20 अग्रहायण 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदयबैंकों द्वारा वित्तीय सेवाओं की आउटसोर्सिंग के संबंध में जोखिम प्रबंधन और आचार संहिता संबंधी दिशानिर्देशकृपया उपर्युक्त विषय पर 3 नवंबर 2006 के हमारे परिपत्र बैंपविवि. सं. बीपी. 40/21.04.158/2006-07 का पैरा 7 देखें।2. यह निर्णय लिया गया है कि एक नया उप पैरा 7.4 निम्नानुसार जोड़ा जाए : "भारत
दिसंबर 10, 2008
ग्राहकों के हेज़-रहित विदेशी मुद्रा एक्सपोज़र - बैंकों द्वारा निगरानी
आरबीआइ/2008-09/319आरबीआइ/2008-09/319 बैंपविवि.बीपी.बीसी.96/21.04.103/2008-09 10 दिसंबर 2008 19 अग्रहायण 1930(शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य़ बैंक(क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदयग्राहकों के हेज़-रहित विदेशी मुद्रा एक्सपोज़र - बैंकों द्वारा निगरानीकृपया 5 दिसंबर 2003 का हमारा परिपत्र सं.बैंपविवि.बीपी.बीसी.51/21.04.103/2003-04 देखें, ज़िसमें बैंकों को सूचित किया गया था कि उनके पास ऐसी नीति होनी चाहिए ज़ो उनके ग्राहकों के हेज़-रहित विदेशी मुद्रा एक्सपोज़र से उत्पन्न होन
आरबीआइ/2008-09/319आरबीआइ/2008-09/319 बैंपविवि.बीपी.बीसी.96/21.04.103/2008-09 10 दिसंबर 2008 19 अग्रहायण 1930(शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य़ बैंक(क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदयग्राहकों के हेज़-रहित विदेशी मुद्रा एक्सपोज़र - बैंकों द्वारा निगरानीकृपया 5 दिसंबर 2003 का हमारा परिपत्र सं.बैंपविवि.बीपी.बीसी.51/21.04.103/2003-04 देखें, ज़िसमें बैंकों को सूचित किया गया था कि उनके पास ऐसी नीति होनी चाहिए ज़ो उनके ग्राहकों के हेज़-रहित विदेशी मुद्रा एक्सपोज़र से उत्पन्न होन
दिसंबर 08, 2008
रुपया निर्यात ऋण ब्याज दर - अतिदेय निर्यात बिलों पर ब्याज
आरबीआइ/2008-09/314आरबीआइ/2008-09/314 बैंपविवि. डीआइआर (ईएक्सपी) बीसी. सं. 95/04.02.01/2008-09 8 दिसंबर 2008 17 अग्रहायण 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक(क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदयरुपया निर्यात ऋण ब्याज दर - अतिदेय निर्यात बिलों पर ब्याजकृपया उपर्युक्त विषय पर 1 जुलाई 2008 के हमारे मास्टर परिपत्र बैंपविवि.सं. डीआइआर. (ईएक्सपी) बीसी.सं. 9/04.02.02/2008-09 का पैराग्राफ 4.2.5 देखें । अतिदेय बिलों के मामले में नियत तारीख के बाद की अवधि के लिए बैंकों को "नि
आरबीआइ/2008-09/314आरबीआइ/2008-09/314 बैंपविवि. डीआइआर (ईएक्सपी) बीसी. सं. 95/04.02.01/2008-09 8 दिसंबर 2008 17 अग्रहायण 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक(क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदयरुपया निर्यात ऋण ब्याज दर - अतिदेय निर्यात बिलों पर ब्याजकृपया उपर्युक्त विषय पर 1 जुलाई 2008 के हमारे मास्टर परिपत्र बैंपविवि.सं. डीआइआर. (ईएक्सपी) बीसी.सं. 9/04.02.02/2008-09 का पैराग्राफ 4.2.5 देखें । अतिदेय बिलों के मामले में नियत तारीख के बाद की अवधि के लिए बैंकों को "नि
दिसंबर 08, 2008
बैंकों द्वारा अग्रिमों की पुनर्रचना के संबंध में विवेकपूर्ण दिशानिर्देश
आरबीआइ /2008-09/311आरबीआइ /2008-09/311 बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. सं. 93/21.04.132/2008-09 8 दिसंबर 2008 17 अग्रहायण 1930 (शक) अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक / मुख्य कार्यपालक अधिकारीसभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक और स्थानीय क्षेत्र बैंकों को छोड़कर)महोदयबैंकों द्वारा अग्रिमों की पुनर्रचना के संबंध में विवेकपूर्ण दिशानिर्देशकृपया भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा विकास को प्रेरित करने से संबंधित 6 दिसंबर 2008 की हमारी प्रेस प्रकाशनी देखें। जैसा कि उसमें उल्लेख क
आरबीआइ /2008-09/311आरबीआइ /2008-09/311 बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. सं. 93/21.04.132/2008-09 8 दिसंबर 2008 17 अग्रहायण 1930 (शक) अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक / मुख्य कार्यपालक अधिकारीसभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक और स्थानीय क्षेत्र बैंकों को छोड़कर)महोदयबैंकों द्वारा अग्रिमों की पुनर्रचना के संबंध में विवेकपूर्ण दिशानिर्देशकृपया भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा विकास को प्रेरित करने से संबंधित 6 दिसंबर 2008 की हमारी प्रेस प्रकाशनी देखें। जैसा कि उसमें उल्लेख क
दिसंबर 08, 2008
Lending under Consortium Arrangement / Multiple Banking Arrangements
RBI/2008-2009/313DBOD.No.BP.BC.94 /08.12.001/2008-09December 08, 2008The Chairman & Managing Directors /Chief Executive Officers ofAll Scheduled Commercial Banks(Excluding RRBs and LABs)Dear Sir,Lending under Consortium Arrangement / Multiple Banking ArrangementsPlease refer to our circular RBI/2008-2009/183/DBOD.No.BP.BC.46/08.12.001/2008- 09@@NBSP@@dated September 19, 2008 on the captioned subject.2. The formats for declaration of information by the borrower at
RBI/2008-2009/313DBOD.No.BP.BC.94 /08.12.001/2008-09December 08, 2008The Chairman & Managing Directors /Chief Executive Officers ofAll Scheduled Commercial Banks(Excluding RRBs and LABs)Dear Sir,Lending under Consortium Arrangement / Multiple Banking ArrangementsPlease refer to our circular RBI/2008-2009/183/DBOD.No.BP.BC.46/08.12.001/2008- 09@@NBSP@@dated September 19, 2008 on the captioned subject.2. The formats for declaration of information by the borrower at
दिसंबर 04, 2008
Implementation of the New Capital Adequacy Framework (NCAF) - Parallel run reporting format - Monitoring of Prudential Floor
RBI/2008-09/ 307 DBOD.No.BP.BC.92 /21.06.001/2008-09 December 4, 2008 All Scheduled Commercial Banks (excluding Local Area Banks and Regional Rural Banks) Dear Sirs,@@NBSP@@ Implementation of the New Capital Adequacy Framework (NCAF) – Parallel run reporting format – Monitoring of Prudential Floor Please refer to paragraph 2.4 of our ‘Master Circular – Prudential Guidelines on Capital Adequacy and Market Discipline – Implementation of NCAF’, issued vide letter DBOD.No
RBI/2008-09/ 307 DBOD.No.BP.BC.92 /21.06.001/2008-09 December 4, 2008 All Scheduled Commercial Banks (excluding Local Area Banks and Regional Rural Banks) Dear Sirs,@@NBSP@@ Implementation of the New Capital Adequacy Framework (NCAF) – Parallel run reporting format – Monitoring of Prudential Floor Please refer to paragraph 2.4 of our ‘Master Circular – Prudential Guidelines on Capital Adequacy and Market Discipline – Implementation of NCAF’, issued vide letter DBOD.No
दिसंबर 01, 2008
Operations of Foreign Branches and Subsidiaries - Compliance with statutory norms, etc.
RBI/2008-09/302 DBOD.No.BP.BC.89 /21.04.141/2008-09 December 1, 2008 All Scheduled Commercial Banks (excluding Local Area Banks and Regional Rural Banks) Dear Sir, Operations of foreign branches and subsidiaries of the Indian banks Compliance with statutory/regulatory/administrative prohibitions/ restrictions As you are aware, the banking operations carried out by the Indian banks are fully subject to various statutory and regulatory prohibitions and restrictions in f
RBI/2008-09/302 DBOD.No.BP.BC.89 /21.04.141/2008-09 December 1, 2008 All Scheduled Commercial Banks (excluding Local Area Banks and Regional Rural Banks) Dear Sir, Operations of foreign branches and subsidiaries of the Indian banks Compliance with statutory/regulatory/administrative prohibitions/ restrictions As you are aware, the banking operations carried out by the Indian banks are fully subject to various statutory and regulatory prohibitions and restrictions in f
नवंबर 28, 2008
रुपया निर्यात ऋण ब्याज दर - ऋण की अवधि में विस्तार
आरबीआइ/2008-09/299 बैंपविवि. डीआइआर (ईएक्सपी) बीसी. सं. 88/04.02.01/2008-0928 नवंबर 2008 7 अग्रहायण 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक(क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदयरुपया निर्यात ऋण ब्याज दर - ऋण की अवधि में विस्तारकृपया उपर्युक्त विषय पर 15 नवंबर 2008 का हमारा परिपत्र बैंपविवि.डीआइआर.(ईएक्सपी)सं.80/ 04.02.01/2008-09 देखें ।2. बाहरी मांग कम हो जाने के परिणामस्वरूप निर्यातकों को होनेवाली कठिनाइयों को ध्यान में रखते हुए, यह निर्णय लिया गया है कि पोतलदानोत्तर
आरबीआइ/2008-09/299 बैंपविवि. डीआइआर (ईएक्सपी) बीसी. सं. 88/04.02.01/2008-0928 नवंबर 2008 7 अग्रहायण 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक(क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदयरुपया निर्यात ऋण ब्याज दर - ऋण की अवधि में विस्तारकृपया उपर्युक्त विषय पर 15 नवंबर 2008 का हमारा परिपत्र बैंपविवि.डीआइआर.(ईएक्सपी)सं.80/ 04.02.01/2008-09 देखें ।2. बाहरी मांग कम हो जाने के परिणामस्वरूप निर्यातकों को होनेवाली कठिनाइयों को ध्यान में रखते हुए, यह निर्णय लिया गया है कि पोतलदानोत्तर
नवंबर 25, 2008
ऋणदाताओं के लिए उचित व्यवहार संहिता संबंधी दिशानिर्देश - प्रोसेसिंग शुल्क /प्रभारों से संबंधित सभी सूचनाएं प्रकट करना
आरबीआइ/2008-09/ 296आरबीआइ/2008-09/ 296 बैंपविवि.सं.एलईजी.बीसी.86 /09.07.005/2008-09 नवंबर 25, 2008 अग्रहायण 5,1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक/अखिल भारतीय वित्तीय संस्थाएं(क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदयऋणदाताओं के लिए उचित व्यवहार संहिता संबंधी दिशानिर्देश - प्रोसेसिंग शुल्क /प्रभारों से संबंधित सभी सूचनाएं प्रकट करना कृपया 6 मार्च 2007 का हमारा परिपत्र बैंपविवि.सं.एलईजी.बीसी.65/09.07.005/2006-07 देखें, जिसमें बैंकों/वित्तीय संस्थाओं को सूचित किया गया था क
आरबीआइ/2008-09/ 296आरबीआइ/2008-09/ 296 बैंपविवि.सं.एलईजी.बीसी.86 /09.07.005/2008-09 नवंबर 25, 2008 अग्रहायण 5,1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक/अखिल भारतीय वित्तीय संस्थाएं(क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदयऋणदाताओं के लिए उचित व्यवहार संहिता संबंधी दिशानिर्देश - प्रोसेसिंग शुल्क /प्रभारों से संबंधित सभी सूचनाएं प्रकट करना कृपया 6 मार्च 2007 का हमारा परिपत्र बैंपविवि.सं.एलईजी.बीसी.65/09.07.005/2006-07 देखें, जिसमें बैंकों/वित्तीय संस्थाओं को सूचित किया गया था क
नवंबर 15, 2008
विवेकपूर्ण मानदंडों की समीक्षा - मानक आस्तियों के लिए प्रावधानीकरण तथा कार्पोरेट, वाणिज्यिक स्थावर संपदा तथा प्रणाली की दृष्टि से महत्वपूर्ण जमाराशि स्वीकार न करनेवाली गैर- बैंकिंग वित्तीय कंप्
आरबीआइ/2008-09/282 बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 83/21.01.002/2008-09 15 नवंबर 2008 24 कार्तिक 1930 (शक)सभी वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक और स्थानीय क्षेत्र बैंकों को छोड़कर)महोदयविवेकपूर्ण मानदंडों की समीक्षा - मानक आस्तियों के लिए प्रावधानीकरण तथा कार्पोरेट, वाणिज्यिक स्थावर संपदा तथा प्रणाली की दृष्टि से महत्वपूर्ण जमाराशि स्वीकार न करनेवाली गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (एनबीएफसी -एनडी -एसआइ) के प्रति एक्सपोज़र के लिए जोखिम भार कृपया आय-निर्धारण और आस्ति- वर्गीक
आरबीआइ/2008-09/282 बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 83/21.01.002/2008-09 15 नवंबर 2008 24 कार्तिक 1930 (शक)सभी वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक और स्थानीय क्षेत्र बैंकों को छोड़कर)महोदयविवेकपूर्ण मानदंडों की समीक्षा - मानक आस्तियों के लिए प्रावधानीकरण तथा कार्पोरेट, वाणिज्यिक स्थावर संपदा तथा प्रणाली की दृष्टि से महत्वपूर्ण जमाराशि स्वीकार न करनेवाली गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (एनबीएफसी -एनडी -एसआइ) के प्रति एक्सपोज़र के लिए जोखिम भार कृपया आय-निर्धारण और आस्ति- वर्गीक
नवंबर 15, 2008
रुपया निर्यात ऋण ब्याज दर - ऋण की अवधि में विस्तार
आरबीआइ/2008-09/280 बैंपविवि. डीआइआर (ईएक्सपी) बीसी. सं. 80/04.02.01/2008-09 15 नवंबर 2008 24 कार्तिक 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदयरुपया निर्यात ऋण ब्याज दर - ऋण की अवधि में विस्तारकृपया उपर्युक्त विषय पर 24 अक्तूबर 2008 का हमारा परिपत्र बैंपविवि. डीआइआर. (ईएक्सपी) सं. 68/04.02.01/2008-09 देखें ।2. बाहरी मांग कम हो जाने के परिणामस्वरूप निर्यातकों को होनेवाली कठिनाइयों को ध्यान में रखते हुए, यह निर्णय लिया गया है कि पोतलदा
आरबीआइ/2008-09/280 बैंपविवि. डीआइआर (ईएक्सपी) बीसी. सं. 80/04.02.01/2008-09 15 नवंबर 2008 24 कार्तिक 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदयरुपया निर्यात ऋण ब्याज दर - ऋण की अवधि में विस्तारकृपया उपर्युक्त विषय पर 24 अक्तूबर 2008 का हमारा परिपत्र बैंपविवि. डीआइआर. (ईएक्सपी) सं. 68/04.02.01/2008-09 देखें ।2. बाहरी मांग कम हो जाने के परिणामस्वरूप निर्यातकों को होनेवाली कठिनाइयों को ध्यान में रखते हुए, यह निर्णय लिया गया है कि पोतलदा
नवंबर 15, 2008
अनिवासी (विदेशी) रुपया (एनआरई) जमाराशियों तथा एफसीएनआर (बी) जमाराशियों पर ब्याज दरें
अ्ँध्अ्आरबीआइ/2008-09/281 बैंपविवि. डीआइआर. बीसी. 82/13.03.00/2008-09 15 नवंबर 2008 24 कार्तिक 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदयअनिवासी (विदेशी) रुपया (एनआरई) जमाराशियों तथा एफसीएनआर (बी) जमाराशियों पर ब्याज दरें1. अनिवासी (विदेशी) रुपया (एनआरई) जमाराशियों पर ब्याज दरेंकृपया अनिवासी (विदेशी) (एनआरई) खातों में धारित जमाराशियों पर ब्याज दरों से संबंधित 15 अक्तूबर 2008 के हमारे परिपत्र बैंपविवि. सं. डीआइआर. बीसी 64 /13.03.00/20
अ्ँध्अ्आरबीआइ/2008-09/281 बैंपविवि. डीआइआर. बीसी. 82/13.03.00/2008-09 15 नवंबर 2008 24 कार्तिक 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदयअनिवासी (विदेशी) रुपया (एनआरई) जमाराशियों तथा एफसीएनआर (बी) जमाराशियों पर ब्याज दरें1. अनिवासी (विदेशी) रुपया (एनआरई) जमाराशियों पर ब्याज दरेंकृपया अनिवासी (विदेशी) (एनआरई) खातों में धारित जमाराशियों पर ब्याज दरों से संबंधित 15 अक्तूबर 2008 के हमारे परिपत्र बैंपविवि. सं. डीआइआर. बीसी 64 /13.03.00/20
नवंबर 14, 2008
कार्यान्वयन प्रक्रिया के अधीन संरचनात्मक परियोजनाओं के लिए आस्ति वर्गीकरण मानदंड
आरबीआइ/2008-09/283 बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 84/21.04.048/2008-09 14 नवंबर 2008 23 कार्तिक 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक और स्थानीय क्षेत्र बैंकों को छोड़कर)महोदयकार्यान्वयन प्रक्रिया के अधीन संरचनात्मक परियोजनाओं के लिए आस्ति वर्गीकरण मानदंडकृपया अग्रिमों के आय निर्धारण, आस्ति वर्गीकरण और प्रावधानीकरण मानदंडों से संबंधित विवेकपूर्ण मानदंड पर 1 जुलाई 2008 के हमारे परिपत्र बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 20/ 21.04.048/ 2008-09 का पैरा 4.2.18(iv)
आरबीआइ/2008-09/283 बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 84/21.04.048/2008-09 14 नवंबर 2008 23 कार्तिक 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक और स्थानीय क्षेत्र बैंकों को छोड़कर)महोदयकार्यान्वयन प्रक्रिया के अधीन संरचनात्मक परियोजनाओं के लिए आस्ति वर्गीकरण मानदंडकृपया अग्रिमों के आय निर्धारण, आस्ति वर्गीकरण और प्रावधानीकरण मानदंडों से संबंधित विवेकपूर्ण मानदंड पर 1 जुलाई 2008 के हमारे परिपत्र बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 20/ 21.04.048/ 2008-09 का पैरा 4.2.18(iv)
नवंबर 11, 2008
केंद्रीय बजट 2008-09 - कृषि ऋण छूट और ऋण राहत योजना 2008 -आय-निर्धारण, आस्ति वर्गीकरण, प्रावधानीकरण और पूंजी पर्याप्तता संबंधी विवेकपूर्ण मानदंड
आरबीआइ/2008-09/278 बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 78/21.04.048/2008-09 11 नवंबर 2008 20 कार्तिक 1930 (शक)अध्यक्ष/अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक/प्रबंध निदेशक/कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (स्थानीय क्षेत्र बैंक सहित) (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदयकेंद्रीय बजट 2008-09 - कृषि ऋण छूट और ऋण राहत योजना 2008 -आय-निर्धारण, आस्ति वर्गीकरण, प्रावधानीकरण और पूंजी पर्याप्तता संबंधी विवेकपूर्ण मानदंड कृपया उपर्युक्त विषय पर 30 जुलाई 2008 का हमारा परिपत्र बैंपविवि. स
आरबीआइ/2008-09/278 बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 78/21.04.048/2008-09 11 नवंबर 2008 20 कार्तिक 1930 (शक)अध्यक्ष/अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक/प्रबंध निदेशक/कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (स्थानीय क्षेत्र बैंक सहित) (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदयकेंद्रीय बजट 2008-09 - कृषि ऋण छूट और ऋण राहत योजना 2008 -आय-निर्धारण, आस्ति वर्गीकरण, प्रावधानीकरण और पूंजी पर्याप्तता संबंधी विवेकपूर्ण मानदंड कृपया उपर्युक्त विषय पर 30 जुलाई 2008 का हमारा परिपत्र बैंपविवि. स
नवंबर 03, 2008
बैंकों द्वारा अग्रिमों की पुनर्रचना पर विवेकशील दिशानिर्देश
आरबीआइ/2008-09/267 बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 76/21.04.0132/2008-09 3 नवंबर 2008 12 कार्तिक 1930(शक)अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक/ सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंकों के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (स्थानीय क्षेत्र बैंकों और क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदयबैंकों द्वारा अग्रिमों की पुनर्रचना पर विवेकशील दिशानिर्देशकृपया उपर्युक्त विषय पर 27 अगस्त 2008 के हमारे परिपत्र बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 37/21.04.132/2008-09 का पैरा 6.1 देखें जिसके अनुसार उपर्युक्त परिपत्र के पैरा 6 में न
आरबीआइ/2008-09/267 बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 76/21.04.0132/2008-09 3 नवंबर 2008 12 कार्तिक 1930(शक)अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक/ सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंकों के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (स्थानीय क्षेत्र बैंकों और क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदयबैंकों द्वारा अग्रिमों की पुनर्रचना पर विवेकशील दिशानिर्देशकृपया उपर्युक्त विषय पर 27 अगस्त 2008 के हमारे परिपत्र बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 37/21.04.132/2008-09 का पैरा 6.1 देखें जिसके अनुसार उपर्युक्त परिपत्र के पैरा 6 में न
नवंबर 03, 2008
बैंककारी विनियमन अधिनियम 1949 की धारा 24 - सांविधिक चलनिधि अनुपात (एसएलआर) बनाए रखना
आरबीआइ/2008-09/255 संदर्भ : बैंपविवि. सं. आरईटी. बीसी. 73/12.02.001/2008-09 03 नवंबर 2008 12 कार्तिक 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदयबैंककारी विनियमन अधिनियम 1949 की धारा 24 - सांविधिक चलनिधि अनुपात (एसएलआर) बनाए रखनाकृपया उपर्युक्त विषय पर 13 फरवरी 2008 का हमारा परिपत्र बैंपविवि. सं. बीसी. 62/12.02.001/ 2007-08 देखें ।2. मौजूदा तथा परिवर्तनशील समष्टि आर्थिक स्थिति तथा वैश्विक और देशी वित्तीय बाज़ारों में चलनिधि की स्थिति की
आरबीआइ/2008-09/255 संदर्भ : बैंपविवि. सं. आरईटी. बीसी. 73/12.02.001/2008-09 03 नवंबर 2008 12 कार्तिक 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदयबैंककारी विनियमन अधिनियम 1949 की धारा 24 - सांविधिक चलनिधि अनुपात (एसएलआर) बनाए रखनाकृपया उपर्युक्त विषय पर 13 फरवरी 2008 का हमारा परिपत्र बैंपविवि. सं. बीसी. 62/12.02.001/ 2007-08 देखें ।2. मौजूदा तथा परिवर्तनशील समष्टि आर्थिक स्थिति तथा वैश्विक और देशी वित्तीय बाज़ारों में चलनिधि की स्थिति की
नवंबर 03, 2008
भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - सीआरआर बनाए रखना
आरबीआइ /2008-09/254 संदभर्: बैंपविवि. सं. आरईटी बीसी.71 /12.01.001/2008-09 03 नवंबर 2008 12 कार्तिक 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदयभारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - सीआरआर बनाए रखना कृपया उपर्युक्त विषय पर 15 अक्तूबर 2008 का हमारा परिपत्र बैंपविवि. सं. आरईटी. बीसी. 61/ 12.01.001/2008-2009 देखें। 2. मौजूदा तथा परिवर्तनशील समष्टि आर्थिक स्थिति तथा वैश्विक और देशी वित्तीय बाज़ारों में चलनिधि की स्थिति की समीक्
आरबीआइ /2008-09/254 संदभर्: बैंपविवि. सं. आरईटी बीसी.71 /12.01.001/2008-09 03 नवंबर 2008 12 कार्तिक 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदयभारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - सीआरआर बनाए रखना कृपया उपर्युक्त विषय पर 15 अक्तूबर 2008 का हमारा परिपत्र बैंपविवि. सं. आरईटी. बीसी. 61/ 12.01.001/2008-2009 देखें। 2. मौजूदा तथा परिवर्तनशील समष्टि आर्थिक स्थिति तथा वैश्विक और देशी वित्तीय बाज़ारों में चलनिधि की स्थिति की समीक्
नवंबर 03, 2008
बैंककारी विनियमन अधिनियम 1949 की धारा 24 - सांविधिक चलनिधि अनुपात (एसएलआर) बनाये रखने में कमी - चलनिधि समायोजन सुविधा (एलएएफ) के अंतर्गत अतिरिक्त चलनिधि सहायता
आरबीआइ/2008-09/260 संदर्भ : बैंपविवि. सं. आरईटी. बीसी. 74/12.02.001/2008-09 3 नवंबर 2008 12 कार्तिक 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंकमहोदयबैंककारी विनियमन अधिनियम 1949 की धारा 24 - सांविधिक चलनिधि अनुपात (एसएलआर) बनाये रखने में कमी - चलनिधि समायोजन सुविधा (एलएएफ) के अंतर्गत अतिरिक्त चलनिधि सहायताकृपया उपर्युक्त विषय पर 16 सितंबर 2008 का हमारा परिपत्र बैंपविवि. सं. आरईटी. बीसी. 43/12.02.001/ 2008-09 देखें जिसमें सूचित किया गया है कि एक अस्थायी तथा तदर्थ उपाय के रूप मे
आरबीआइ/2008-09/260 संदर्भ : बैंपविवि. सं. आरईटी. बीसी. 74/12.02.001/2008-09 3 नवंबर 2008 12 कार्तिक 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंकमहोदयबैंककारी विनियमन अधिनियम 1949 की धारा 24 - सांविधिक चलनिधि अनुपात (एसएलआर) बनाये रखने में कमी - चलनिधि समायोजन सुविधा (एलएएफ) के अंतर्गत अतिरिक्त चलनिधि सहायताकृपया उपर्युक्त विषय पर 16 सितंबर 2008 का हमारा परिपत्र बैंपविवि. सं. आरईटी. बीसी. 43/12.02.001/ 2008-09 देखें जिसमें सूचित किया गया है कि एक अस्थायी तथा तदर्थ उपाय के रूप मे
अक्तूबर 29, 2008
बैंकों के तुलन पत्र में शामिल न होनेवाले एक्सपोज़र के संबंध में विवेकपूर्ण मानदंड
आरबीआइ/2008-09/252 बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 69/21.03.009/2008-09 29 अक्तूबर 2008 7 कार्तिक 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों और स्थानीय क्षेत्र बैंकों को छोड़कर) और अखिल भारतीय मीयादी ऋण और पुनर्वित्त देनेवाली संस्थाएंमहोदयबैंकों के तुलन पत्र में शामिल न होनेवाले एक्सपोज़र के संबंध में विवेकपूर्ण मानदंडकृपया उपर्युक्त विषय पर 13 अक्तूबर 2008 का हमारा परिपत्र बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 57/21.04.157/ 2008-09 देखें ।2. उपर्युक्त परिपत्र के पैरा
आरबीआइ/2008-09/252 बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 69/21.03.009/2008-09 29 अक्तूबर 2008 7 कार्तिक 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों और स्थानीय क्षेत्र बैंकों को छोड़कर) और अखिल भारतीय मीयादी ऋण और पुनर्वित्त देनेवाली संस्थाएंमहोदयबैंकों के तुलन पत्र में शामिल न होनेवाले एक्सपोज़र के संबंध में विवेकपूर्ण मानदंडकृपया उपर्युक्त विषय पर 13 अक्तूबर 2008 का हमारा परिपत्र बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 57/21.04.157/ 2008-09 देखें ।2. उपर्युक्त परिपत्र के पैरा
अक्तूबर 27, 2008
रुपया निर्यात ऋण ब्याज दरें
़्रड्डख्र्ड्ढञ्ज्ख्र् ङ्क्रढख्र्द्म्ख्र्न्न् ज़्द्दiआरबीआई/2008-09/250 बैंपविवि. डीआईआर (ईएक्सपी)बीसी.सं.68/04.02.01/2008-09 अक्तूबर 24, 2008सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक(क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदय,रुपया निर्यात ऋण ब्याज दरें कृपया उपर्युक्त विषय पर 28 अप्रैल 2008 का हमारा परिपत्र बैंपविवि.डीआईआर.(ईएक्सपी)सं.77/04.02.01/2007-08 देखें ।उपर्युक्त परिपत्र में दर्शायी गयी रुपया निर्यात ऋण पर ब्याज दरों की वैधता अब 30 अप्रैल 2009 तक प्रचलित रहेगी । इस संबंध में ब
़्रड्डख्र्ड्ढञ्ज्ख्र् ङ्क्रढख्र्द्म्ख्र्न्न् ज़्द्दiआरबीआई/2008-09/250 बैंपविवि. डीआईआर (ईएक्सपी)बीसी.सं.68/04.02.01/2008-09 अक्तूबर 24, 2008सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक(क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदय,रुपया निर्यात ऋण ब्याज दरें कृपया उपर्युक्त विषय पर 28 अप्रैल 2008 का हमारा परिपत्र बैंपविवि.डीआईआर.(ईएक्सपी)सं.77/04.02.01/2007-08 देखें ।उपर्युक्त परिपत्र में दर्शायी गयी रुपया निर्यात ऋण पर ब्याज दरों की वैधता अब 30 अप्रैल 2009 तक प्रचलित रहेगी । इस संबंध में ब
अक्तूबर 24, 2008
7% बचत बांड 2002, 6.5% बचत बांड 2003 (कर योग्य नहीं) और 8% बचत (कर योग्य) बांड 2003 - संपार्श्दिक सुविधा
आरबीआइआरबीआइ.सं.2008-09/247 बैंपविवि. सं. डीआइआर. बीसी. 66/13.03.00/2008-09 24 अक्तूबर 2008 2 कार्तिक 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदय7% बचत बांड 2002, 6.5% बचत बांड 2003 (कर योग्य नहीं) और 8% बचत (कर योग्य) बांड 2003 - संपार्श्दिक सुविधा जैसा कि आपको ज्ञात है, भारत सरकार की संबंधित अधिसूचनाओं के अनुसार उपर्युक्त योजनाओं के अंतर्गत संपार्श्दिक के रूप में पात्र नहीं हैं ।2. भारत सरकार ने अब यह निर्णय लिया है कि अनुसूचित बैंको
आरबीआइआरबीआइ.सं.2008-09/247 बैंपविवि. सं. डीआइआर. बीसी. 66/13.03.00/2008-09 24 अक्तूबर 2008 2 कार्तिक 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदय7% बचत बांड 2002, 6.5% बचत बांड 2003 (कर योग्य नहीं) और 8% बचत (कर योग्य) बांड 2003 - संपार्श्दिक सुविधा जैसा कि आपको ज्ञात है, भारत सरकार की संबंधित अधिसूचनाओं के अनुसार उपर्युक्त योजनाओं के अंतर्गत संपार्श्दिक के रूप में पात्र नहीं हैं ।2. भारत सरकार ने अब यह निर्णय लिया है कि अनुसूचित बैंको
अक्तूबर 20, 2008
जमा प्रमाण पत्रों (सीडी) की जमानत पर म्यूचुअल फंडों को ऋण देना तथा जमा प्रमाण पत्रों की वापस खरीद
आरबीआइ/2008-09/243 बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 65/21.06.001/2008-09 20 अक्तूबर 2008 28 आश्विन 1930 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक और स्थानीय क्षेत्र बैंकों को छोड़कर) तथा अखिल भारतीय मीयादी ऋण और पुनर्वित्त प्रदान करनेवाली संस्थाएं महोदय जमा प्रमाण पत्रों (सीडी) की जमानत पर म्यूचुअल फंडों को ऋण देना तथा जमा प्रमाण पत्रों की वापस खरीद कृपया 14 अक्तूबर 2008 का हमारा परिपत्र बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 59/21.03.009
आरबीआइ/2008-09/243 बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 65/21.06.001/2008-09 20 अक्तूबर 2008 28 आश्विन 1930 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक और स्थानीय क्षेत्र बैंकों को छोड़कर) तथा अखिल भारतीय मीयादी ऋण और पुनर्वित्त प्रदान करनेवाली संस्थाएं महोदय जमा प्रमाण पत्रों (सीडी) की जमानत पर म्यूचुअल फंडों को ऋण देना तथा जमा प्रमाण पत्रों की वापस खरीद कृपया 14 अक्तूबर 2008 का हमारा परिपत्र बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 59/21.03.009
अक्तूबर 16, 2008
अधिसूचना
बैंपविवि.सं.आरईटी बीसी.49/12.06.007/2008-2009 16 अक्तूबर 2008 24 आश्विन 1930 (शक) अधिसूचना भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 (1934 का 2) की धारा 42 की उप-धारा (6) के खंड (ख) में प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए भारतीय रिज़र्व बैंक एतद्वारा उक्त अधिनियम की द्वितीय अनुसूची से "स्टेट बैंक ऑफ सौराष्ट्र" को हटाने का निदेश देता है क्योंकि 13 अगस्त 2008 से उपर्युक्त बैंक ने बैंकिंग कारोबार करना बंद कर दिया है । (आनंद सिन्हा) कार्यपालक निदेशक
बैंपविवि.सं.आरईटी बीसी.49/12.06.007/2008-2009 16 अक्तूबर 2008 24 आश्विन 1930 (शक) अधिसूचना भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 (1934 का 2) की धारा 42 की उप-धारा (6) के खंड (ख) में प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए भारतीय रिज़र्व बैंक एतद्वारा उक्त अधिनियम की द्वितीय अनुसूची से "स्टेट बैंक ऑफ सौराष्ट्र" को हटाने का निदेश देता है क्योंकि 13 अगस्त 2008 से उपर्युक्त बैंक ने बैंकिंग कारोबार करना बंद कर दिया है । (आनंद सिन्हा) कार्यपालक निदेशक
अक्तूबर 15, 2008
भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - सीआरआर बनाए रखना
आरबीआइ/2008-09/228 संदर्भ : बैंपविवि. सं. आरईटी बीसी. 61/12.01.001/2008-09 15 अक्तूबर 2008 23 आश्विन 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदयभारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - सीआरआर बनाए रखना कृपया उपर्युक्त विषय पर 10 अक्तूबर 2008 का हमारा परिपत्र बैंपविवि. सं. आरईटी. बीसी. 55/ 12.01.001/2008-2009 देखें, जिसके द्वारा 11 अक्तूबर 2008 से आरक्षित नकदी निधि अनुपात (सीआरआर) में 150 आधार अंकों की कटौती करते हुए उसे निवल
आरबीआइ/2008-09/228 संदर्भ : बैंपविवि. सं. आरईटी बीसी. 61/12.01.001/2008-09 15 अक्तूबर 2008 23 आश्विन 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदयभारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - सीआरआर बनाए रखना कृपया उपर्युक्त विषय पर 10 अक्तूबर 2008 का हमारा परिपत्र बैंपविवि. सं. आरईटी. बीसी. 55/ 12.01.001/2008-2009 देखें, जिसके द्वारा 11 अक्तूबर 2008 से आरक्षित नकदी निधि अनुपात (सीआरआर) में 150 आधार अंकों की कटौती करते हुए उसे निवल
अक्तूबर 15, 2008
बैंककारी विनियमन अधिनियम 1949 की धारा 24 - सांविधिक चलनिधि अनुपात (एसएलआर) बनाये रखने में कमी - चलनिधि समायोजन सुविधा (एलएएफ) के अंतर्गत अतिरिक्त चलनिधि सहायता
आरबीआइ/2008-09/229 संदर्भ : बैंपविवि. सं. आरईटी. बीसी. 62/12.02.001/2008-09 15 अक्तूबर 2008 23 आश्विन 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंकमहोदयबैंककारी विनियमन अधिनियम 1949 की धारा 24 - सांविधिक चलनिधि अनुपात (एसएलआर) बनाये रखने में कमी - चलनिधि समायोजन सुविधा (एलएएफ) के अंतर्गत अतिरिक्त चलनिधि सहायता कृपया उपर्युक्त विषय पर 16 सितंबर 2008 का हमारा परिपत्र बैंपविवि. सं. आरईटी. बीसी. 43/ 12.02.001/ 2008-09 देखें । पूर्णतया अस्थायी उपाय के रूप में यह निर्णय लिया गया है कि
आरबीआइ/2008-09/229 संदर्भ : बैंपविवि. सं. आरईटी. बीसी. 62/12.02.001/2008-09 15 अक्तूबर 2008 23 आश्विन 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंकमहोदयबैंककारी विनियमन अधिनियम 1949 की धारा 24 - सांविधिक चलनिधि अनुपात (एसएलआर) बनाये रखने में कमी - चलनिधि समायोजन सुविधा (एलएएफ) के अंतर्गत अतिरिक्त चलनिधि सहायता कृपया उपर्युक्त विषय पर 16 सितंबर 2008 का हमारा परिपत्र बैंपविवि. सं. आरईटी. बीसी. 43/ 12.02.001/ 2008-09 देखें । पूर्णतया अस्थायी उपाय के रूप में यह निर्णय लिया गया है कि
अक्तूबर 15, 2008
अनिवासी (विदेशी) रुपया (एनआरई) जमाराशियों तथा एफसीएनआर (बी) जमाराशियों पर ब्याज दरें
अ्ँध्अ्आरबीआइ/2008-09/230 बैंपविवि. डीआइआर. बीसी. 64/13.03.00/2008-09 15 अक्तूबर 2008 23 आश्विन 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदयअनिवासी (विदेशी) रुपया (एनआरई) जमाराशियों तथा एफसीएनआर (बी) जमाराशियों पर ब्याज दरें अनिवासी (विदेशी) रुपया (एनआरई) जमाराशियों पर ब्याज दरेंकृपया अनिवासी (विदेशी) (एनआरई) खातों में धारित जमाराशियों पर ब्याज दरों से संबंधित 16 सितंबर 2008 के हमारे परिपत्र बैंपविवि. सं. डीआइआर. बीसी. 44/13.03.00/2006
अ्ँध्अ्आरबीआइ/2008-09/230 बैंपविवि. डीआइआर. बीसी. 64/13.03.00/2008-09 15 अक्तूबर 2008 23 आश्विन 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदयअनिवासी (विदेशी) रुपया (एनआरई) जमाराशियों तथा एफसीएनआर (बी) जमाराशियों पर ब्याज दरें अनिवासी (विदेशी) रुपया (एनआरई) जमाराशियों पर ब्याज दरेंकृपया अनिवासी (विदेशी) (एनआरई) खातों में धारित जमाराशियों पर ब्याज दरों से संबंधित 16 सितंबर 2008 के हमारे परिपत्र बैंपविवि. सं. डीआइआर. बीसी. 44/13.03.00/2006
अक्तूबर 14, 2008
जमा प्रमाण पत्रों (सीडी) की जमानत पर म्यूचुअल फंडों को ऋण देना तथा जमा प्रमाण पत्रों की वापस खरीद
आरबीआइ/2008-09/223आरबीआइ/2008-09/223 बैंपविवि. सं.बीपी.बीसी. 59/21.03.009/2008-09 14 अक्तूबर 2008 22 आश्विन 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक और स्थानीय क्षेत्र बैंकों को छोड़कर) तथा अखिल भारतीय मीयादी ऋण और पुनर्वित्त प्रदान करनेवाली संस्थाएंमहोदयजमा प्रमाण पत्रों (सीडी) की जमानत पर म्यूचुअल फंडों को ऋण देना तथा जमा प्रमाण पत्रों की वापस खरीदकृपया जमा प्रमाण पत्र जारी करने से संबंधित दिशानिर्देशों पर 1 जुलाई 2008 के मास्टर परिपत्र सं. एफएमडी.
आरबीआइ/2008-09/223आरबीआइ/2008-09/223 बैंपविवि. सं.बीपी.बीसी. 59/21.03.009/2008-09 14 अक्तूबर 2008 22 आश्विन 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक और स्थानीय क्षेत्र बैंकों को छोड़कर) तथा अखिल भारतीय मीयादी ऋण और पुनर्वित्त प्रदान करनेवाली संस्थाएंमहोदयजमा प्रमाण पत्रों (सीडी) की जमानत पर म्यूचुअल फंडों को ऋण देना तथा जमा प्रमाण पत्रों की वापस खरीदकृपया जमा प्रमाण पत्र जारी करने से संबंधित दिशानिर्देशों पर 1 जुलाई 2008 के मास्टर परिपत्र सं. एफएमडी.
अक्तूबर 13, 2008
बैंकों के तुलन पत्र में शामिल न होनेवाले एक्सपोज़र के संबंध में विवेकपूर्ण मानदंड
आरबीआइ/2008-09/218आरबीआइ/2008-09/218 बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 57/21.04.157/2008-09 13 अक्तूबर 2008 21 आश्विन 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (स्थानीय क्षेत्र बैंकों और क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदयबैंकों के तुलन पत्र में शामिल न होनेवाले एक्सपोज़र के संबंध में विवेकपूर्ण मानदंडकृपया उपर्युक्त विषय पर 8 अगस्त 2008 का हमारा परिपत्र आरबीआइ/2008-09/125 बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 31/21.04.157/2008-09 देखें ।2. डेरिवेटिव लेनदेन के संबंध में अतिदेय भुगतानों की
आरबीआइ/2008-09/218आरबीआइ/2008-09/218 बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 57/21.04.157/2008-09 13 अक्तूबर 2008 21 आश्विन 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (स्थानीय क्षेत्र बैंकों और क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदयबैंकों के तुलन पत्र में शामिल न होनेवाले एक्सपोज़र के संबंध में विवेकपूर्ण मानदंडकृपया उपर्युक्त विषय पर 8 अगस्त 2008 का हमारा परिपत्र आरबीआइ/2008-09/125 बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 31/21.04.157/2008-09 देखें ।2. डेरिवेटिव लेनदेन के संबंध में अतिदेय भुगतानों की
अक्तूबर 13, 2008
Guidelines on Exchange Traded Interest Rate Derivatives
RBI/2008-09/217 DBOD.BP.BC. No.56 /21.04.157/2008-09 October 13 , 2008The Chairman/ Chief Executive Officers All commercial Banks (excluding RRBs and LABs)Dear Sir,Guidelines on Exchange Traded Interest Rate Derivatives Please refer to the guidelines on Exchange-Traded Interest Rate Derivatives issued vide our circular IDMC.MSRD.4801/06.01.03 dated June 3, 2003. In terms of this circular, banks were permitted to transact in Interest Rate Futures (IRFs) for the purpose
RBI/2008-09/217 DBOD.BP.BC. No.56 /21.04.157/2008-09 October 13 , 2008The Chairman/ Chief Executive Officers All commercial Banks (excluding RRBs and LABs)Dear Sir,Guidelines on Exchange Traded Interest Rate Derivatives Please refer to the guidelines on Exchange-Traded Interest Rate Derivatives issued vide our circular IDMC.MSRD.4801/06.01.03 dated June 3, 2003. In terms of this circular, banks were permitted to transact in Interest Rate Futures (IRFs) for the purpose
अक्तूबर 13, 2008
(i)स्वीकृत ऋण सीमाओं के अंतर्गत ऋण का वितरण (ii)छोटे और मझौले उद्यमों (एसएमई) की बकाया राशि की पुनर्रचना करना
आरबीआइ/2008-09/219 बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 58/21.04.048/2008-09 13 अक्तूबर 2008 21 आश्विन 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों और स्थानीय क्षेत्र बैंकों को छोड़कर)महोदय(i)स्वीकृत ऋण सीमाओं के अंतर्गत ऋण का वितरण (ii)छोटे और मझौले उद्यमों (एसएमई) की बकाया राशि की पुनर्रचना करनाहमारी जानकारी में यह बात आयी है कि देश के बाज़ारों में हाल में चलनिधि में कुछ कमी होने की स्थिति के कारण कुछ बैंक अपने ग्राहकों को स्वीकृत ऋण सीमा के अंतर्गत कार्यशील पू
आरबीआइ/2008-09/219 बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 58/21.04.048/2008-09 13 अक्तूबर 2008 21 आश्विन 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों और स्थानीय क्षेत्र बैंकों को छोड़कर)महोदय(i)स्वीकृत ऋण सीमाओं के अंतर्गत ऋण का वितरण (ii)छोटे और मझौले उद्यमों (एसएमई) की बकाया राशि की पुनर्रचना करनाहमारी जानकारी में यह बात आयी है कि देश के बाज़ारों में हाल में चलनिधि में कुछ कमी होने की स्थिति के कारण कुछ बैंक अपने ग्राहकों को स्वीकृत ऋण सीमा के अंतर्गत कार्यशील पू
अक्तूबर 10, 2008
भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - सीआरआर बनाए रखना
आरबीआइ / 2008-09/214आरबीआइ / 2008-09/214 संदर्भ : बैंपविवि. सं. आरईटी बीसी. 55/12.01.001/2008-09 10 अक्तूबर 2008 18 आश्विन 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदयभारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - सीआरआर बनाए रखना कृपया उपर्युक्त विषय पर 6 अक्तूबर 2008 का हमारा परिपत्र बैंपविवि. सं. आरईटी. बीसी. 52/ 12.01.001/2008-2009 देखें, जिसके द्वारा 11 अक्तूबर 2008 से आरक्षित नकदी निधि अनुपात (सीआरआर) में 50 आधार अंकों की कटौत
आरबीआइ / 2008-09/214आरबीआइ / 2008-09/214 संदर्भ : बैंपविवि. सं. आरईटी बीसी. 55/12.01.001/2008-09 10 अक्तूबर 2008 18 आश्विन 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदयभारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - सीआरआर बनाए रखना कृपया उपर्युक्त विषय पर 6 अक्तूबर 2008 का हमारा परिपत्र बैंपविवि. सं. आरईटी. बीसी. 52/ 12.01.001/2008-2009 देखें, जिसके द्वारा 11 अक्तूबर 2008 से आरक्षित नकदी निधि अनुपात (सीआरआर) में 50 आधार अंकों की कटौत
अक्तूबर 08, 2008
किसी बैंक द्वारा अन्य बैंकों या उनके समूह कंपनियों की इक्विटी में निवेश
आरबीआइ/2008-09/209 बैंपविवि. सं. पीएसबीडी. बीसी.53/16.13.100/2008-098 अक्तूबर 2008 16 आश्विन 1930 (शक)निजी क्षेत्र के सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंकों के मुख्य कार्यपालक अधिकारीमहोदयकिसी बैंक द्वारा अन्य बैंकों या उनके समूह कंपनियों की इक्विटी में निवेश1 जुलाई 2008 के हमारे मास्टर परिपत्र बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 2/21.01.002/2008-09 के पैराग्राफ 2.1.4(iii) में निहित पूंजी की परस्पर धारिता (क्रास-होल्ंडिग) की 5 प्रतिशत की सीमा के संबंध में वर्तमान अनुदेशों तथा शेयरों के आब
आरबीआइ/2008-09/209 बैंपविवि. सं. पीएसबीडी. बीसी.53/16.13.100/2008-098 अक्तूबर 2008 16 आश्विन 1930 (शक)निजी क्षेत्र के सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंकों के मुख्य कार्यपालक अधिकारीमहोदयकिसी बैंक द्वारा अन्य बैंकों या उनके समूह कंपनियों की इक्विटी में निवेश1 जुलाई 2008 के हमारे मास्टर परिपत्र बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 2/21.01.002/2008-09 के पैराग्राफ 2.1.4(iii) में निहित पूंजी की परस्पर धारिता (क्रास-होल्ंडिग) की 5 प्रतिशत की सीमा के संबंध में वर्तमान अनुदेशों तथा शेयरों के आब
अक्तूबर 06, 2008
भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - सीआरआर बनाए रखना
आरबीआई/2008-09/203 संदर्भ : बैंपविवि. सं. आरईटी बीसी.52 /12.01.001/2008-09 6 अक्तूबर 2008 14 अश्विन 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य़ बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदयभारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - सीआरआर बनाए रखना कृपया उपर्युक्त विषय पर 30 ज़ुलाई 2008 का हमारा परिपत्र बैंपविवि. सं. आरईटी. बीसी. 25 / 12.01.001/2008-2009 देखें। वैश्व्ाक तथा देशी गतिविधियों के परिप्रेक्ष्य में चलनिधि की वर्तमान स्थिति की समीक्षा करने पर, तथा ज्ौंसा कि उक्त
आरबीआई/2008-09/203 संदर्भ : बैंपविवि. सं. आरईटी बीसी.52 /12.01.001/2008-09 6 अक्तूबर 2008 14 अश्विन 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य़ बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदयभारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - सीआरआर बनाए रखना कृपया उपर्युक्त विषय पर 30 ज़ुलाई 2008 का हमारा परिपत्र बैंपविवि. सं. आरईटी. बीसी. 25 / 12.01.001/2008-2009 देखें। वैश्व्ाक तथा देशी गतिविधियों के परिप्रेक्ष्य में चलनिधि की वर्तमान स्थिति की समीक्षा करने पर, तथा ज्ौंसा कि उक्त
सितंबर 29, 2008
भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की दूसरी अनुसूची से ‘सेंचुरियन बैंक ऑफ पंजाब लिमिटेड’ का नाम हटाना
आरबीआइ/2008-2009 /199आरबीआइ/2008-2009/199 बैंपविवि. आरईटी. बीसी. सं. 50 /12.06.094/2008-0929 सितंबर 2008 7 आश्विन 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंकमहोदयभारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की दूसरी अनुसूची से ‘सेंचुरियन बैंक ऑफ पंजाब लिमिटेड’ का नाम हटानाहम सूचित करते हैं कि 19 जुलाई 2008 को भारत के राजपत्र (भाग III - खंड 4) में प्रकाशित 16 जून 2008 की अधिसूचना बैंपविवि. सं. पीएसबीडी.17847/ 16.1.130/2007-08 के अनुसार "सेंचुरियन बैंक ऑफ पंजाब लिमिटेड" का नाम भारतीय रिज़र
आरबीआइ/2008-2009 /199आरबीआइ/2008-2009/199 बैंपविवि. आरईटी. बीसी. सं. 50 /12.06.094/2008-0929 सितंबर 2008 7 आश्विन 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंकमहोदयभारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की दूसरी अनुसूची से ‘सेंचुरियन बैंक ऑफ पंजाब लिमिटेड’ का नाम हटानाहम सूचित करते हैं कि 19 जुलाई 2008 को भारत के राजपत्र (भाग III - खंड 4) में प्रकाशित 16 जून 2008 की अधिसूचना बैंपविवि. सं. पीएसबीडी.17847/ 16.1.130/2007-08 के अनुसार "सेंचुरियन बैंक ऑफ पंजाब लिमिटेड" का नाम भारतीय रिज़र
सितंबर 22, 2008
अस्थायी प्रावधानों के उपयोग से संबंधित विवेकपूर्ण मानदंड - कृषि ऋण छूट और ऋण राहत योजना, 2008
आरबीआइ 2008-09/189 बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 48/21.04.048/2008-09 22 सितंबर 2008 31 भाद्र 1930 (शक)अध्यक्ष /अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक /प्रबंध निदेशक /मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (स्थानीय क्षेत्र बैंक सहित) (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदयअस्थायी प्रावधानों के उपयोग से संबंधित विवेकपूर्ण मानदंड - कृषि ऋण छूट और ऋण राहत योजना, 2008कृपया अग्रिमों के संबंध में आय-निर्धारण, आस्ति-वर्गीकरण और प्रावधान करने से संबंधित विवेकपूर्ण मानदंड पर 1 जुल
आरबीआइ 2008-09/189 बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 48/21.04.048/2008-09 22 सितंबर 2008 31 भाद्र 1930 (शक)अध्यक्ष /अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक /प्रबंध निदेशक /मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (स्थानीय क्षेत्र बैंक सहित) (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदयअस्थायी प्रावधानों के उपयोग से संबंधित विवेकपूर्ण मानदंड - कृषि ऋण छूट और ऋण राहत योजना, 2008कृपया अग्रिमों के संबंध में आय-निर्धारण, आस्ति-वर्गीकरण और प्रावधान करने से संबंधित विवेकपूर्ण मानदंड पर 1 जुल
सितंबर 19, 2008
बैंक द्वारा फ्रीज़ किये गये खातों पर ब्याज की अदायगी
आरबीआइ/2008-09/ 186आरबीआइ/2008-09/186 बैंपविवि. सं. एलईजी. बीसी. 47 /09.07.005/2008-09सितंबर 19, 2008 भाद्र 28, 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदयबैंक द्वारा फ्रीज़ किये गये खातों पर ब्याज की अदायगी सभी बैंक जानते हैं कि कभी-कभी प्रवर्तन प्राधिकारियों के आदेश के आधार पर उन्हें ग्राहकों के खातों को फ्रीज़ करना होता है।फ्रीज़ किये गये ऐसे खातों पर ब्याज की अदायगी के संबंध में एक मुद्दा उठाया गया है ।2. भारतीय बैंक संघ के साथ परा
आरबीआइ/2008-09/ 186आरबीआइ/2008-09/186 बैंपविवि. सं. एलईजी. बीसी. 47 /09.07.005/2008-09सितंबर 19, 2008 भाद्र 28, 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदयबैंक द्वारा फ्रीज़ किये गये खातों पर ब्याज की अदायगी सभी बैंक जानते हैं कि कभी-कभी प्रवर्तन प्राधिकारियों के आदेश के आधार पर उन्हें ग्राहकों के खातों को फ्रीज़ करना होता है।फ्रीज़ किये गये ऐसे खातों पर ब्याज की अदायगी के संबंध में एक मुद्दा उठाया गया है ।2. भारतीय बैंक संघ के साथ परा
सितंबर 19, 2008
सहायता संघीय व्यवस्था/बहु बैंकिंग व्यवस्था के अंतर्गत ऋण देना
आरबीआइ/2008-09/183 बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 46 /08.12.001/2008-09 19 सितंबर 2008 28 भाद्र 1930 (शक) अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक /मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक और स्थानीय क्षेत्र बैंकों को छोड़कर) महोदय सहायता संघीय व्यवस्था/बहु बैंकिंग व्यवस्था के अंतर्गत ऋण देनाजैसा कि आपको ज्ञात है भारतीय रिज़र्व बैंक ने अक्तूबर 1996 में सहायता संघ/बहु बैंकिंग/समूहन व्यवस्था के परिचालन के संबंध में विभिन्न विनियामक व्यवस्थाएं वापस ले ल
आरबीआइ/2008-09/183 बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 46 /08.12.001/2008-09 19 सितंबर 2008 28 भाद्र 1930 (शक) अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक /मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक और स्थानीय क्षेत्र बैंकों को छोड़कर) महोदय सहायता संघीय व्यवस्था/बहु बैंकिंग व्यवस्था के अंतर्गत ऋण देनाजैसा कि आपको ज्ञात है भारतीय रिज़र्व बैंक ने अक्तूबर 1996 में सहायता संघ/बहु बैंकिंग/समूहन व्यवस्था के परिचालन के संबंध में विभिन्न विनियामक व्यवस्थाएं वापस ले ल
सितंबर 17, 2008
अवांछित वाणिज्यिक संवाद - राष्ट्रीय कॉल न करें (एनडीएनसी) रजिस्ट्री
आरबीआइ /2008-2009/177 बैंपविवि. सं. एफएसडी. बीसी. 45 /24.01.001/2008-09 17 सितंबर 2008 26 भाद्र 1930 (शक)सभी वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदयअवांछित वाणिज्यिक संवाद - राष्ट्रीय कॉल न करें (एनडीएनसी) रजिस्ट्रीकृपया उपर्युक्त विषय पर 3 जुलाई 2007 का हमारा परिपत्र सं. बैंपविवि. एफएसडी. बीसी. 19/ 24.01.011/2007-08, 19 अक्तूबर 2007 का हमारा परिपत्र बैंपविवि. एफएसडी. बीसी. 35/ 24.01.011/2007-08 तथा 16 नवंबर 2007 का पत्र बैंपविवि. एफएसडी. 6014/ 24.01.0
आरबीआइ /2008-2009/177 बैंपविवि. सं. एफएसडी. बीसी. 45 /24.01.001/2008-09 17 सितंबर 2008 26 भाद्र 1930 (शक)सभी वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदयअवांछित वाणिज्यिक संवाद - राष्ट्रीय कॉल न करें (एनडीएनसी) रजिस्ट्रीकृपया उपर्युक्त विषय पर 3 जुलाई 2007 का हमारा परिपत्र सं. बैंपविवि. एफएसडी. बीसी. 19/ 24.01.011/2007-08, 19 अक्तूबर 2007 का हमारा परिपत्र बैंपविवि. एफएसडी. बीसी. 35/ 24.01.011/2007-08 तथा 16 नवंबर 2007 का पत्र बैंपविवि. एफएसडी. 6014/ 24.01.0
सितंबर 16, 2008
बैंककारी विनियमन अधिनियम 1949 की धारा 24 - सांविधिक चलनिधि अनुपात (एसएलआर) बनाये रखने में कमी -चलनिधि समायोजन सुविधा (एलएएफ) के अंतर्गत अतिरिक्त चलनिधि सहायता
आरबीआइ/2008-09/169 संदर्भ : बैंपविवि. सं. आरईटी. बीसी. 43/12.02.001/2008-09 16 सितंबर 2008 25 भाद्र 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंकमहोदयबैंककारी विनियमन अधिनियम 1949 की धारा 24 - सांविधिक चलनिधि अनुपात (एसएलआर) बनाये रखने में कमी - चलनिधि समायोजन सुविधा (एलएएफ) के अंतर्गत अतिरिक्त चलनिधि सहायतावर्तमान में बैंक अपने निर्धारित सांविधिक चलनिधि अनुपात (एसएलआर) से अधिक पात्र प्रतिभूतियों की संर्पाश्विक जमानत पर भारतीय रिज़र्व बैंक से चलनिधि समायोजन सुविधा (एलएएफ) के अंत
आरबीआइ/2008-09/169 संदर्भ : बैंपविवि. सं. आरईटी. बीसी. 43/12.02.001/2008-09 16 सितंबर 2008 25 भाद्र 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंकमहोदयबैंककारी विनियमन अधिनियम 1949 की धारा 24 - सांविधिक चलनिधि अनुपात (एसएलआर) बनाये रखने में कमी - चलनिधि समायोजन सुविधा (एलएएफ) के अंतर्गत अतिरिक्त चलनिधि सहायतावर्तमान में बैंक अपने निर्धारित सांविधिक चलनिधि अनुपात (एसएलआर) से अधिक पात्र प्रतिभूतियों की संर्पाश्विक जमानत पर भारतीय रिज़र्व बैंक से चलनिधि समायोजन सुविधा (एलएएफ) के अंत
सितंबर 16, 2008
अनिवासी (विदेशी) रुपया (एनआरई) जमाराशियों तथा एफसीएनआर (बी) जमाराशियों पर ब्याज दरें
आरबीआइ/2008-09/170 आरबीआइ/2008-09/170 बैंपविवि. डीआइआर. बीसी. 44/13.03.00/2008-0916 सितंबर 2008 25 भाद्र 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदयअनिवासी (विदेशी) रुपया (एनआरई) जमाराशियों तथा एफसीएनआर (बी) जमाराशियों पर ब्याज दरें अनिवासी (विदेशी) रुपया (एनआरई) जमाराशियों पर ब्याज दरेंकृपया अनिवासी (विदेशी) (एनआरई) खातों में धारित जमाराशियों पर ब्याज दरों से संबंधित 24 अप्रैल 2007 के हमारे परिपत्र बैंपविवि. सं. डीआइआर. बीसी. 89/13.0
आरबीआइ/2008-09/170 आरबीआइ/2008-09/170 बैंपविवि. डीआइआर. बीसी. 44/13.03.00/2008-0916 सितंबर 2008 25 भाद्र 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदयअनिवासी (विदेशी) रुपया (एनआरई) जमाराशियों तथा एफसीएनआर (बी) जमाराशियों पर ब्याज दरें अनिवासी (विदेशी) रुपया (एनआरई) जमाराशियों पर ब्याज दरेंकृपया अनिवासी (विदेशी) (एनआरई) खातों में धारित जमाराशियों पर ब्याज दरों से संबंधित 24 अप्रैल 2007 के हमारे परिपत्र बैंपविवि. सं. डीआइआर. बीसी. 89/13.0
सितंबर 12, 2008
ब्याज दर और सेवा प्रभार से संबंधित सूचना प्रदर्शित करना - दरें एक नज़र में
आरबीआइ/2008-09/166 बैंपविवि. सं. एलईजी. बीसी. 42/09.07.005/2008-09 12 सितंबर 2008 21 भाद्र 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदयब्याज दर और सेवा प्रभार से संबंधित सूचना प्रदर्शित करना - दरें एक नज़र में कृपया 22 अगस्त 2008 का हमारा परिपत्र बैंपविवि. सं. एलईजी. बीसी. 33/09.07.005/2008-09 देखें, जिसमें हमने बैंकों को एक व्यापक सूचना पट्ट का फार्मेट भेजा था तथा बैंकों को सूचित किया था कि वे परिपत्र में दिये गये फार्मेट के अनुसार अपन
आरबीआइ/2008-09/166 बैंपविवि. सं. एलईजी. बीसी. 42/09.07.005/2008-09 12 सितंबर 2008 21 भाद्र 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदयब्याज दर और सेवा प्रभार से संबंधित सूचना प्रदर्शित करना - दरें एक नज़र में कृपया 22 अगस्त 2008 का हमारा परिपत्र बैंपविवि. सं. एलईजी. बीसी. 33/09.07.005/2008-09 देखें, जिसमें हमने बैंकों को एक व्यापक सूचना पट्ट का फार्मेट भेजा था तथा बैंकों को सूचित किया था कि वे परिपत्र में दिये गये फार्मेट के अनुसार अपन
सितंबर 10, 2008
पूंजी बाज़ारों में बैंकों का एक्सपोज़र - बैंकों द्वारा म्युच्युल फंडों को प्रदान किये गये ऋण और अविकल्पी भुगतान प्रतिबद्धताएं (आईपीसी) जारी करना
अ्ँध्अ्आरबीआइ/2008-09/161 बैंपविवि. डीआइआर. बीसी. 41/13.03.00/2008-09 10 सितंबर 2008 19 भाद्र 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदयपूंजी बाज़ारों में बैंकों का एक्सपोज़र - बैंकों द्वारा म्युच्युल फंडों को प्रदान किये गये ऋण और अविकल्पी भुगतान प्रतिबद्धताएं (आईपीसी) जारी करनाकृपया 9 जून 2008 का हमारा परिपत्र सं. बैंपविवि. डीआइआर. बीसी. 92/13.03.00/2007-08 देखें जिसके अनुसार 14 दिसंबर 2007 के हमारे परिपत्र सं. बैंपविवि. डीआइआर. बी
अ्ँध्अ्आरबीआइ/2008-09/161 बैंपविवि. डीआइआर. बीसी. 41/13.03.00/2008-09 10 सितंबर 2008 19 भाद्र 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदयपूंजी बाज़ारों में बैंकों का एक्सपोज़र - बैंकों द्वारा म्युच्युल फंडों को प्रदान किये गये ऋण और अविकल्पी भुगतान प्रतिबद्धताएं (आईपीसी) जारी करनाकृपया 9 जून 2008 का हमारा परिपत्र सं. बैंपविवि. डीआइआर. बीसी. 92/13.03.00/2007-08 देखें जिसके अनुसार 14 दिसंबर 2007 के हमारे परिपत्र सं. बैंपविवि. डीआइआर. बी
सितंबर 08, 2008
भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की दूसरी अनुसूची में बैंक के नाम में परिवर्तन-"इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट बैंक ऑफ इंडिया लिमिटेड"से "आईडीबीआई बैंक लिमिटेड"
आरबीआइ/2008-09/159 बैंपविवि. सं. आरईटी. बीसी. 40 /12.01.001/2008-09 8 सितंबर 2008 17 भाद्र 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक महोदयभारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की दूसरी अनुसूची में बैंक के नाम में परिवर्तन - "इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट बैंक ऑफ इंडिया लिमिटेड" से "आईडीबीआई बैंक लिमिटेड" हम सूचित करते हैं कि दिनांक 14 जून 2008 के भारत के राजपत्र (भाग III -खंड 4) में प्रकाशित 16 मई 2008 की अधिसूचना बैंपविवि. बीपी. बीसी. सं. 21.01.002/2007-08 के अनुसार भारतीय रिज़र्व बैंक
आरबीआइ/2008-09/159 बैंपविवि. सं. आरईटी. बीसी. 40 /12.01.001/2008-09 8 सितंबर 2008 17 भाद्र 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक महोदयभारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की दूसरी अनुसूची में बैंक के नाम में परिवर्तन - "इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट बैंक ऑफ इंडिया लिमिटेड" से "आईडीबीआई बैंक लिमिटेड" हम सूचित करते हैं कि दिनांक 14 जून 2008 के भारत के राजपत्र (भाग III -खंड 4) में प्रकाशित 16 मई 2008 की अधिसूचना बैंपविवि. बीपी. बीसी. सं. 21.01.002/2007-08 के अनुसार भारतीय रिज़र्व बैंक
सितंबर 04, 2008
संसदीय राजभाषा समिति के प्रतिवेदन के आठवें खंड में की गई सिफारिशों पर महामहिम राष्ट्रपति जी के आदेश
आरबीआइ संआरबीआइ सं. 2008-09/153 बैंपविवि. सं. राजभाषा बीसी. 39 /06.11.04/2008-09 1 सितंबर 2008 10 भाद्र 1930 (शक)सरकारी क्षेत्र के सभी बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदयसंसदीय राजभाषा समिति के प्रतिवेदन के आठवें खंड में की गई सिफारिशों पर महामहिम राष्ट्रपति जी के आदेशभारत सरकार, वित्त मंत्रालय, वित्तीय सेवाएं विभाग ने 18 अगस्त 2008 के अपने पत्र सं. 13014/7/2007-हिंदी द्वारा सूचित किया है कि संसदीय राजभाषा समिति द्वारा अपने प्रतिवेदन के आठवें खंड में की गयी
आरबीआइ संआरबीआइ सं. 2008-09/153 बैंपविवि. सं. राजभाषा बीसी. 39 /06.11.04/2008-09 1 सितंबर 2008 10 भाद्र 1930 (शक)सरकारी क्षेत्र के सभी बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदयसंसदीय राजभाषा समिति के प्रतिवेदन के आठवें खंड में की गई सिफारिशों पर महामहिम राष्ट्रपति जी के आदेशभारत सरकार, वित्त मंत्रालय, वित्तीय सेवाएं विभाग ने 18 अगस्त 2008 के अपने पत्र सं. 13014/7/2007-हिंदी द्वारा सूचित किया है कि संसदीय राजभाषा समिति द्वारा अपने प्रतिवेदन के आठवें खंड में की गयी
अगस्त 28, 2008
काउंटर पर नकदी स्वीकार करना
आरबीआइ/2008-09/146 बैंपविवि. सं. एलईजी. बीसी. 38 /09.07.005/2008-09 28 अगस्त 2008 6 भाद्र 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदयकाउंटर पर नकदी स्वीकार करनाहमारे ध्यान में यह बात लायी गयी है कि कुछ बैंकों ने कुछ ऐसे उत्पाद आरंभ किये हैं जिनमें ग्राहकों को काउंटर पर नकदी जमा नहीं करने दिया जाता है । यह भी पता चला है कि इन बैंकों ने निबंधन और शर्तों में एक शर्त यह भी रखी है कि यदि कोई नकदी जमा करनी हो तो उसे एटीएम के माध्यम से जमा कि
आरबीआइ/2008-09/146 बैंपविवि. सं. एलईजी. बीसी. 38 /09.07.005/2008-09 28 अगस्त 2008 6 भाद्र 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदयकाउंटर पर नकदी स्वीकार करनाहमारे ध्यान में यह बात लायी गयी है कि कुछ बैंकों ने कुछ ऐसे उत्पाद आरंभ किये हैं जिनमें ग्राहकों को काउंटर पर नकदी जमा नहीं करने दिया जाता है । यह भी पता चला है कि इन बैंकों ने निबंधन और शर्तों में एक शर्त यह भी रखी है कि यदि कोई नकदी जमा करनी हो तो उसे एटीएम के माध्यम से जमा कि
अगस्त 27, 2008
बैंकिंग सेवाओं के विस्तार के माध्यम से वित्तीय समावेशन - व्यवसाय प्रतिनिधियों (बीसी) का उपयोग - धारा 25 कंपनियां
अ्ँध्अ्आरबीआइ /2008-2009/141 बैंपविवि. सं. बीएल. बीसी. 35 /22.01.009/2008-09 27 अगस्त 2008 5 भाद्र 1930 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों सहित) तथास्थानीय क्षेत्र बैंक महोदयबैंकिंग सेवाओं के विस्तार के माध्यम से वित्तीय समावेशन - व्यवसाय प्रतिनिधियों (बीसी) का उपयोग - धारा 25 कंपनियांकृपया उपर्युक्त विषय पर 25 जनवरी 2006, 22 मार्च 2006 तथा 24 अप्रैल 2008 के हमारे परिपत्र क्रमश: बैंपविवि. सं. बीएल. बीसी. 58/ 22.01.001/2005-06, बैंपविवि. सं. बीएल.
अ्ँध्अ्आरबीआइ /2008-2009/141 बैंपविवि. सं. बीएल. बीसी. 35 /22.01.009/2008-09 27 अगस्त 2008 5 भाद्र 1930 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों सहित) तथास्थानीय क्षेत्र बैंक महोदयबैंकिंग सेवाओं के विस्तार के माध्यम से वित्तीय समावेशन - व्यवसाय प्रतिनिधियों (बीसी) का उपयोग - धारा 25 कंपनियांकृपया उपर्युक्त विषय पर 25 जनवरी 2006, 22 मार्च 2006 तथा 24 अप्रैल 2008 के हमारे परिपत्र क्रमश: बैंपविवि. सं. बीएल. बीसी. 58/ 22.01.001/2005-06, बैंपविवि. सं. बीएल.
अगस्त 27, 2008
बैंकिंग सेवाओं के विस्तार के माध्यम से वित्तीय समावेशन - व्यवसाय प्रतिनिधियों (बीसी) का उपयोग
अ्ँध्अ्आरबीआइ /2008-2009/142 बैंपविवि. सं. बीएल. बीसी. 36 /22.01.009/2008-09 27 अगस्त 2008 5 भाद्र 1930 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों सहित) तथास्थानीय क्षेत्र बैंक महोदयबैंकिंग सेवाओं के विस्तार के माध्यम से वित्तीय समावेशन - व्यवसाय प्रतिनिधियों (बीसी) का उपयोग कृपया उपर्युक्त विषय पर 25 जनवरी 2006, 22 मार्च 2006 तथा 24 अप्रैल 2008 के हमारे परिपत्र क्रमश: बैंपविवि. सं. बीएल. बीसी. 58/ 22.01.001/2005-06, बैंपविवि. सं. बीएल. बीसी. 72/22.01.00
अ्ँध्अ्आरबीआइ /2008-2009/142 बैंपविवि. सं. बीएल. बीसी. 36 /22.01.009/2008-09 27 अगस्त 2008 5 भाद्र 1930 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों सहित) तथास्थानीय क्षेत्र बैंक महोदयबैंकिंग सेवाओं के विस्तार के माध्यम से वित्तीय समावेशन - व्यवसाय प्रतिनिधियों (बीसी) का उपयोग कृपया उपर्युक्त विषय पर 25 जनवरी 2006, 22 मार्च 2006 तथा 24 अप्रैल 2008 के हमारे परिपत्र क्रमश: बैंपविवि. सं. बीएल. बीसी. 58/ 22.01.001/2005-06, बैंपविवि. सं. बीएल. बीसी. 72/22.01.00
अगस्त 27, 2008
बैंकों द्वारा अग्रिमों की पुनर्रचना से संबंधित विवेकपूर्ण दिशानिर्देश
आरबीआइ सं. 2008-09/143 बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 37/21.04.132/2008-09 27 अगस्त 2008 5 भाद्र 1930 (शक) अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक /मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक और स्थानीय क्षेत्र बैंक को छोड़कर) महोदय बैंकों द्वारा अग्रिमों की पुनर्रचना से संबंधित विवेकपूर्ण दिशानिर्देश कृपया कंपनी ऋण पुनर्रचना (सीडीआर) तथा लघु और मझौले उद्यम ऋण पुनर्रचना प्रणालियों के अंतर्गत ऋण पुनर्रचना को छोड़कर बैंकों द्वारा की जानेवाली ऋण
आरबीआइ सं. 2008-09/143 बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 37/21.04.132/2008-09 27 अगस्त 2008 5 भाद्र 1930 (शक) अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक /मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक और स्थानीय क्षेत्र बैंक को छोड़कर) महोदय बैंकों द्वारा अग्रिमों की पुनर्रचना से संबंधित विवेकपूर्ण दिशानिर्देश कृपया कंपनी ऋण पुनर्रचना (सीडीआर) तथा लघु और मझौले उद्यम ऋण पुनर्रचना प्रणालियों के अंतर्गत ऋण पुनर्रचना को छोड़कर बैंकों द्वारा की जानेवाली ऋण
अगस्त 22, 2008
बैंकों में अदावी जमाराशियां /निक्रिय खाते
आरबीआइ/2008-09/138 बैंपविवि.सं.एलईजी.बीसी. 34 /09.07.005/2008-0922 अगस्त 2008 31 श्रावण 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदयबैंकों में अदावी जमाराशियां/निष्क्रिय खाते कृपया 1 अक्तूबर 1977 का हमारा परिपत्र बैंपविवि. सं. कॉम. बीसी. 109/ सी. 408/ए-77 देखें जिसमें बैंकों को सूचित किया गया था कि जिन जमा खातों में काफी समय से, उदाहरण के लिए दो वर्ष से परिचालन नहीं हुआ है उन्हें अलग किया जाए तथा अलग लेजर /लेजरों में रखा जाए। साथ ही, 15
आरबीआइ/2008-09/138 बैंपविवि.सं.एलईजी.बीसी. 34 /09.07.005/2008-0922 अगस्त 2008 31 श्रावण 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदयबैंकों में अदावी जमाराशियां/निष्क्रिय खाते कृपया 1 अक्तूबर 1977 का हमारा परिपत्र बैंपविवि. सं. कॉम. बीसी. 109/ सी. 408/ए-77 देखें जिसमें बैंकों को सूचित किया गया था कि जिन जमा खातों में काफी समय से, उदाहरण के लिए दो वर्ष से परिचालन नहीं हुआ है उन्हें अलग किया जाए तथा अलग लेजर /लेजरों में रखा जाए। साथ ही, 15
अगस्त 22, 2008
बैंकों द्वारा सूचना /जानकारी प्रदर्शित करना -व्यापक सूचना पट्ट
आरबीआइ/2008-09/137 बैंपविवि. सं. एलईजी. बीसी. 33/09.07.005/2008-09 22 अगस्त 2008 31 श्रावण 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदयबैंकों द्वारा सूचना /जानकारी प्रदर्शित करना -व्यापक सूचना पट्टबैंकों की शाखाओं में सूचना /जानकारी प्रदर्शित करना वित्तीय शिक्षा प्रदान करने का एक माध्यम है। इस तरह का प्रदर्शन करने से ग्राहकों को बैंक के उत्पादों तथा सेवाओं के संबंध में समझबूझ कर निर्णय लेने में आसानी होती है तथा उनके अधिकारों तथा कुछ अन
आरबीआइ/2008-09/137 बैंपविवि. सं. एलईजी. बीसी. 33/09.07.005/2008-09 22 अगस्त 2008 31 श्रावण 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदयबैंकों द्वारा सूचना /जानकारी प्रदर्शित करना -व्यापक सूचना पट्टबैंकों की शाखाओं में सूचना /जानकारी प्रदर्शित करना वित्तीय शिक्षा प्रदान करने का एक माध्यम है। इस तरह का प्रदर्शन करने से ग्राहकों को बैंक के उत्पादों तथा सेवाओं के संबंध में समझबूझ कर निर्णय लेने में आसानी होती है तथा उनके अधिकारों तथा कुछ अन
अगस्त 21, 2008
वाणिज्य बैंकों द्वारा अपनी शाखाओं /कार्यालयों के लिए पट्टे/ किराए पर स्थान /जगह का अभिग्रहण - दिशानिर्देशों का उदारीकरण
अ्ँध्अ्भारिबैं/2008-09/132 बैंपविवि. सं. बीएल. बीसी. 32 /22.01.03/2008-0921 अगस्त 2008 30 श्रावण 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदयवाणिज्य बैंकों द्वारा अपनी शाखाओं /कार्यालयों के लिए पट्टे/ किराए पर स्थान /जगह का अभिग्रहण - दिशानिर्देशों का उदारीकरण कृपया उपर्युक्त विषय पर 11 नवंबर 1998 का हमारा परिपत्र बैंपविवि. सं. बीएल. बीसी. 105/ 22.01.03/98 देखें।2. उपर्युक्त परिपत्र सभी वाणिज्य बैंकों को जारी किया गया था। जहां तक निजी क
अ्ँध्अ्भारिबैं/2008-09/132 बैंपविवि. सं. बीएल. बीसी. 32 /22.01.03/2008-0921 अगस्त 2008 30 श्रावण 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदयवाणिज्य बैंकों द्वारा अपनी शाखाओं /कार्यालयों के लिए पट्टे/ किराए पर स्थान /जगह का अभिग्रहण - दिशानिर्देशों का उदारीकरण कृपया उपर्युक्त विषय पर 11 नवंबर 1998 का हमारा परिपत्र बैंपविवि. सं. बीएल. बीसी. 105/ 22.01.03/98 देखें।2. उपर्युक्त परिपत्र सभी वाणिज्य बैंकों को जारी किया गया था। जहां तक निजी क
अगस्त 08, 2008
बैंकों के तुलन पत्रेतर एक्सपोज़रों के लिए विवेकपूर्ण मानदंड
आरबीआइ / 125/ 2008-09 बैंपविवि.सं.बीपी.बीसी. 31 /21.04.157/2008-09 8 अगस्त 2008 17 श्रावण 1930 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (स्थानीय क्षेत्र बैंक तथा क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय बैंकों के तुलन पत्रेतर एक्सपोज़रों के लिए विवेकपूर्ण मानदंड कृपया 30 मई 2008 की भारिबैं प्रेस प्रकाशनी सं. 2007-2008/1528 देखें जिसके अनुसार उपर्युक्त विषय पर प्रारूप दिशानिर्देश टिप्पणियों/प्रतिसूचना के लिए जारी किए गए थे । प्राप्त प्र
आरबीआइ / 125/ 2008-09 बैंपविवि.सं.बीपी.बीसी. 31 /21.04.157/2008-09 8 अगस्त 2008 17 श्रावण 1930 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (स्थानीय क्षेत्र बैंक तथा क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय बैंकों के तुलन पत्रेतर एक्सपोज़रों के लिए विवेकपूर्ण मानदंड कृपया 30 मई 2008 की भारिबैं प्रेस प्रकाशनी सं. 2007-2008/1528 देखें जिसके अनुसार उपर्युक्त विषय पर प्रारूप दिशानिर्देश टिप्पणियों/प्रतिसूचना के लिए जारी किए गए थे । प्राप्त प्र
अगस्त 06, 2008
Infrastructure - Criteria for financing
RBI/2008- 2009/124 DBOD No.BP. BC. 30/ 08.12.14/2008-09 August 6, 2008 All Commercial Banks (excluding RRBs and LABs) and Select All India Financial Institutions (AIFIs) (NHB, NABARD, EXIM Bank, SIDBI,) Dear Sir,Infrastructure – Criteria for financing Please refer to paragraph 2.3.8.4 of our Master Circular – Loan and Advances – Statutory and other Restrictions - DBOD.NO.Dir.BC.17/13.03.00/2008-09 dated July 1, 2008 wherein, inter alia, the banks have been advised tha
RBI/2008- 2009/124 DBOD No.BP. BC. 30/ 08.12.14/2008-09 August 6, 2008 All Commercial Banks (excluding RRBs and LABs) and Select All India Financial Institutions (AIFIs) (NHB, NABARD, EXIM Bank, SIDBI,) Dear Sir,Infrastructure – Criteria for financing Please refer to paragraph 2.3.8.4 of our Master Circular – Loan and Advances – Statutory and other Restrictions - DBOD.NO.Dir.BC.17/13.03.00/2008-09 dated July 1, 2008 wherein, inter alia, the banks have been advised tha
अगस्त 06, 2008
मुद्रा वायदे (फ्यूचर्स)की शुरूआत - बैंकों को सेबी-अनुमोदित शेयर बाजारों के व्यापारिक/निकासी (क्लियरिंग)सदस्य बनने की अनुमति देना
आरबीआइ /2008-2009/123 बैंपविवि. सं. एफएसडी. बीसी. 29 /24.01.001/2008-09 6 अगस्त 2008 15 श्रावण 1930 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदयमुद्रा वायदे (फ्यूचर्स)की शुरूआत - बैंकों को सेबी-अनुमोदित शेयर बाजारों के व्यापारिक/निकासी (क्लियरिंग)सदस्य बनने की अनुमति देनावर्ष 2007-08 के वार्षिक नीति वक्तव्य में की गई घोषणा के अनुसार अंतर्राष्ट्रीय अनुभव का अध्ययन करने तथा भारत में शेयर बाजार में मुद्रा वायदे शुरू करने के प्रस्ताव को क
आरबीआइ /2008-2009/123 बैंपविवि. सं. एफएसडी. बीसी. 29 /24.01.001/2008-09 6 अगस्त 2008 15 श्रावण 1930 (शक) सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदयमुद्रा वायदे (फ्यूचर्स)की शुरूआत - बैंकों को सेबी-अनुमोदित शेयर बाजारों के व्यापारिक/निकासी (क्लियरिंग)सदस्य बनने की अनुमति देनावर्ष 2007-08 के वार्षिक नीति वक्तव्य में की गई घोषणा के अनुसार अंतर्राष्ट्रीय अनुभव का अध्ययन करने तथा भारत में शेयर बाजार में मुद्रा वायदे शुरू करने के प्रस्ताव को क
जुलाई 30, 2008
भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - सीआरआर बनाए रखना
आर_ााआइ / 2008-09/104आरबीआइ/2008-09/104 संदर्भ : बैंपविवि. सं. आरईटी बीसी. 25 /12.01.001/2008-09 30 ज़ुलाई 2008 8 श्रावण 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य़ बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदयभारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - सीआरआर बनाए रखना कृपया उपर्युक्त विषय पर 26 ज़ून 2008 का हमारा परिपत्र बैंपविवि. सं. आरईटी. बीसी. 96 / 12.01.001/2007-2008 देखें। ज़ैसा कि वर्ष 2008-09 के लिए वार्षिक मौद्रिक नीति की पहली तिमाही समीक्षा पर 29 ज़ुलाई 2008 को
आर_ााआइ / 2008-09/104आरबीआइ/2008-09/104 संदर्भ : बैंपविवि. सं. आरईटी बीसी. 25 /12.01.001/2008-09 30 ज़ुलाई 2008 8 श्रावण 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य़ बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदयभारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - सीआरआर बनाए रखना कृपया उपर्युक्त विषय पर 26 ज़ून 2008 का हमारा परिपत्र बैंपविवि. सं. आरईटी. बीसी. 96 / 12.01.001/2007-2008 देखें। ज़ैसा कि वर्ष 2008-09 के लिए वार्षिक मौद्रिक नीति की पहली तिमाही समीक्षा पर 29 ज़ुलाई 2008 को
जुलाई 30, 2008
कृषि ऋण माफी और ऋण राहत योजना 2008 - आय निर्धारण, आस्ति वर्गीकरण और प्रावधानीकरण तथा पूंजी पर्याप्तता के लिए विवेकपूर्ण मानदंड
आरबीआइ सं. 2008-09/106 बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 26 /21.04.048/2008-09 30 जुलाई 2008 8 श्रावण 1930 (शक)अध्यक्ष /अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक /प्रबंध निदेशक /मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (स्थानीय क्षेत्र बैंक सहित) (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदयकृषि ऋण माफी और ऋण राहत योजना 2008 - आय निर्धारण, आस्ति वर्गीकरण और प्रावधानीकरण तथा पूंजी पर्याप्तता के लिए विवेकपूर्ण मानदंडजैसा कि आपको ज्ञात है, माननीय वित्त मंत्री ने अपने 2008-09 के बजट भाषण (प
आरबीआइ सं. 2008-09/106 बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 26 /21.04.048/2008-09 30 जुलाई 2008 8 श्रावण 1930 (शक)अध्यक्ष /अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक /प्रबंध निदेशक /मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (स्थानीय क्षेत्र बैंक सहित) (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदयकृषि ऋण माफी और ऋण राहत योजना 2008 - आय निर्धारण, आस्ति वर्गीकरण और प्रावधानीकरण तथा पूंजी पर्याप्तता के लिए विवेकपूर्ण मानदंडजैसा कि आपको ज्ञात है, माननीय वित्त मंत्री ने अपने 2008-09 के बजट भाषण (प
जुलाई 23, 2008
बैंकों के क्रेडिट कार्ड परिचालन
आरबीआई/2008-2009/100 बैंपविवि.एफएसडी.बीसी.23/24.01.011/2008-09 23 जुलाई 2008 समस्त अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय, बैंकों के क्रेडिट कार्ड परिचालन कृपया बैंकों के क्रेडिट कार्ड परिचालन पर जारी दिनांक 1 जुलाई 2008 का मास्टर परिपत्र (परिपत्र सं. बैंपविवि.एफएसडी.बीसी.6/24.01.011/2008-2009) देखें। 2. इस संबंध में, हम सूचित करते हैं कि भारतीय रिजर्व बैंक ने बैंकों एवं बैंकिंग लोकपाल कार्यालयों को मिली शिकायतों के आधार पर बैंकों के क्रेडिट
आरबीआई/2008-2009/100 बैंपविवि.एफएसडी.बीसी.23/24.01.011/2008-09 23 जुलाई 2008 समस्त अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय, बैंकों के क्रेडिट कार्ड परिचालन कृपया बैंकों के क्रेडिट कार्ड परिचालन पर जारी दिनांक 1 जुलाई 2008 का मास्टर परिपत्र (परिपत्र सं. बैंपविवि.एफएसडी.बीसी.6/24.01.011/2008-2009) देखें। 2. इस संबंध में, हम सूचित करते हैं कि भारतीय रिजर्व बैंक ने बैंकों एवं बैंकिंग लोकपाल कार्यालयों को मिली शिकायतों के आधार पर बैंकों के क्रेडिट
जुलाई 01, 2008
Master Circular - Know Your Customer (KYC) norms /Anti-Money Laundering (AML) standards/Combating of Financing of Terrorism (CFT)/Obligation of banks under PMLA, 2002
RBI/ 2008-2009/72DBOD. AML. BC. No. 12 /14 .01.001/2008-09July 1, 2008 The Chairman/CEOs of all Scheduled Commercial Banks ( Excluding RRBs) / all Financial Institutions Dear Sir,Master Circular – Know Your Customer (KYC) norms /Anti-Money Laundering (AML) standards/Combating of Financing of Terrorism (CFT)/Obligation of banks under PMLA, 2002Reserve Bank of India has issued regulatory guidelines on Know Your Customer (KYC) norms / Anti Money Laundering (AML) Standard
RBI/ 2008-2009/72DBOD. AML. BC. No. 12 /14 .01.001/2008-09July 1, 2008 The Chairman/CEOs of all Scheduled Commercial Banks ( Excluding RRBs) / all Financial Institutions Dear Sir,Master Circular – Know Your Customer (KYC) norms /Anti-Money Laundering (AML) standards/Combating of Financing of Terrorism (CFT)/Obligation of banks under PMLA, 2002Reserve Bank of India has issued regulatory guidelines on Know Your Customer (KYC) norms / Anti Money Laundering (AML) Standard
जून 26, 2008
भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - सीआरआर बनाए रखना
आरबीआइ/2007-08/383 संदर्भ : बैंपविवि. सं. आरईटीबीसी. 96 /12.01.001/2007-08 26 ज़ून 2008 5 आषाड 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज़्य बैंक महोदय भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - सीआरआर बनाए रखना कृपया उपर्युक्त विषय पर 29 अप्रैल 2008 का हमारा परिपत्र बैंपविवि. सं. आरईटी. बीसी. 79/12.01.001/2007-2008 देखें। वर्तमान वैश्विक तथा देशी समष्टि आर्थिक तथा वित्तीय घटनाओं की समीक्षा करने पर यह निर्णय लिया गया है कि अनुसचित वाणिज्य़ बैंकों के आरक्षित नकदी निधि अनुपात
आरबीआइ/2007-08/383 संदर्भ : बैंपविवि. सं. आरईटीबीसी. 96 /12.01.001/2007-08 26 ज़ून 2008 5 आषाड 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज़्य बैंक महोदय भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 42 (1) - सीआरआर बनाए रखना कृपया उपर्युक्त विषय पर 29 अप्रैल 2008 का हमारा परिपत्र बैंपविवि. सं. आरईटी. बीसी. 79/12.01.001/2007-2008 देखें। वर्तमान वैश्विक तथा देशी समष्टि आर्थिक तथा वित्तीय घटनाओं की समीक्षा करने पर यह निर्णय लिया गया है कि अनुसचित वाणिज्य़ बैंकों के आरक्षित नकदी निधि अनुपात
जून 13, 2008
सरकारी क्षेत्र के बैंकों को जारी परिपत्रों की समीक्षा
आरबीआइ/2007-08/365 बैंपविवि. सं. आइएनएफ. बीसी. 94 /11.01.009/2007-0813 जून 2008 23 ज्येष्ठ 1930 (शक)सरकारी क्षेत्र के सभी बैंकों के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशकमहोदयसरकारी क्षेत्र के बैंकों को जारी परिपत्रों की समीक्षाउपर्युक्त विषय पर 10 सितंबर 2007 के हमारे परिपत्र बैंपविवि. सं. आइएनएफ. बीसी. 32/11.01.009/ 2007-08 के अनुक्रम में भारत सरकार के परामर्श से यह निर्णय लिया गया है कि अनुबंध में दिये गये ब्यौरे के अनुसार 8 और परिपत्रों को वापस लिया जाए।कृपया संलग्न विवरण में उ
आरबीआइ/2007-08/365 बैंपविवि. सं. आइएनएफ. बीसी. 94 /11.01.009/2007-0813 जून 2008 23 ज्येष्ठ 1930 (शक)सरकारी क्षेत्र के सभी बैंकों के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशकमहोदयसरकारी क्षेत्र के बैंकों को जारी परिपत्रों की समीक्षाउपर्युक्त विषय पर 10 सितंबर 2007 के हमारे परिपत्र बैंपविवि. सं. आइएनएफ. बीसी. 32/11.01.009/ 2007-08 के अनुक्रम में भारत सरकार के परामर्श से यह निर्णय लिया गया है कि अनुबंध में दिये गये ब्यौरे के अनुसार 8 और परिपत्रों को वापस लिया जाए।कृपया संलग्न विवरण में उ
जून 09, 2008
पूंजी बाजार में बैंकों का एक्सपोज़र -म्यूचुअल फंडों को बैंकों द्वारा
दिये गए ऋण तथा अपरिवर्तनीय भुगतान प्रतिबद्धताएँ (आइपीसी) जारी करना
दिये गए ऋण तथा अपरिवर्तनीय भुगतान प्रतिबद्धताएँ (आइपीसी) जारी करना
आरबीआइ/2007-08/359 बैंपविवि. सं. डीआइआर. बीसी. 92 /13.03.00/2007-089 जून 2008 19 ज्येष्ठ 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक(क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदय पूंजी बाजार में बैंकों का एक्सपोज़र -म्यूचुअल फंडों को बैंकों द्वारा दिये गए ऋण तथा अपरिवर्तनीय भुगतान प्रतिबद्धताएँ (आइपीसी) जारी करना कृपया 14 दिसंबर 2007 के हमारे परिपत्र सं. बैंपविवि. डीआइआर. बीसी. 57/13.03.00/ 2007-08 का पैरा 4 देखें, जिसके अनुसार परिपत्र की तारीख से छह महीने तक की संक्रमण अवधि दी गयी
आरबीआइ/2007-08/359 बैंपविवि. सं. डीआइआर. बीसी. 92 /13.03.00/2007-089 जून 2008 19 ज्येष्ठ 1930 (शक)सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक(क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदय पूंजी बाजार में बैंकों का एक्सपोज़र -म्यूचुअल फंडों को बैंकों द्वारा दिये गए ऋण तथा अपरिवर्तनीय भुगतान प्रतिबद्धताएँ (आइपीसी) जारी करना कृपया 14 दिसंबर 2007 के हमारे परिपत्र सं. बैंपविवि. डीआइआर. बीसी. 57/13.03.00/ 2007-08 का पैरा 4 देखें, जिसके अनुसार परिपत्र की तारीख से छह महीने तक की संक्रमण अवधि दी गयी
जून 09, 2008
समीक्षाओं का कैलेंडर - निदेशक बोर्ड, प्रबंधन समिति और लेखा परीक्षा समिति के समक्ष रखे जाने वाले मामले
आरबीआइ/2007-08/360 बैंपविवि. सं. पीएसबीडी.बीसी. 93 /16.13.100/2007-08 9 जून 2008 19 ज्येष्ठ 1930 (शक)निजी क्षेत्र के सभी बैंकों के मुख्य कार्यपालकमहोदयसमीक्षाओं का कैलेंडर - निदेशक बोर्ड, प्रबंधन समिति और लेखा परीक्षा समिति के समक्ष रखे जाने वाले मामलेकृपया 22 अप्रैल 2008 का हमारा परिपत्र बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 71/21.03.038/2007-08 देखें (प्रतिलिपि संलग्न), जिसे हमने सरकारी क्षेत्र के बैंकों के मुख्य कार्यपालकों को संबोधित किया है तथा जिसमें बैंकों के निदेशक बोर्ड,
आरबीआइ/2007-08/360 बैंपविवि. सं. पीएसबीडी.बीसी. 93 /16.13.100/2007-08 9 जून 2008 19 ज्येष्ठ 1930 (शक)निजी क्षेत्र के सभी बैंकों के मुख्य कार्यपालकमहोदयसमीक्षाओं का कैलेंडर - निदेशक बोर्ड, प्रबंधन समिति और लेखा परीक्षा समिति के समक्ष रखे जाने वाले मामलेकृपया 22 अप्रैल 2008 का हमारा परिपत्र बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 71/21.03.038/2007-08 देखें (प्रतिलिपि संलग्न), जिसे हमने सरकारी क्षेत्र के बैंकों के मुख्य कार्यपालकों को संबोधित किया है तथा जिसमें बैंकों के निदेशक बोर्ड,
जून 04, 2008
दृष्टिहीन व्यक्तियों को बैंकिंग सुविधाएँ
आरबीआइ/2007-08/358 बैंपविवि. सं. एलईजी. बीसी. 91 /09.07.005/2007-08 4 जून 2008 14 ज्येष्ठ, 1930 (शक)प्रति सभी वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदयदृष्टिहीन व्यक्तियों को बैंकिंग सुविधाएँ हमारे ध्यान में यह बात लायी गयी है कि दृष्टिहीन व्यक्तियों को बैंकिंग सुविधाएँ प्राप्त करने में समस्याएं आ रही हैं। यह नोट किया जाए कि दृष्टिहीन व्यक्तियों को चेक बुक सुविधा /एटीएम का परिचालन /लॉकर आदि सहित कोई भी बैंकिंग सुविधा देने से मना नहीं किया जा सकता क्योंकि
आरबीआइ/2007-08/358 बैंपविवि. सं. एलईजी. बीसी. 91 /09.07.005/2007-08 4 जून 2008 14 ज्येष्ठ, 1930 (शक)प्रति सभी वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदयदृष्टिहीन व्यक्तियों को बैंकिंग सुविधाएँ हमारे ध्यान में यह बात लायी गयी है कि दृष्टिहीन व्यक्तियों को बैंकिंग सुविधाएँ प्राप्त करने में समस्याएं आ रही हैं। यह नोट किया जाए कि दृष्टिहीन व्यक्तियों को चेक बुक सुविधा /एटीएम का परिचालन /लॉकर आदि सहित कोई भी बैंकिंग सुविधा देने से मना नहीं किया जा सकता क्योंकि
जून 04, 2008
भारत सरकार द्वारा जारी गैर-एसएलआर प्रतिभूतियों का मूल्यांकन
आरबीआइ/2007-08/356 बैंपविवि. सं. एफआइडी. एफआइसी. 5/01.02.00/2007-08 4 जून 2008 14 ज्येष्ठ 1930 (शक)अखिल भारतीय मीयादी ऋणदात्री और पुनर्वित्त प्रदान करनेवाली संस्थाओं के मुख्य कार्यपालक अधिकारी(एक्जिम बैंक, नाबार्ड, एनएचबी, सिडबी)महोदयभारत सरकार द्वारा जारी गैर-एसएलआर प्रतिभूतियों का मूल्यांकनकृपया ‘वित्तीय संस्थाओं द्वारा निवेश संविभाग के वर्गीकरण, मूल्यांकन और परिचालन के लिए विवेकपूर्ण मानदंड’ पर 2 जुलाई 2007 का हमारा मास्टर परिपत्र बैंपविवि. सं. एफआइडी. एफआइसी. 3/01
आरबीआइ/2007-08/356 बैंपविवि. सं. एफआइडी. एफआइसी. 5/01.02.00/2007-08 4 जून 2008 14 ज्येष्ठ 1930 (शक)अखिल भारतीय मीयादी ऋणदात्री और पुनर्वित्त प्रदान करनेवाली संस्थाओं के मुख्य कार्यपालक अधिकारी(एक्जिम बैंक, नाबार्ड, एनएचबी, सिडबी)महोदयभारत सरकार द्वारा जारी गैर-एसएलआर प्रतिभूतियों का मूल्यांकनकृपया ‘वित्तीय संस्थाओं द्वारा निवेश संविभाग के वर्गीकरण, मूल्यांकन और परिचालन के लिए विवेकपूर्ण मानदंड’ पर 2 जुलाई 2007 का हमारा मास्टर परिपत्र बैंपविवि. सं. एफआइडी. एफआइसी. 3/01
जून 03, 2008
जम्मू और कश्मीर राज्य में व्यापार और उद्योग को छूट
आरबीआइ/2007-08/349 बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 89/21.04.012/2007-08 3 जून 2008 13 ज्येष्ठ 1930 (शक) अध्यक्ष/अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक/प्रबंध निदेशक/मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदयजम्मू और कश्मीर राज्य में व्यापार और उद्योग को छूट कृपया 25 मई 2007 का हमारा परिपत्र बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 100/21.04.012/2006-2007 देखें, जिसके द्वारा जम्मू और कश्मीर के उधारकर्ताओं/ग्राहकों को दी गयी रियायत/ऋण संबंधी छूट की अवधि 3
आरबीआइ/2007-08/349 बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 89/21.04.012/2007-08 3 जून 2008 13 ज्येष्ठ 1930 (शक) अध्यक्ष/अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक/प्रबंध निदेशक/मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी अनुसूचित वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर)महोदयजम्मू और कश्मीर राज्य में व्यापार और उद्योग को छूट कृपया 25 मई 2007 का हमारा परिपत्र बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 100/21.04.012/2006-2007 देखें, जिसके द्वारा जम्मू और कश्मीर के उधारकर्ताओं/ग्राहकों को दी गयी रियायत/ऋण संबंधी छूट की अवधि 3
मई 30, 2008
पूंजी पर्याप्तता मानंदड - सहायक कंपनियों/सहयोगी कंपनियों में बैंकों के निवेश तथा सहायक कंपनियों /सहयोगी कंपनियों द्वारा अपने मूल बैंकों में किये गये निवेशों के संबंध में कार्रवाई (ट्री
आरबीआइ सं. 2007-08/341 बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 88 /21.06.001/2007-08 30 मई 2008 9 ज्येष्ठ 1930 (शक) अध्यक्ष /अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक /प्रबंध निदेशक /मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय पूंजी पर्याप्तता मानंदड - सहायक कंपनियों/सहयोगी कंपनियों में बैंकों के निवेश तथा सहायक कंपनियों /सहयोगी कंपनियों द्वारा अपने मूल बैंकों में किये गये निवेशों के संबंध में कार्रवाई (ट्रीटमेंट) कृपया ‘पू
आरबीआइ सं. 2007-08/341 बैंपविवि. सं. बीपी. बीसी. 88 /21.06.001/2007-08 30 मई 2008 9 ज्येष्ठ 1930 (शक) अध्यक्ष /अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक /प्रबंध निदेशक /मुख्य कार्यपालक अधिकारी सभी वाणिज्य बैंक (क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर) महोदय पूंजी पर्याप्तता मानंदड - सहायक कंपनियों/सहयोगी कंपनियों में बैंकों के निवेश तथा सहायक कंपनियों /सहयोगी कंपनियों द्वारा अपने मूल बैंकों में किये गये निवेशों के संबंध में कार्रवाई (ट्रीटमेंट) कृपया ‘पू
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